/mayapuri/media/post_banners/54c365b6474b43f573c9de5d21539a85d24b20930556d55eefe55e5b52eb1151.jpg)
मशहूर संगीत सम्राट उस्ताद राशिद के अगर आप फैन हैंब तो आपके लिए बुरी खबर हैं कि सिंगर का निधन हो गया है. कोलकाता के एक अस्पताल में प्रोस्टेट कैंसर का इलाज करा रहे मशहूर संगीत सम्राट उस्ताद राशिद खान अब इस दुनिया में नहीं रहे. 55 साल के कलाकार वेंटिलेटर पर थे और उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट मिल रहा था.
सिंगर का हुआ निधन
पिछले महीने सेरेब्रल अटैक का सामना करने के बाद संगीतकार का स्वास्थ्य खराब हो गया था. रामपुर-सहसवान घराने के 55 वर्षीय व्यक्ति ने शुरुआत में टाटा मेमोरियल कैंसर अस्पताल में इलाज कराया. लेकिन बाद में उन्होंने विशेष रूप से कोलकाता में अपना इलाज जारी रखने का विकल्प चुना. उनके करीबी सूत्रों के मुताबिक, पिछले महीने प्राईवेट हॉस्पिटल में भर्ती होने के बाद से उन पर इलाज का सकारात्मक असर हो रहा था
चाचा ने पहचाना था टैलेंट
उत्तर प्रदेश के बदायूँ में जन्मे राशिद खान ने प्रारंभिक प्रशिक्षण अपने नाना उस्ताद निसार हुसैन खान (1909 -1993) से प्राप्त किया. वह उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान के भतीजे भी हैं. बता दें उनके गाने के टैलेंट को सबसे पहले उनके चाचा ने पहचाना था ग्यारह साल की उम्र में, राशिद खान ने अपना पहला संगीत कार्यक्रम दिया और अगले वर्ष, 1978 में, उन्होंने दिल्ली में आईटीसी संगीत कार्यक्रम में मंच की शोभा बढ़ाई. इसके बाद, अप्रैल 1980 में, जब निसार हुसैन खान कलकत्ता में आईटीसी संगीत रिसर्च अकादमी चले गए, तो 14 साल की उम्र में राशिद खान भी अकादमी का हिस्सा बन गए.
संगीत में लाये बदलाव
इसके अलावा राशिद खान ने शास्त्रीय हिंदुस्तानी संगीत को बाकी संगीत शैलियों के साथ मिक्स किया और पश्चिमी वाद्ययंत्र वादक लुइस बैंक्स के साथ संगीत कार्यक्रम के साथ म्यूजिक में बदलाव करते रहे. इसके अतिरिक्त, उन्होंने जुगलबंदियों में भाग लेकर, सितारवादक शाहिद परवेज़ और अन्य संगीतकारों के साथ मंच साझा करके अपनी बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन किया.