Indian Television: टीवी की दुनिया की ये रानियाँ
यह लेख टीवी की उन शक्तिशाली महिलाओं पर केंद्रित है जिन्होंने न सिर्फ पर्दे पर यादगार किरदार निभाए, बल्कि अपनी असली ज़िंदगी में भी संघर्ष, साहस और प्रेरणा की मिसाल पेश की।
यह लेख टीवी की उन शक्तिशाली महिलाओं पर केंद्रित है जिन्होंने न सिर्फ पर्दे पर यादगार किरदार निभाए, बल्कि अपनी असली ज़िंदगी में भी संघर्ष, साहस और प्रेरणा की मिसाल पेश की।
आज रात के एपिसोड में तारक मेहता का उल्टा चश्मा में गोकुलधाम सोसाइटी की दिवाली की तैयारियों का मजेदार दृश्य देखने को मिलेगा। "पासिंग द लाडू: गोकुलधाम की दिवाली चेन रिएक्शन" में पड़ोसी एक-दूसरे के साथ उत्सव और हंसी-मज़ाक
टीवी का स्वर्ण युग फिर लौटने वाला है। लोकप्रिय शो ‘रजनी 2.0’ 3 नवंबर से दूरदर्शन पर और 10 नवंबर से वेव्स प्लेटफॉर्म पर प्रसारित होगा। यह शो दर्शकों को नया रोमांच, मनोरंजन और यादगार टीवी अनुभव देने के लिए तैयार है।
भारतीय घरों में टीवी हर सदस्य की पसंद का केंद्र है—बच्चे कार्टून, पिताजी न्यूज़ या क्रिकेट, माताएं सास-बहू सीरियल्स और दादा-दादी धार्मिक चैनल पसंद करते हैं। हालिया BARc रिपोर्ट 2025 के अनुसार, टीवी पर सबसे ज्यादा लोकप्रिय कंटेंट स्त्रियों के नेतृत्व वाली
भारत में दूरदर्शन ने टेलीविजन की दुनिया को एक नई दिशा दी। 1959 में जब इसकी शुरुआत हुई, तब यह सिर्फ़ कुछ घंटों के प्रसारण तक सीमित था। धीरे-धीरे समाचार, कृषि कार्यक्रमों और फिर मनोरंजन धारावाहिकों के ज़रिए दूरदर्शन ने पूरे देश में अपनी पकड़ मजबूत की।
भारत में टेलीविजन का मूलभूत अस्तित्व 1959 में दूरदर्शन की शुरुआत के साथ सामने आया। धीरे-धीरे टीवी ने मनोरंजन, शिक्षा और समाचार के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे यह घर-घर में लोकप्रिय हुआ।
अपने घर पर, पोपटलाल अपनी होने वाली पत्नी के बारे में सोच रहे हैं और सोच रहे हैं कि आख़िर कब किस्मत उनके दरवाज़े पर दस्तक देगी — और तभी, एक दस्तक उनके विचारों को तोड़ देती है! हैरान होकर, वह दरवाज़े की ओर मुड़ते हैं और देखते हैं कि वहाँ एक महिला खड़ी है...
राजन शाही और दीपा शाही की अनुपमा के दिवाली स्पेशल एपिसोड में नायिका अनुपमा को लक्ष्मी मां के अवतार में प्रस्तुत किया गया। इस एपिसोड में प्रकाश भाऊ की क्रूरता के खिलाफ अच्छाई की जीत दिखाई गई।