सांवलेपन को नहीं बनने दी अपनी कमजोरी- Poulomi Das

टीवी एक्ट्रेस पौलमी दास ने साबित किया है कि खूबसूरती का मतलब सिर्फ गोरी चमड़ी नहीं होती। उन्होंने अपने सांवले रंग को कभी कमजोरी नहीं बनने दिया और आत्मविश्वास के साथ अपने करियर में सफलता पाई।

पौलमी ने कई बार सांवले रंग के कारण रिजेक्शन का सामना किया, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपने काम से अपनी पहचान बनाई है।

पौलमी दास जल्द ही एएलटीटी के नए शो 'दुलहनिया बीड़ीवाली' में मुख्य भूमिका में नज़र आएंगी। उन्होंने कई गोरी चमड़ी वाली अभिनेत्रियों को पछाड़कर यह रोल हासिल किया है।

उन्होंने 'सुहानी सी एक लड़की' और 'कार्तिक पूर्णिमा' जैसे शोज़ में सांवले रंग की लड़कियों के किरदार निभाए, जिन्हें दर्शकों ने काफी पसंद किया।

मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में पौलमी ने कहा कि उन्हें अपने सांवले रंग पर गर्व है और लोगों को किसी के रंग या शरीर की बनावट पर जज करने का हक नहीं है।

पौलमी अपने कांप्लेक्स को लेकर बेहद कॉन्फिडेंट हैं और उन्होंने इंडस्ट्री के भेड़चाल में शामिल होने के बजाय अपनी असली रंगत को अपनाया है।

उनके पहनावे से भी यह साफ झलकता है कि वह किसी खास रंग को फॉलो नहीं करती हैं और अपने स्टाइल को आत्मविश्वास के साथ प्रस्तुत करती हैं।

पौलमी के करियर में 'नागवधू - एक जहरीली कहानी', 'इंडियाज नेक्स्ट टॉप मॉडल', 'नागिन -6', 'दिल ही तो है', 'अघोरी', 'हाय तौबा', 'परौशपुर', 'बेकाबू-2' और 'जेहनाबाद - ऑफ़ लव एंड वॉर' जैसे शो और वेब सीरीज शामिल हैं।

उन्होंने अपने आत्मविश्वास और काम के ज़रिए दुनिया की सभी सांवली लड़कियों के लिए एक मिसाल पेश की है, यह दिखाते हुए कि असली खूबसूरती आपके आत्मविश्वास और काम में होती है।