बॉलीवुड में हार्ट अटैक का बढ़ता जा रहा है कहर ! जब सितारों की ये हालत है तो आम आदमी का क्या होगा ?

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By Mayapuri
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बॉलीवुड में हार्ट अटैक का बढ़ता जा रहा है कहर ! जब सितारों की ये हालत है तो आम आदमी का क्या होगा ?

अभिनेता- निर्देशक और लेखक सतीश कौशिक की अचानक हुई मौत ने पूरे बॉलीवुड को हिलाकर रख दिया है। उनकी मौत का कारण कार्डियक अटैक (हार्ट अटैक) रहा है। फिल्म इंडस्ट्री के लिए इस तरह की घटना सहज और अनजानी नहीं है। पिछले हफ्ते ही अभिनेत्री  सुष्मिता सेन कार्डिअक अरेस्ट की शिकार हुई थी और वह इन्जोप्लास्टी कराकर बैठी हैं। आए दिन ही ऐसी खबरें सुनाई देती हैं कि उनको हार्ट अटैक आ गया है या उनकी डेथ हो गयी ! दिल दहल जाता है सुनकर। साथ ही ख्याल आता है कि  जब इतने सुविधा भोगी और पैसे वाले लोग खुद को नहीं बचा पा रहे हैं तो आम आदमी कितना सुरक्षित है?

  हार्ट अटैक के कारण अचानक ही दुनिया छोड़ जाने वालों की बॉलीवुड में लम्बी कतार दिखने लगी है। थोड़े दिन पहले ही स्टैण्डअप कमेडियन राजू श्रीवास्तव ने अलविदा कहा, उसके बाद  ही 'भावी जी घर पर है' का युवा कलाकार मलखान सिंह (दीपेश भान) गया।अभिनेता मिथिलेश चतुर्वेदी गए। दक्षिण के कलाकार पुनीत राज कुमार और तारक रत्ना का जाना हुआ। टीवी एक्टर शाहनवाज शाह हाल ही में स्टेज पर अवार्ड लेते हुए हार्ट अटैक के शिकार हुए और वैसा ही हुआ था गायक केके के साथ, स्टेज पर प्रोग्राम देते हुए। टीवी और बिगबॉस फेम एक्टर सिद्धार्थ शुक्ला का जाना, राजीव कपूर, अमिताभ दयाल, सलमान के बॉडी डबल सागर, ब्रह्मा मिश्रा, दादीशा के रूप में चर्चित टीवी की सुरेखा सीकरी, 'रामायण' के रावण अरविंद त्रिवेदी और 'महाभारत' के भीम प्रवीण कुमार को इसी हार्ट अटैक ने निगला है। मराठी एक्टर प्रदीप पटवर्धन, निर्देशक रितुपर्णो घोष और थोड़े ही समय पहले  श्री देवी का चले जाना हार्ट अटैक की वजह से ही रह है।ये वो चेहरे हैं जिनको लोग पहचानते हैं।इसीतरह पर्दे के पीछे रहने वाले भी बहुत से नाम हैं हो हार्टअटैक के कारण असमय जीवन गंवा बैठे हैं।

रायपुर छतीस गढ़ के मशहूर हृदयरोग चिकित्सक डॉ.अजय सहाय से मेरी मेरी टेलीफोनिक बातचीत होती है। अपने मेडिकल व्यवसाय के साथ वह लेखन, अभिनय, फिल्म निर्माण और निर्देशन से भी जुड़े हैं। वह सतीश कौशिक के लिए अपनी संवेदना देते बताते हैं कि क्यों फिल्मी सितारे हार्ट अटैक के शिकार होते हैं ?

          " हाल के दिनों में जिस तरह से फिल्म स्टार्स की हार्ट अटैक से मौत हो रही है वह दिल को झकझोरने वाली है।  इसके पीछे क्या वजह हो सकती है?" 

