Neha Dhupia: ने पीसीओएस और महिलाओं के हार्मोनल स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए 21 दिन की एंटी-इंफ्लेमेटरी चुनौती ली है।

अभिनेत्री नेहा धूपिया ने पीसीओएस (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए 21-दिवसीय एंटी-इंफ्लेमेटरी चैलेंज लिया है, जिसका उद्देश्य महिलाओं को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना है।

इस पहल को नेहा ने अपनी पेरेंटिंग और वेलनेस पहल "फ्रीडम टू फीड" के तहत शुरू किया है, जो महिलाओं के स्वास्थ्य और मातृत्व से जुड़े मुद्दों पर केंद्रित है।

नेहा ने यह चैलेंज एक लाइव सत्र के दौरान घोषित किया, जिसमें उन्होंने डाइटीशियन ऋचा के मार्गदर्शन में इस चुनौती को अपनाने की बात कही।

इस लाइव सत्र ने दर्शकों की बड़ी भागीदारी को आकर्षित किया, जिससे महिलाओं के स्वास्थ्य, पोषण और हार्मोनल असंतुलन को रोकने में जीवनशैली में बदलाव के महत्व पर चर्चा को प्रोत्साहन मिला।

सोशल मीडिया पर इस घोषणा ने उत्साह की लहर दौड़ा दी है, और प्रशंसक नेहा की सराहना कर रहे हैं कि उन्होंने अपने प्लेटफॉर्म का उपयोग महिलाओं के स्वास्थ्य पर चर्चा को सामान्य बनाने के लिए किया।

पीसीओएस आज युवा महिलाओं के लिए एक बढ़ती हुई चिंता का विषय है, और नेहा की यह चुनौती केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य के बारे में नहीं है, बल्कि जागरूकता पैदा करने और महिलाओं को सक्रिय कदम उठाने के लिए प्रोत्साहित करने के बारे में भी है।

इस पहल के माध्यम से नेहा ने दिखाया कि कैसे महिलाएं अपने स्वास्थ्य और पोषण में सुधार लाकर हार्मोनल असंतुलन और पीसीओएस जैसी समस्याओं से बच सकती हैं।

डाइटीशियन ऋचा इस चैलेंज में नेहा धूपिया के साथ सलाह और मार्गदर्शन दे रही हैं, जिससे इस पहल को और भी प्रभावशाली बनाया गया है।