इस तरह की पहली रचनात्मक उत्कृष्ट डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म, 43 राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार विजेता- फिल्म निर्माता, ‘श्री क्रिएटिव लैब’ के श्रीधर द्वारा डायरेक्ट और प्रोड्यूस की गई है।
सुलेना मजुमदार अरोरा
इस फिल्म डॉक्यूमेंट्री में 3 इंट्रोवर्ट बच्चों के जीवन की दिन प्रतिदिन को दर्शाया गया है
51वां इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (आई एफ एफ आई) नए वर्ष की शुरुआत में तीन बच्चों की कथा सुना कर आत्मकेंद्रीयता के कई शेड्स पर प्रकाश डाल कर मानवता के चेहरे को दर्शाती है।
गोवा में आयोजित 51वें आई एफ एफ आई के भारतीय चित्रमाला के नॉन फिक्शन फिल्म कैटेगरी में अधिकृत सिलेक्शन के रूप में ‘इन आवर वर्ल्ड‘ ऑटिज्म पर ‘श्रीड क्रिएटिव लैब’ प्राइवेट लिमिटेड की डॉक्यूमेंट्री का प्रीमियर होगा।
अपनी ब्रिलियंट डॉक्यूमेंट्री की सृजनात्मक उत्कृष्टता के लिए, 43 राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार विजेता श्रीड क्रिएटिव लैब के श्रेष्ठ फिल्म निर्माता श्रीधर बी एस द्वारा ये फ़िल्म डायरेक्ट और प्रोड्यूस किया गया है।
इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म का ट्रेलरhttps://youtu.be/
इस फिल्म डॉक्यूमेंट्री में 3 इंट्रोवर्ट बच्चों के जीवन की दिन प्रतिदिन की वास्तविकता के द्वारा उनके जीवन को दर्शाया गया है। इसके द्वारा उनके ऑटिज़्म डिज़- ऑर्डर वाले वर्ल्ड को दर्शाने के साथ उनकी बेसिक इंटेलिजेंस को पेश किया गया है।
ताकि ऐसे बच्चे भी सभी के प्यार और सम्मान के साथ रह सके। इसमें माता-पिता के साक्षात्कार, तैराकी क्लॉस, घुड़सवारी और संगीत सीखने, उनके माता-पिता के साथ विशेष पल, जैसे उनके दिन प्रतिदिन के कार्यों को दर्शाया गया है।
हम जिस तरह जीवन गुजार रहे हैं, उससे दो अलग वर्ल्ड का पता चलता है
डॉक्यूमेंट्री के डायरेक्टर और प्रोड्यूसर श्रीधर बी एस ने कहा कि इस समय हम जिस तरह जीवन गुजार रहे हैं, उससे दो अलग वर्ल्ड का पता चलता है।
“उनमें” और “हमारे” में से वे, जो हमारे से पथभ्रष्ट होते हैं। यह फिल्म इनकी दुनिया को देखने की ऐसी खिड़की है, जिसे प्रेम और सभी परंपरावादी उपायों के साथ समझने की जरूरत है और यह उन्हें एक ही तरह के वर्ल्ड में समाहित करने के मार्ग का चार्टर है।
एक यूनिवर्स जहां हम प्रेम और परस्पर सम्मान के साथ रह सकते हैं, डॉक्यूमेंट्री का फेस्टिवल स्ट्रेटेजिक पार्टनर पनोरमा
स्टूडियोज का डिवीजन, पनोरमा स्पॉटलाइट है।
डॉक्यूमेंट्री से कुछ और तस्वीरें :