फिल्म निर्माता-निर्देशक विधु विनोद चोपड़ा का कहना है कि उन्हें अपने व्यवहार से कोई परेशानी नहीं है और वो कभी भी खुद को एक प्यारा इंसान बनाने की कोशिश नहीं करेंगे।
श्रीनगर में पले-बढ़े चोपड़ा अपने अहंकारी व्यवहार के लिए जिम्मेदार ठहराते हैं भारत के छोटे शहर में हुई अपनी परवरिश को। उनका मानना है कि उन्होंने अपने इस व्यवहार को अपनी अक्षमताओं से लड़ने के लिए हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया है।
चोपड़ा ने कहा, ‘मैं बहुत समय से इससे लड़ रहा हूं और पिछले 20 सालों से मेरी पत्नी अनुपमा चोपड़ा भी इसमें मेरी मदद कर रही हैं। मेरा अहंकार छोटे शहर का होने की वजह से मेरे अंदर की असुरक्षा और अच्छी अंग्रेजी न बोल सकते का नतीजा है।’