संगीत की दुनिया में विनय सप्रू और राधिका राव का बोल–बाला और वर्चस्व वर्षो से कायम है, ये वो लीजेंड्स है जिन्होंने ना सिर्फ देश के सर्वोच्च गायक गायिकाओं जैसे लता मंगेशकर, आशा भोंसले, नुसरत फतेह अली खान , जगजीत सिंह, पंकज उधास, बप्पी लहरी, आबिदा परवीन, सुनिधि चैहान , भूपिंदर–मिताली, अनूप जलोटा, अरिजित सिंह, नेहा कक्कड़ जैसे दिग्गजों को निर्देशित किया।
सुलेना मजुमदार अरोरा
इन्होंने कई न्यूकमर्स जैसे फाल्गुनी पाठक और अदनान सामी को भी अपने वीडियोज और फिल्मों में मौका देकर बुलंदी में पहुँचा दिया।
राधिका राव और विनय सप्रू की इस जोड़ी ने अदनान सामी को सलमान खान के साथ फिल्म ‘लकी नो टाइम फॉर लव’ में बतौर कम्पोजर भी मौका दिया और यही वो जोड़ी है।
जिन्होंने इस दशक की सबसे हॉट और टैलेंटेड पॉप स्टार ध्वनि भानुशाली को सँवारा और लॉन्च किया जो ‘वास्ते’ के साथ सफलता की बुलंदी छू रही है।
इन दिनों विनय और राधिका कृत नवीनतम म्यूजिक वीडियो ‘नयन रे’ संगीत की दुनिया में सफलता के परचम फहरा रही है, इसी सिलसिले में पिछले दिनों मायापुरी से हुई विनय सप्रू की बातचीत के अंश प्रस्तुत हैः-
आपका नवीनतम सॉन्ग ‘नयन रे’ यूटयूब पर जबरदस्त धूम मचा रहा है, दर्शक उसे बहुत पसंद कर रहे है, इस बारे में आपका क्या कहना है?
मैं बहुत–बहुत खुश हूँ, एक डायरेक्टर आखिर क्या चाहता है, यही कि उसकी अभव्यक्ति दर्शकों को अच्छी लगे, वो जो कहानी बताना चाहता है, वो लोगों की समझ में आए, उसे पसंद करे और मुझे बहुत खुशी है, कि ‘नयन रे’, को सबने बहुत पसंद किया चाहे वो मैच्योर्ड दर्शक हो या कॉलेज गोइंग यंगस्टर्स, सबने दिल से लगाया, मैं सातवें आसमान में हूँ, खुश, खुश, खुश!
ये सॉन्ग आपके दिल के किन एहसासों के करीब है?
वाकई ये गीत हमारी कल्पनाओं के एहसासों से जुड़ा एक सुंदर स्वप्निल छुअन है, जो हमारी एक अलग दुनिया से ताल्लुक रखती है।
यह हमारे जहन की दुनिया है, जिसमें जो कॉलेज है वह हमारी सोच का कॉलेज है इसमें जो हॉट गल्र्स है, सिंपल गल्र्स है, कूल डूड्स है, चॉकलेट गल्र्स है, वह हमारे दिमाग की उपज है।
मुझे खुशी है हमारे जहन में बसे इस खूबसूरत कॉलेज को आज के यंगस्टर्स ने बहुत पसंद किया!
आपके इस गीत में जो कॉलेज का माहौल है उसे देखकर बहुत से दर्शकों और कॉलेज गोइंग यंगस्टर्स ने कमेंट किया कि काश ऐसा कॉलेज हकीकत में हो पाता, इस बारे में आप क्या कहते हैं?
