जो लोग मुझे कम आंकते हैं, वही मेरी चुनौती बनते हैं- Vikrant Massey

विक्रांत मैस्सी, जो छोटे परदे से बड़े परदे तक अपनी पहचान बना चुके हैं, इन दिनों अपनी आगामी नेटफ्लिक्स फिल्म 'आंखों की गुस्ताखियां' को लेकर चर्चा में हैं।

फिल्म में शनाया कपूर, संजय कपूर और महीप कपूर की बेटी, बॉलीवुड में डेब्यू कर रही हैं।

विक्रांत ने बिना किसी फिल्मी बैकग्राउंड के इंडस्ट्री में अपनी मेहनत और कौशल से एक मजबूत पहचान बनाई है।

एक इंटरव्यू में, विक्रांत ने खुलासा किया कि उन्हें कई बार कम आंका गया है, लेकिन ऐसे लोग ही उनकी प्रेरणा बनते हैं और उन्हें बेहतर करने के लिए प्रेरित करते हैं।

विक्रांत का मानना है कि भेदभाव केवल पारिवारिक पृष्ठभूमि तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सोच से आता है।

विक्रांत ने अपने संघर्ष को अपनी ताकत बताया और कहा कि नकारात्मकता उनके अंदर की आग को जलाए रखती है।

उनके अभिनय करियर की शुरुआत 'धूम मचाओ धूम' (2007) सीरीज़ से हुई और उन्होंने कई टेलीविज़न धारावाहिकों में काम किया।

विक्रांत ने 'लुटेरा' (2013) से बॉलीवुड में कदम रखा और फिर 'दिल धड़कने दो', 'हाफ गर्लफ्रेंड', 'छपाक' जैसी फिल्मों में दिखाई दिए।