संजय दत्त हाल ही में सिंगिंग रियलिटी शो इंडियन आइडल 14 के सेट पर पहुंचे थे. एक परफोर्मेंस के बाद, जज श्रेया घोषाल ने उनसे उनके माता-पिता के बारे में पूछा और उन्होंने कहा, “हम अपने माता-पिता को हल्के में लेते हैं. हमें लगता है, 'मम्मी पापा हैं और हमेशा रहेंगे.'
माँ आई याद
मुन्नाभाई एमबीबीएस अभिनेता को वह बात याद आई जो उनकी मां ने एक बार उनसे कही थी. “मेरी माँ ने मुझसे कुछ कहा था, जो मुझे अब याद है. वह कहती थी, 'संजय मेरे साथ बैठो, मेरे साथ समय गुजारो क्योंकि जब मैं चली जाऊंगी तो तुम्हें बहुत बुरा लगेगा. अब, मुझे लगता है कि अगर मैंने उसकी बात सुनी होती और दिन में उसके साथ कुछ घंटे बिताए होते, तो मुझे यह एहसास नहीं होता."
निधन पर नहीं रोये
90 के दशक में एक इंटरव्यू में संजय दत्त ने अपनी मां की मौत के बारे में बात की थी. उन्होंने कहा, ''जब मेरी मां की मृत्यु हुई तो मैं रोया नहीं, मेरी कोई भावनाएं नहीं थीं. यह दो साल बाद था, मैं एक ग्रुप में बैठा था और एक आदमी ने यह टेप बजाना शुरू कर दिया, और, मैंने अपनी माँ की आवाज़ सुनी जो मुझे सलाह दे रही थी और मुझे बातें बता रही थी और वह मुझसे कितना प्यार करती थी और वह मेरी कितनी परवाह करती थी और वह मुझसे कितनी उम्मीदें रखती थी."
अवाज़ सुन कर हुए थे प्रभावित
अपनी माँ की आवाज़ ने उन पर इतना प्रभाव डाला कि दत्त फूट-फूट कर रोने लगे और "लगभग चार-पाँच घंटे तक रोते रहे". उन्होंने आगे कहा, "जो कुछ भी मेरे अंदर था, मैंने उसे बाहर निकाल दिया और एक बार ऐसा हुआ तो मैं एक बदला हुआ इंसान था." बता दें 3 मई 1981 को अपनी मां नरगिस दत्त को कैंसर के कारण खो दिया था.उनके निधन के बाद, उन्हें माता-पिता के साथ समय बिताने के महत्व का एहसास हुआ