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एक्टर मनोज बाजपेयी और शाहरुख खान दिल्ली में एक ही अभिनय समूह से थे , लेकिन जैसे-जैसे उनका करियर आगे बढ़ा, दोनों ने सिनेमा की बहुत अलग शैलियों को चुना. जहां शाहरुख भारतीय सिनेमा इतिहास के सबसे बड़े सितारों में से एक बनकर उभरे, वहीं मनोज ने समानांतर सिनेमा और ऑफ-बीट किरदारों को अपनी ताकत बनाया. उन्होंने कहा कि उनकी दुनिया अब इतनी अलग हो गई है कि वे दोनों अब एक-दूसरे से टकराते भी नहीं हैं.
जूतों की वजह से नहीं मिली थी एंट्री
मनोज ने पहले अपने दिल्ली के दिनों की एक घटना सुनाई थी, जब वह और शाहरुख एक साथ एक क्लब में गए थे, लेकिन गैंग्स ऑफ वासेपुर के अभिनेता को प्रवेश से मना कर दिया गया था क्योंकि उन्होंने उचित जूते नहीं पहने थे. मनोज ने इसे 'अकेली घटना' बताया क्योंकि उन्होंने उस समय भी उनकी निकटता को कम करके आंका था.
दोनों के रास्ते हो चुके हैं अलग
जिस्ट के साथ एक इंटरव्यू के दौरान, जब पूछा गया कि क्या दोनों कलाकार इन दिनों एक-दूसरे से मिलते हैं, तो मनोज ने कहा, “मिलना तो नहीं होता. दो अलग-अलग दुनिया के लोग हम हो चुके हैं तो हमारे रास्ते नहीं टकराते. उसका समय भी दोस्ती ऐसी नहीं थी, उसका अपना एक मित्र मंडली था, मेरा अपना एक मित्र मंडली था. एक ही ग्रुप में हम लोग हैं, जब एक ही ग्रुप में काम करते हैं तो सबके साथ जान पहचान होती है, सबके साथ उठना बैठते हैं, सबके साथ खाना होता है.एक्टर ने एक बार फिर क्लब की कहानी सुनाई और कहा कि उन्हें लगा कि यह एक मजेदार घटना है. मनोज ने कहा, ''वो एक किस्सा था, बड़ा मजेदार किस्सा है. लेकिन हम दोनों अलग-अलग दुनिया में रहते हैं, अलग-अलग पसंद कर रहे हैं, उस हिसाब से हमने अपनी दुनिया को चुना.
खुद को बताया ओटीटी का किंग
जब इंटरव्यू में उनसे पूछा गया कि क्या वह स्ट्रीमिंग इंडस्ट्री में शाहरुख खान के आमने सामने हैं, तो मनोज ने कहा, “नहीं, मुझे यह सब मत दो. मुझे अच्छे रोल दीजिए. मैं समझता हूं कि उपनाम मीडिया के लिए महत्वपूर्ण हैं ताकि लोग कहानियों पर क्लिक करें. लेकिन उपनामों से क्या होता है कि आज मैं ओटीटी का राजा हूं, कल आप मुझे ओटीटी का गुलाम बना देंगे. तो इससे मुझे कोई मदद नहीं मिलती. जब मुझे अच्छा काम मिलता है तो इससे मदद मिलती है...'' एक्टर ने कहा, ''जहां तक ओटीटी के किंग की बात है, मैं कह रहा हूं किसी और एक्टर को दे दो. मुझे चाहिए ही नहीं. मैं सिर्फ एक अभिनेता हूं, जो हमेशा खुद को बेहतर बनाने की कोशिश करता रहता हूं.जहां तक ओटीटी के बादशाह होने की बात है तो आप यह उपनाम किसी और अभिनेता को दे दे. मुझे यह नहीं चाहिए.”