एनिमल एक ऐसी फिल्म बन चुकी हैं जिसका विवाद जितना ज्यादा बढ़ रहा है फिल्म उतनी ही फेमस होती जा रही है. रणबीर कपूर और बॉबी देओल फिल्म की मजबूत कड़ी के रूप में उभरे हैं. दोनों ने फिल्म के टाईटल को पूरी तरह जस्टीफाई भी किया है. बता दें दोनों फिल्म में एक दूसरे के कजिन होते हैं. लेकिन रणबीर कपूर जहां फिल्म में सिख होते हैं वही बॉबी देओल एक मुसलमान होते हैं. अब सवाल यह उठता है कि आखिर यह दिखाने के पीछे असल वजह क्या थी. आइये आपको बताते हैं डायरेक्टर ने क्या बताया .
फिल्म में चाहते थे ड्रामा
संदीप रेड्डी वांगा की फिल्म एनीमल का खुमार अभी तक नहीं उतरा है. डायरेक्टर रिलीज़ के बाद भी डायरेक्टर को कई जगह इंटरव्यू के लिए बुलाया जा रहा है. हाल ही में संदीप ने एक इंटरव्यू दिया जहां उन्होंने फिल्म से जुड़ी कई दिलचस्प बातें भी की. गलाटा प्लस को हाल ही में संदीप रेड्कोडी ने एक इंटरव्यू दिया जहां उन्होंने बताया कि आखिर बिलम में बॉबी देओल के किरदार को मुसलमान दिखाना क्यों जरूरी था. जिसके जवाब में उन्होंने बताया कि वह फिल्म में ड्रामा बढ़ाना चाहते थे इसके अलावा कोई और वजह नहीं रही है.
लोग करते हैं कन्वर्जन
फिल्म एनिमल को लेकर संदीप रेड्डी वांगा ने आगे बताया कि उन्होंने कई बार लोगों को अपना धर्म बदलते हुए देखा हुआ है. डायरेक्टर ने कहा, "जब लोग जिंदगी के लो फेज में पहुंच जाते हैं, उनके साथ काफी कुछ घट जाता है, तो उन्हें लगता है कि ये उनकी नई शुरुआत है, नया जन्म है." डायरेक्टर ने यह भी कहा कि उन्होंने इस्लाम या क्रिश्चियन धर्म लोगों को ज्यादा अपनाते हुए देखा है. लेकिन ऐसा कम ही हुआ है कि हिंदू धर्म में कन्वर्जन हो.
कुछ गलत दिखाना नहीं था मोटिव
संदीप रेड्डी वांगा ने बताया कि फिल्म में वह अबरार का किरदार कुछ अलग दिखाना चाहते थे जिसकी कई बीवियां हो साथ ही कई बच्चे.इसलिए उन्होंने अबरार के किरदार को एक मुस्लिम किरदार के रूप में पेश किया है. क्योंकि इस्लाम में पुरुषों को कई शादियाँ करने का हक दिया गया है. इसके अलावा डायरेक्टर करेक्टर को फैमिली डायनेमिक्स में भी उलझा हुआ दिखा सकते थे .उन्होंने यह भी साफ़ तौर पर कहा कि अबरार के करेक्टर को फिल्म में मुसलमान के तौर पर इस्लाम को गलत दिखाना बिलकुल भी नहीं था वह बस फिल्म में ड्रामा क्रियेट करना चाहते थे..