शाहरुख खान की कहानियों को बंद करना मुश्कित ही नहीं नामुमकिन है... अब सुनो एक नई कहानी बादशाह खान की। ये कहानी है उनके नाना की। किसको पता है कि इनके नाना जनरल शहनवाज खान हैं। और वो नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के इंडियन नेशनल आर्मी के खास हिस्से थे।
जनरल खान वो इन्सान हैं जिसने लाल किले पर तिरंगे को पहली बार फहराया था। और आजादी के बाद वो कई विभागों के केबिनेट मंत्री थे और मेरठ के वो काफी सालों तक लोक सभा के चुने हुए पार्लियामेंट के सदस्य थे। वो कई ट्रस्टों के सदस्य भी थे। उन्होंने अपने इलाके में काफी काम किया था।
वो शाहरुख की माँ लतीफ फातिमा के पिता थे और उनका रिश्ता शाहरुख के परिवार से गहरा था। इन्हीं की वजह से शाहरुख में देश सेवा और देश भक्ति की भावनाएं जागी थी।
शाहरुख ने ये बात जाहिर की, लेकिन इतिहास गवाह है कि जनरल खान उसके नाना थे। कमाल की बात है कि शाहरुख ने कभी इस रिश्ते का फायदा कभी नहीं उठाया।