यहाँ तक कि शहंशाह और उनकी बेगम भी इस छोटी सी महान महिला के दर्शन के लिए लंबी कतार में खड़े थे, जिसे दुनिया मदर टेरेसा के रूप में जानती है जो अब संत टेरेसा हैं।- अली पीटर जॉन By Mayapuri Desk 01 Jul 2021 in अली पीटर जॉन New Update Follow Us शेयर भाग्य या भगवान ने मेरे जीवन में सबसे महान इंसानों में से कुछ से मुझे मिलवाया है, जिसमें मैंने किसी भी तरह के लक्ष्य तक पहुँचने की बहुत छोटी आशा देखी थी। और उन सभी लोगों को देखा जो अलग-अलग समय पर मेरे जीवन में आए हैं। मैं स्वप्न में भी कैसे जान सकता था कि, मैं एक दिन दिलीप कुमार और सायरा बानो के साथ एक ही कतार में खड़ा होऊंगा, यह तो ऐसा ही सपना है जैसे पृथ्वी पर देवी के दर्शन पाना, जिसको दुनिया मदर टेरेसा के नाम से जानती है। मैं भाग्यशाली था कि, मुझे मोहन वाघ नाम का एक दोस्त मिला, जो मनसे नेता राज ठाकरे के ससुर थे, जो चाहते थे कि मैं उनके साथ मदर टेरेसा को देखने जाऊं और मुझे उनके साथ जुड़कर बहुत खुशी हुई। रास्ते में उन्होंने मेरे हाथों में नोटों का एक पूरा बंडल रखा और मुझे पैसे माँ को देने के लिए कहा। जब हम विले पार्ले में उनके मिशनरी हॉल में पहुँचे, तो हमें मुंबई की कुछ जानी-मानी हस्तियों के साथ एक बहुत लंबी कतार दिखाई दी और उनमें से फिल्म उद्योग का नंबर एक जोड़ा भी कतार में था, दिलीप कुमार और सायरा बानो। कतार में लगे लोगों ने जोड़े को कतार से आगे जाने के लिए कहा, लेकिन दिलीप कुमार ने कहा कि अगर वह सही इरादों के साथ माँ के पास आए हैं तो विशेष खातिरदारी करवाना बहुत गलत होता। मैं माँ के पास पहुँचा और उनके पैर छुए जैसे वह फर्श पर एक सादी चटाई पर बैठी थी, मैंने माँ को नोटों का बंडल सौंपा और उन्होंने मुझे आशीर्वाद दिया और मुझसे कहा ष्अपने सभी दोस्तों को बताओ कि मैं क्या नहीं चाहती, मुझे अपने गरीब लोगों की देखभाल के लिए पैसे चाहिए। मैंने दिलीप कुमार और सायरा को बताया कि माँ ने मुझसे क्या कहा था और सौभाग्य से वे भी उन्हें देने के लिए केवल पैसे लाए थे। जोड़े ने पहले झुकते हुए माँ के हाथ चूमे और एक बड़े लिफाफे जिसमें अनेक करेंसी नोट थे, उसे माँ को सौपा, माँ मुड़ी और जोड़े को उठाया और हाथ उठाकर आशीर्वाद दी, जोड़ा धन्य हो गया था, वे शायद ही जानती थी कि दिलीप कुमार और सायरा बानो के लाखों प्रशंसक उनकी पूजा करते थे। और सायरा बानो ने दबी हुई आवाज में कहा, ‘लोगों को मूर्तियों के सामने पूजा और प्रार्थना क्यों करनी पड़ती है जब यहाँ एक साधारण महिला के रूप में भगवान हैं। और दिलीप कुमार ने कहा, “भगवान के लिए मेरी तलाश खत्म हो गई है। मुझे मेरी देवी मिल गई है। मुझे आशा है कि हमारे पास माँ जैसी और भी कई देवी हैं। हमने जो बदसूरत दुनिया बनाई है, काश वह एक सुंदर दुनिया होती और काश धरती पर ही स्वर्ग होता।” ऐसे तो खुदा और कुदरत कई करिश्मे करते रहते हैं, लेकिन ऐसे करिश्में जिंदगी में सिर्फ कभी-कभी होते हैं। #Dilip Kumar #MOTHER TERESA #Saira Banu #Raj Thackeray #legend dilip kumar #Shahenshah #DILIP KUMAR AND SAIRA #saint teresa #dilip and saira #SHAHENSHAH HIS BEGUM हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें! विशेष ऑफ़र और नवीनतम समाचार प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति बनें अब सदस्यता लें यह भी पढ़ें Advertisment Latest Stories Read the Next Article