आज प्रीतिशील सिंह एक सुपर-निपुण महिला हैं, नानक शाह फकीर में अपने काम के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने वाली मेकअप, हेयर और प्रोस्थेटिक्स वाइज़ ने इंडस्ट्री में कई लोगों के साथ काम किया है।
जिसमें अजय देवगन, अक्षय कुमार, अमिताभ बच्चन, आयुष्मान खुराना, दीपिका पादुकोण, जॉन अब्राहम, प्रियंका चोपड़ा और रणवीर सिंह शामिल हैं।
बॉलीवुड का नंबर.1 लुक डिज़ाइनर, बाजीराव मस्तानी, पद्मावत, छिछोरे, 102 नॉट आउट, मुल्क, बाला और हाउसफुल 4 जैसी बड़ी बॉक्स-ऑफिस की सफलताओं का एक अभिन्न हिस्सा रही है।
“मैं अपना 100 प्रतिशत दे रही थी , लेकिन कुछ भी ऐसा नहीं था जो वास्तव में हो रहा था” प्रीतिशील सिंह
हाल ही में, प्रसिद्ध इंडियन-अमेरिकन पब्लिकेशन इंडिया वेस्ट के एक आर्टिकल में, प्रीतिशील ने खुलासा किया कि वह कैसे कामयाब हुई और कैसे चाची 420 में कमल हासन की एक महिला के रूप ने उन्हें मेकअप, बाल और प्रोस्थेटिक्स की दुनिया में प्रवेश करने का मौका मिला।
यहाँ अनुभवी पत्रकार राजीव विजयकर के आर्टिकल का एक अंश हैः
पठानकोट में एक सिख परिवार में जन्मी, सिंह हर समय अपने माता-पिता को बिना शर्त समर्थन और प्रोत्साहन करने के लिए “ब्रिलियंट“ कहती हैं। वह कहती है, “मैंने अपना बीटेक पूरा करने के बाद।
2004 में इंजीनियरिंग (इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंटेशन) में मुझे टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज द्वारा हायर किया गया था, लेकिन मुझे जल्द ही एहसास हुआ कि मैं इस तरह की नौकरियों के लिए नहीं हूँ।
मैं अपना 100 प्रतिशत दे रही थी , लेकिन कुछ भी ऐसा नहीं था जो वास्तव में हो रहा था! मैंने अपनी माँ से कहा कि मैं इस जॉब को छोड़ना चाहती हूँ, और उन्होंने बस इतना कहा, जिससे भी आपको ख़ुशी मिलती है वही करो!”
उनके माता-पिता फिल्म फनैटिक हैं और जिसके कारण सिंह को 1997 में “चाची 420” के साथ जोड़ा गया। “मुझे कमल हासन को एक महिला के रूप में दिखाना था! मुझे पता चला कि उन्हें इसके लिए विदेशी तकनीशियनों को बुलाना पड़ा था।
मैंने भी ऑनलाइन सर्चिंग शुरू कर दी थी कि किस तरह के प्रोस्थेटिक्स मेकअप को किया जाता है, शुरू में केवल ज्ञान के लिए। और फिर मैंने सोचा, ’अगर मैं खुद यह सब करूँ तो क्या होगा?’”
उस समय, जैसा कि भाग्य चाहता था, टीसीएस ने उन्हें अमेरिका में नियुक्त किया था, और सिंह ने इस्तीफा दे दिया, अपनी सारी बचत को लॉस एंजिल्स में सिनेमा मेकअप स्कूल में छः महीने के महंगे कोर्स में लगा दिया और 2010 में, अपनी बहन के साथ मुंबई में पहुंची।
उन्होंने जस्टडायल- द इंडियन सर्च इंजन से प्राप्त संपर्कों के साथ, हर दिन निर्माताओं के रणनीतिक दौर किए
जाहिर है, प्रतिक्रिया निराशाजनक थी, अधिकांश फिल्म निर्माताओं को उनके विशेष कौशल के बारे में पता नहीं था, क्योंकि वे यह नहीं समझते थे कि वह औसत मेकअप कलाकार से कितनी अलग थी।
लेकिन मेकअप के दिग्गज अनिल पेमगिकर, जो 70-प्लस हैं, ने उनके काम को देखा, उनकी प्रशंसा की और वादा किया कि वे जहाँ भी संभव हो, उनके काम को देखना पसंद करेगे।
2012 में, उनका पहला स्माल असाइनमेंटः अक्षय कुमार की फिल्म “जोकर“ में उन्हें एक सूजी हुई आँख, जैसा मेकअप करना था।
उस हिस्से को चंडीगढ़ में शूट किया गया था, और फिर यू.एस. आधारित मेकअप व्हिज़, माइक सिं्ट्रगर के तहत “क्रिष 3“ में म्यूटेंट की डिजाइनिंग की।
फिल्म पर अपना काम खत्म करने के बाद, जिसमें उन्होंने म्यूटेंट पर मदद की, प्रोडक्शन पर्सन ने भुगतान की पेशकश की और सिंह ने मीगर रिम्यूनरेशन को स्वीकार करने से इनकार कर दिया।
व्यक्ति ने डिमांड की, “आपको क्या लगता है कि आप क्या हैं? मील सिंटगर ?” सिंह याद करती है और कहती हैं, “मैंने उनसे कहा कि वह मुझसे इस तरह से बात न करे, मैं कुछ भी नहीं लेना चाहती।
लेकिन वह चिल्लाने लगी, तो मैंने जाकर माइक से कहा। वह इतना उग्र हो गया कि उन्होंने उस व्यक्ति पर चिल्लाते हुए कहा कि मेरे बिना, म्यूटेंट समय पर तैयार नहीं होगा।”
धीरे-धीरे, बात फैल गई और उन्हें “नानक शाह फकीर“ और “हैदर“ मिला। उन्हें छः महीने के प्रेप की जरूरत थी और उन्हें एक बंगला दिया गया था जहाँ उन्होंने एक पूरी लैब स्थापित की थी।