"काश हम Roja फिल्म को 'कश्मीर' में भी 'शूट' कर पाते" नायिका मधु ने ऐसा क्यों कहा था?

प्रशंसित फिल्म निर्माता मणिरत्नम ने अपनी ऐतिहासिक संगीत थ्रिलर फिल्म 'रोजा' (1992) को मूल रूप से कश्मीर में शूट करने की योजना बनाई थी, जिसका विषय आतंकवाद और अपहरण था।

उस समय के वास्तविक जीवन के आतंकवादी हमलों के कारण मणिरत्नम को फिल्म के गीतों और दृश्यों को हिमाचल प्रदेश के कुल्लू-मनाली, कुन्नूर और ऊटी जैसे अन्य हिल स्टेशनों पर शूट करना पड़ा।

फिल्म के सिनेमेटोग्राफर संतोष सिवन ने बताया कि स्क्रिप्ट में कई खूबसूरत कश्मीरी लोकेशन्स शामिल थे, लेकिन सुरक्षा चिंताओं के चलते उन्हें बदलना पड़ा।

फिल्म की नायिका मधु ने कहा था कि 'रोजा' में शानदार खूबसूरत लोकेशन हैं, लेकिन अगर इसे कश्मीर में शूट किया गया होता, तो इसकी प्राकृतिक भव्यता और अधिक होती।

फिल्म 'रोजा' को मधु और अरविंद स्वामी के साथ दो महीने से भी कम समय में पूरा किया गया था।

मधु का मानना था कि कश्मीर की वास्तविक लोकेशन्स पर शूटिंग करने से फिल्म में अधिक प्राकृतिक सौंदर्य और बर्फीले परिदृश्य की सुंदरता होती।

इस बदलाव के बावजूद, फिल्म 'रोजा' ने अपनी कहानी और संगीत के लिए व्यापक प्रशंसा प्राप्त की।

मणिरत्नम की यह फिल्म आज भी एक यादगार और प्रभावशाली फिल्म मानी जाती है, जिसने अपनी कहानी और संगीत के माध्यम से दर्शकों को प्रभावित किया।