जी हां मैंने भी ऐसे ही ढेर सारे कमैंट्स पढ़े हैं, मुझे बहुत मजा आया, यंगस्टर्स को उस गाने में जो दृश्य दिखे वो सपनों की दुनिया लगती है।
कई यंगस्टर्स ने तो यह भी लिखा कि ये मत समझना कि कॉलेज लाइफ ऐसी होती है, कुछ यंगस्टर्स ने कमेंट किया कि ऐसे कॉलेज और क्लासरूम नहीं होते हैं।
मैं उन स्टूडेंट्स को कहना चाहता हूं, कि इस गीत में जो क्लासरूम है वह हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के क्लासरूम से प्रेरित है जहां जेआरडी टाटा और रतन टाटा जैसे दिग्गजों ने पढ़ाई की है।
उसी हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के क्लासरूम को यादगार बनाते हुए उन्होंने बांद्रा में एक्जेक्टली वैसा ही क्लासरूम का रिप्लिका बनाया।
मेरे उस गीत में वही क्लासरूम है, हमने ये गीत वहीं शूट किया, मतलब मेरे गीत का क्लासरूम वास्तव में है,
मुंबई में जो बड़े–बड़े स्कूल कॉलेज है, जैसे सिंगापुर स्कूल, धीरूभाई अंबानी कॉलेज जहां शाहरुख खान के बच्चे पढ़ते हैं।
वहां भी सब कुछ बड़े पैमाने पर ही होता है, वहां तो जो फ्रेशर्स पार्टी होती है, वो भी फाइव स्टार होटल में रखी जाती है।
मेरे कॉलेज में भी कितने स्टूडेंट्स बढ़िया से बढ़िया कपड़े पहनकर आते थे, कई फुटबॉल प्लेयर स्टूडेंट तो फुल ऑन डूड्स बनकर आते थे।
भले ही ये गीत मेरे और राधिका के कल्पनाओं का कॉलेज है लेकिन ये एक्सिस्ट ही नहीं करता ये कहना गलत है।
बात जब ‘नयन रे’ की चल रही है, तो इस दशक की सिंगिंग सेंसेशन ध्वनि भानुशाली के बारे में बात करना तो बनता ही है, जिन्हें आपने लॉन्च किया था, और उनके गाए ‘वास्ते’ को वन बिलियन व्यूज भी मिले और लाइक्स में भी वो वल्र्ड के टॉप टेन रिकाॅर्ड्स में जगह बना चुकी है, तो आपने क्या देख कर उन्हें मौका दिया और क्या उस वक्त आपको एक्सपेक्टेशन थी कि ये सॉन्ग इतना पॉपुलर होगा?
मेरी और राधिका की म्यूजिक जर्नी अब तक बीस साल की है, जब मैं 20 साल का था तब म्यूजिक की दुनिया में हमने कदम रखा था उस वक्त हमने संगीत जगत के बड़े से बड़े कलाकार जैसे लता मंगेशकर, आशा भोसले, नुसरत फतेह अली खान, जगजीत सिंह, पंकज उधास को लेकर बहुत काम किया।
फिर हमने सोचा कि सिर्फ एस्टैब्लिश्ड कलाकारों के साथ ही क्यों काम कर रहे हैं, हमें न्यू कमर्स को भी ब्रेक देना चाहिए।
तब हमने फाल्गुनी पाठक को इंट्रोड्यूस किया, साथ ही हमने अदनान सामी को भी अपनी फिल्म में बतौर म्यूजिक डायरेक्टर लॉन्च किया, इस तरह हमने कई सिंगर्स, कम्पोजर्स को ब्रेक दिए।
उसके बाद हम लोग फिल्म बनाने में बिजी हो गए तो थोड़े समय तक गाना बन्द रखा, कुछ समय बाद एक दिन जब मैं भूषण कुमार के साथ बैठा था तो बातों बातों में मैंने कहा कि भारत में एक बिलियन लोगों में क्या कोई नया बेहतरीन कलाकार नहीं हैं?