         " भागम भाग... सबसे बड़ा कारण है।" वह बताते हैं- "फिल्म स्टार्स में आपस में बढ़ता कंपटीशन, अनियमित जीवन शैली, रात्रि जागरण, आउटडोर शूटिंग्स के कारण जलवायु परिवर्तन, धूम्रपान,  शराब का अत्यधिक सेवन और बनते बिगड़ते रिश्तों की वजह से अत्यधिक मानसिक तनाव भी हार्ट प्रॉब्लम्स और हाई ब्लड प्रेशर के कारण है। कोविड के बाद पोस्ट कोविड का इफेक्ट भी है। जिनको कोरोना हुआ था, उनको अधिक सावधानी की जरूरत होती है जो फिल्म वाले अक्सर कर नही पाते।" वह आगे कहते हैं- आजकल युवा वर्ग भी कार्डिअक का शिकार बन रहा है राजू श्रीवास्तव जैसे लोग। अमूमन 'जिम' में ज्यादा वर्कआउट भी  फिल्म वालों की जिंदगी के लिए भारी पड़  जाता है। देखा गया है कि अत्यधिक वर्कआउट करने वाले युवा यदि हार्ट अटैक का शिकार हो जाएं तो ये अटैक इतना जानलेवा होता है कि उन्हें अस्पताल ले जाने तक का समय नहीं मिलता। बमुश्किल  ढाई से तीन मिनट का समय हमारे पास होता है जिस दौरान यदि फर्स्ट एड मिल जाए तो मरीज को बचाया जा सकता है।" वह बताते हैं। "राजू श्रीवास्तव जिम में गिरे थे और दीपेश भान खेल के मैदान में, दोनो केस में ज्यादा वर्क आउट किया जाना हो सकता है। सतीश कौशिक के केस में भागम भाग हुआ है।होता यह है कि जैसे जैसे उम्र बढ़ती है,  रक्त वाहिकाएं धीरे धीरे सकरी होती जाती हैं और दिल आवश्यक एडजस्टमेंट्स करता जाता है । इससे अलग जिन युवाओं में  रक्त वाहिकाएं  नॉर्मल हैं और यदि अचानक से कोई  खून का बड़ा थक्का फंस जाए तो रक्त वाहिकाएं पूरी तरह से ब्लॉक हो जाती हैं और मेजर हार्ट अटैक हो जाता है। ज्यादातर ऐसे मामलों में स्पॉट डेथ हो जाती है। अस्पताल ले जाने तक का समय नहीं मिलता। इसके अलावा और भी कई वजह हो सकती हैं। इसीलिए यह सलाह दी जाती है कि  ह्रदय रोग विशेषज्ञ के पास जाकर अपने दिल का पूरा चेकअप करवाते रहना चाहिए।''

 पहले हार्ट अटैक की बीमारी  ज्यादा उम्र के लोगों को होती थी, लेकिन अब तो यह कम उम्र के लोगों को भी अपनी गिरफ्त में ले रही है? के बारे में उनका कहना है- कारण वही है अनियमित जीवन शैली। आज के युवा में धैर्य नही है।छलांग लगाकर सब कुछ पा लेना चाहते हैं,  जिससे उनको बचना चाहिए।

               "हृदय को स्वस्थ रखने के लिए ताजे फल, सलाद, हरी सब्जियां और रेशेदार भोजन का सेवन करना चाहिए। तली हुई चीजें, सैचुरेटेड घी , तेल, मक्खन , मलाई, फास्ट फूड, आइस्क्रीम, केक, वसा युक्त दूध और  उससे बने उत्पादों का अधिक सेवन नही करना चाहिए। मैदा, शक्कर और नमक ये तीनों सफेद जहर हैं। इनका ज्यादा सेवन घातक साबित हो सकता है। धूम्रपान करने से दिल के दौरे पड़ने और आकस्मिक मृत्यु की संभावनाएं कई गुना बढ़ जाती हैं। शराब का अत्यधिक सेवन भी अनेक प्रकार की बीमारियों के लिए उत्तरदायी है। प्रतिदिन आधा घंटे की एक्सरसाइज बहुत लाभदायी होती है।सप्ताह में पांच दिन भी पर्याप्त होती है। उसके लिए जिम जाना जरूरी नहीं है। तेज गति से चलना, घर में डांस करना, रस्सी कूदना, साइक्लिंग एवम् तैराकी बहुत अच्छे व्यायाम हैं।"

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