Kavita Krishnamurthy Exclusive Interview: सुरों की दुनिया में लता की परंपरा को आगे ले जाती आवाज़ हैं कविता कृष्णमूर्ति

कविता कृष्णमूर्ति एक प्रतिष्ठित गायिका हैं जिन्होंने हिंदी फिल्म संगीत से लेकर शास्त्रीय संगीत तक अपने सुरों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया है। उनका संगीत से जुड़ाव दिल्ली में उनके परिवार के माध्यम से शुरू हुआ, जिसमें दक्षिण भारतीय और बंगाली संगीत का प्रभाव था।

उनका पहला रिकॉर्डिंग अनुभव 1985 में फिल्म 'प्यार झुकता नहीं' के लिए था, जो उनके दिल के करीब है। फिल्म 'मिस्टर इंडिया' का गाना "हवा हवाई" उनके करियर का टर्निंग पॉइंट माना जाता है।

कविता ने विभिन्न संगीत निर्देशकों के साथ काम किया है और सभी के साथ काम करने का अनुभव enriching बताया। उन्होंने कहा कि कुछ निर्देशकों के साथ बार-बार काम करने की इच्छा होती है।

क्लासिकल और फिल्मी गीतों के बीच संतुलन बनाए रखना उनके लिए सहज रहा है, जो उनके बचपन से संगीत के प्रति जुड़ाव और निरंतर अभ्यास का परिणाम है।

विभिन्न भाषाओं में गाने के अनुभव पर उन्होंने कहा कि संगीत की अपनी एक भाषा होती है, जो भावनाओं को श्रोताओं तक पहुंचाती है।

उनके पति डॉ एल. सुब्रमण्यम एक विश्वविख्यात वायलिन वादक हैं, और दोनों ने मिलकर कई संगीत समारोहों में हिस्सा लिया है।

पहलगाम आतंकी हमले पर कविता ने दुख जताया और सरकार के निर्णयों का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि संगीत की कोई सीमा नहीं होती, लेकिन भारतीय कलाकारों को भी उचित अवसर मिलना चाहिए।

युवा गायकों के लिए उनका संदेश है कि संगीत में करियर बनाना है तो रियाज़ को प्राथमिकता दें। संगीत अनुशासन, निरंतर अभ्यास और धैर्य का क्षेत्र है। सफलता समय लेती है, लेकिन समर्पण सच्चा हो तो आवाज़ ज़रूर सुनी जाएगी।