गजल के लिए वही जगजीत सिंह या पंकज उधास, पॉप गाना हो तो वही आशा भोसले, डांडिया गीत के लिए वही फाल्गुनी पाठक, भजन के लिए वही अनूप जलोटा जिनके साथ हम पिछले 15 सालों से काम कर रहे हैं।
तो क्या इन 15 सालों में कोई नया कलाकार आया ही नहीं है? इस पर भूषण कुमार ने कहा था कि टी सीरीज हमेशा से ही न्यूकमर्स को सपोर्ट करता रहा है, तो वह तैयार है, मुझे जो करना है मैं करूँ।
फिर एक फंक्शन में मैंने स्टेज पर एक नई लड़की ध्वनि भानुशाली को गाते सुना, वो घबराई सी गिटार के साथ गा रही थी, मुझे आवाज अच्छी लगी, पता किया तो वो मेरे दोस्त विनोद की बेटी निकली।
मैंने अपने अगले म्यूजिक लॉन्च के साथ उसे इंट्रोड्यूज करने का मन बना लिया, लेकिन हमें ध्वनि को सही तरीके से ग्रूम करना था, वो पन्द्रह किलो ओवरवेट थी।
उसे डांस क्लास और म्यूजिक क्लास में तराशने के लिए भेजा, वेट लॉस कराया, मतलब पूरी तरह उनका मेकओवर किया, यानी वी टुक ओवर, ध्वनि ने भी बहुत मेहनत की और जैसा हम चाहते थे वैसा ही किया ।
और फिर हमने अपने एक पुराने सॉन्ग का रीमिक्स उससे गवाया ‘ले जा रे’, उसके बाद ‘वास्ते’ सॉन्ग की तैयारी की,
‘वास्ते’ हमारे लिए बहुत ही स्पेशल सॉन्ग था, क्योंकि एक तो वह ओरिजिनल था और दूसरा उसमें सारे न्यू कमर्स थे, हमारा बजट बहुत लिमिटेड था, खर्च करने के लिए ज्यादा पैसे भी नहीं थे।
तो ध्वनि ने वीडियो में जो जंपर पहना, जो स्कर्ट पहनी या जो भी एक्ससरिज पहने सब राधिका के थे, और उसमें हीरो ने भी जो जंपर पहना, जो जूते, जो कुछ भी पहना वह सब मेरे वार्डरोब से थे।
यानी मेरे और राधिका के पर्सनल सामानों से वह वीडियो बना था, इसलिए ‘वास्ते’ हमारे दिल के बहुत करीब है, उसमें हमने एक निर्देशक के रूप में एक खूबसूरत कहानी कही।
आज के युवाओं की कहानी, उनकी जिंदगी से जुड़ी कहानी और जब हम ‘वास्ते’ बना रहे थे, तो सिर्फ और सिर्फ उसपर ही हमारा फोकस था।
हम ये नहीं सोच रहे थे कि हमें अपने प्रीवियस कल्ट गाने जैसे, ‘किन्ना सोना’ (नुसरत फतेह अली खान), ‘जानम समझा करो’ (आशा भोंसले), ‘याद पिया की आने लगी’ (फाल्गुनी), ‘दिल कही होश कहीं’ (जगजीत सिंह), ‘चांदी जैसा रंग है तेरा’ (पंकज उधास) जैसा गीत बनाना है।
हम ‘वास्ते’ को इस शिद्दत से बना रहे थे, जैसे यही हमारा पहला और आखरी वीडियो सॉन्ग है, और फिर इसका जो रिजल्ट आया वो जगजाहिर है।
भूषण कुमार की टी सीरीज दुनिया की टॉप मोस्ट म्यूजिक कम्पनी है, और जब यह गीत इस म्यूजिक कम्पनी का टॉप मोस्ट सॉन्ग साबित होकर लोकप्रियता का रिकॉर्ड ब्रेक करे तो सोच सकते है कि कितना सन्तोष मिलता है, राधिका और मैंने अपने कलाकारों और टीम के साथ जो मेहनत की वो सार्थक हुआ!
आपने टी सीरीज के साथ इतने वर्षों तक काम किया तो, आप भूषण जी के साथ काम करने का अपना एक्सपीरिएंस शेयर करें!
