क्या यह दैवीय संयोग है कि महान गायिका कामिनी कौशल का निधन बाल दिवस के दिन हुआ?

महान भारतीय अभिनेत्री कामिनी कौशल का निधन बाल दिवस के दिन हुआ, जो उनके बच्चों के प्रति प्रेम और समर्पण को दर्शाता है। उनका असली नाम उमा कश्यप-सूद था।

कामिनी कौशल बॉलीवुड की लोकप्रिय अभिनेत्री थीं और उन्होंने राज कपूर, दिलीप कुमार और देव आनंद जैसे दिग्गजों के साथ काम किया।

उन्होंने बाल फिल्म सोसाइटी की अध्यक्षता की और बच्चों के लिए टीवी शो और फिल्में बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

कामिनी जी ने 'चंदामामा' जैसी कठपुतली फिल्मों का निर्माण किया और अपनी आवाज़ भी दी।

1980 के दशक के अंत और 1990 के दशक की शुरुआत में, उन्होंने अपने प्रोडक्शन बैनर गुड़िया घर प्रोडक्शंस के तहत कई कठपुतली-आधारित टीवी शो बनाए।

इन शो में 'चाँद सितारे', 'चाट पानी', 'चंदामामा' और 'खेल खिलौनों' जैसे कार्यक्रम शामिल थे।

उन्होंने 1986 में बच्चों के लिए 'मेरी परी' नामक एक एनिमेशन फिल्म बनाई और 'पराग' पत्रिका के लिए कहानियाँ भी लिखीं।

कामिनी के निधन पर मायापुरी और bollyycom ने उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।

कामिनी कौशल के योगदान ने भारतीय बच्चों के मनोरंजन जगत में एक विशेष स्थान बनाया, जो उनके चंचल और मिलनसार स्वभाव का प्रमाण है।