आज भारतीय पार्श्व गायक 63 साल की उम्र में अपना जन्मदिन मना रहे हैं! गायक ने अपने करियर की शुरुआत फ़िल्म ज़लज़ला (1988) से एक पार्श्व गायक के रूप में की थी, जो उनके लिए एक बड़ा ब्रेक साबित हुआ।
पार्श्व गायक का जन्म गोवा के शिरोडा के एक कोंकणी भाषी परिवार में हुआ था। उनकी शादी हेमा भोसले से हुई है। उनके एक बेटा और एक बेटी है, जिनका नाम सिद्धांत और श्रुति है।
इसके बाद उन्होंने अपने करियर को आगे बढ़ाने के लिए मिमिक्री का सहारा लिया और संजीव कुमार, अनिल कपूर और अमिताभ बच्चन जैसे कई अभिनेताओं के लिए डबिंग की। उन्होंने फ़िल्म प्रोफेसर की पड़ोसन (1993) के लिए संजीव कुमार की आवाज़ के लिए डबिंग की, जिसका कारण फ़िल्म पूरी होने से पहले ही उनकी असामयिक मृत्यु थी। उन्होंने एनिमेटेड फ़िल्म घटोत्कच (2008) के लिए भी गाया।
सुदेश भोसले अमिताभ बच्चन की आवाज़ से मिलती-जुलती आवाज़ और उन पर फ़िल्माए गए गानों की वजह से भारत में एक जाना-पहचाना नाम बन गए हैं, जैसे; कभी ख़ुशी कभी ग़म (2001) से "से शावा शावा", डर (1993) से "अंग से अंग लगाना", मेजर साब (1998) से "सोना सोना" और हम (1990) से सबसे मशहूर "जुम्मा चुम्मा दे दे", उनके द्वारा गाए गए कुछ अनमोल गाने हैं। वह फिल्म बिरादरी के कुछ प्रतिष्ठित अभिनेताओं जैसे दादामणि 'अशोक कुमार', विनोद खन्ना, अनिल कपूर और सुनील दत्त की नकल भी करते हैं। उनका नाम कुछ बेहतरीन फिल्मों से जुड़ा है जैसे हम (1991), बड़े मियां छोटे मियां (1998), मेजर साब (1998), अजूबा (1990), लाल बादशाह (1999), मृत्युदाता (1997), कटे (2002), बागबान (2003), कभी खुशी कभी गम (2001), वक्त (2005), बाबुल (2006) आदि, कुछ ऐसी फिल्में हैं जिनमें उन्होंने अपनी आवाज दी और उनमें से ज्यादातर अमिताभ बच्चन पर फिल्माई गई हैं।
-Moumita Das
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