Aamir Khan स्टारर "Taare Zameen Par" क्यों है बॉलीवुड की सबसे बेहतरीन फिल्मों में से एक

"तारे ज़मीन पर" 2007 में रिलीज़ हुई एक महत्वपूर्ण फिल्म है जिसने न केवल स्टीरियोटाइप्स को तोड़ा बल्कि समाज की सोच को भी बदल दिया।

इस फिल्म ने डिस्लेक्सिया और सीखने में कठिनाइयों का सामना करने वाले बच्चों की समस्याओं को संवेदनशीलता के साथ प्रस्तुत किया, जो उस समय के लिए नया था।

फिल्म की कहानी भावनात्मक रूप से गहरी थी, लेकिन यह बिना उपदेश दिए दर्शकों के दिलों को छू गई।

फिल्म का संगीत, विशेष रूप से "माँ" और "जमे रहो" जैसे गाने, आज भी दिलों को छूते हैं और फिल्म की कहानी को गहराई से जोड़ते हैं।

आमिर खान ने एक संवेदनशील कला शिक्षक का किरदार निभाया, लेकिन उन्होंने दर्शील सफारी के ईशान को फिल्म का केंद्र बिंदु बनाया।

आमिर खान ने अपनी भूमिका को खुद पर केंद्रित करने के बजाय कहानी और पात्रों को प्राथमिकता दी, जिससे दर्शकों का ईशान की यात्रा से गहरा जुड़ाव हुआ।

आमिर खान वर्तमान में "सितारे ज़मीन पर" की तैयारियों में लगे हुए हैं, जो "तारे ज़मीन पर" का स्पिरिचुअल सिक्वल है।

यह नई फिल्म आमिर खान प्रोडक्शंस के बैनर तले बनाई जा रही है और इसका निर्देशन आर एस. प्रसन्ना कर रहे हैं, जिसमें आमिर खान और जिनलिया देशमुख लीड रोल में हैं।