जैसा कि मैंने कहा भूषण कुमार की टी सीरीज कम्पनी, वल्र्ड की ऑलमोस्ट नम्बर वन म्यूजिक कंपनी है, और उनका यूटयूब चैनल विश्व का सब से लोकप्रिय चैनल है।
उस कंपनी में जब हमारे बनाए गाने टॉपमोस्ट हिट गीत साबित होते हैं, तो आप समझ सकते हैं कि हमारी आपस की टयूनिंग कैसी है।
हमारा पहला गाना भी टी सीरीज कंपनी के साथ ही था, और हमने मैक्सिमम गाने टी सीरीज के लिए ही बनाएं है।
भूषण कुमार को हमारे क्रिएशन्स, हमारे गीतों के कॉन्सेप्ट, हमारे कंटेंट्स और हमारे निर्देशन पर इतना भरोसा है कि वे जो दुनिया के सबसे टॉप म्यूजिक चैनल के मालिक है।
बगैर जाँचे, सुने ही हमारे निर्देशित निर्मित गीतों को रिलीज कर देतें हैं इसलिए हम पर भी ये जिम्मेदारी सौ प्रतिशत बढ़ जाती है, कि हम उनके विश्वास और उम्मीद पर खरे उतरे।
आज भी उनके यूटयूब म्यूजिक चार्ट में हमारे दोनों गीत ‘बेशर्म बेवफा’ और ‘नयन रे’ टॉप पर है।
कहतें है न, भगवान जब दो लोगों की कुंडली मिला देते हैं, तो वो जिंदगी भर बनी रहती है, टी सीरीज के साथ भी हमारा यही अटूट विश्वास और बंधन है, वे हमें और हम उन्हें बेहद प्यार और रेस्पेक्ट करते हैं।
खबरों के अनुसार आप और राधिका राव टी सीरीज के लिए जल्द ही कोई नई म्यूजिकल फिल्म भी बनाने वाले हैं?
हाँ, वो तो है, हमने अपनी पहली म्यूजिकल फिल्म ‘लकी’ भी टी सीरीज के साथ ही बनाई थी, ये तो एक लॉजिकल बात है कि जब टी सीरीज के साथ हमारे इतने बड़े–बड़े हिट गाने आ रहे हैं तो आगे पिक्चर बनाना एक नैचुरल प्रोग्रेशन सा हो जाता है।
हाँ, हम लोग भी एक म्यूजिकल फिल्म बनाने जा रहे हैं, म्यूजिकल इन द सेंस कि अगर भूषण जी और हम लोग साथ कोई फिल्म बना रहे हैं, तो वो तो म्यूजिकल होनी ही होनी है।
मई महीने में शूटिंग शुरू करने वाले हैं, और नवंबर में फिल्म रिलीज करने वाले हैं।
आप मायापुरी के पाठकों से कुछ कहना चाहतें हैं?
मैं आपके माध्यम से मायापुरी के लाखों पाठकों से यह कहना चाहता हूँ कि, आप लोगों में से जो जेनुइनली म्यूजिकली टैलेंटेड है, अगर आप बेहतरीन गायक है, बेहतरीन गीतकार हैं, बेहतरीन म्यूजिक कम्पोजर हैं और कोई ब्रेक चाहतें हैं तो हमसे आकर सम्पर्क करें।
हम आपको मौका देकर इंट्रोड्यूज करेंगे, हम आपको ग्रूम करेंगे, मेंटर बनेंगे, बस हमारी एक ही शर्त है कि आप जेनुइनली टैलेंटेड होना चाहिए, किसी की कॉपी वाली आवाज नहीं चाहिए।
कई कलाकार सोचते हैं, कि वो लता मंगेशकर, आशा भोंसले, मोहम्मद रफी, किशोर कुमार या किसी भी लीजेंड की तरह गायेंगे तो उन्हें चांस मिलेगा लेकिन हमें किसी की कॉपी नहीं बल्कि ऑरिजिनल आवाज इंट्रोड्यूस करना है।
ध्वनि भानुशाली को हमने इसलिए ग्रूम और इंट्रोड्यूज किया क्योंकि उनकी आवाज ऑरिजिनल थी, किसी की कॉपी नहीं थी!
मायापुरी पत्रिका के बारे में आप क्या कहेंगे?
टॉप फिल्म पत्रिकाओं में मायापुरी वीकली बॉलीवुड की जान है, जिनको फिल्म नगरी, यानी मायानगरी से प्यार है, और इसके बारे में सब न्यूज जानना है तो बस एक मायापुरी पढ़ लो, सब जान जाओगे।
मायापुरी में मेरी शुरू से लेकर अब तक के करियर की कितनी खबरें और बढ़िया तस्वीरें छपती रही है, मायापुरी में छपने वाली तस्वीरें सब से सुंदर होती है, इसमें इंटरव्यू देकर मुझे बहुत खुशी मिल रही है!