रेटिंग ***
इन दिनों बार बार साबित हो रहा है कि अब फिल्मों में स्टार नही, कंटेन्ट चलता है । इसी सप्ताह एम एस फिल्मस प्रोडक्शन द्धारा निर्मित तथा सुवेन्दुराज घोष निर्देषित रिलीज फिल्म ‘चेज़-नो मर्सी क्राइम’ एक तेज रफ्तार क्राइम थ्रिलर अपने अच्छे कंटेन्ट के सदके बेहतरीन फिल्म साबित होती है ।
कहानी
वेस्ट बंगाल में एक ट्रेन डकेती में एक बैंक के नब्बे करोड़ जैसी भारी भरकम रकम लूट ली जाती है । बाद में ये केस बंगाल के ग्रह मंत्री मुश्ताक खान, क्राइम ब्रांच के आईपीएस आफिसर अविनाष यानि संदीप मुखर्जी के हवाले करते हैं । अविनाश इस केस पर अपने जांबाज अधिकारी इमरान यानि दीपनजोन बसक को लगाता है। जांच के दौरान पता चलता है कि इस लूट के तार झारखंड तक पहुंचे हुये हैं । इमरान वहां के बाहुबली अम्यथ सेठी यानि सत्तू और उसके पिता के बारे में जांच करता है तो पता चलता है सत्तू के पिता ने अपने बेटे को पार्टी टिकट दिलवाने के लिये पार्टी फंड में जमा करवाने के लिये ये लूट करवाई थी, लेकिन अभी उसे पार्टी फंड में बीस करोड़ और जमा करवाने हैं । उस पैसे को लेकर अपने बॉस के साथ इमरान एक जाल फैलता है और बाप बेटे को अरेस्ट करने में कामयाब होता है ।
अवलोकन
बेशक फिल्म की कहानी का ताना बाना एक डकेती का लेकर बुना गया है जो एक साधाराण सी बात है लेकिन उसकी पटकथा और फिल्मांकन इतना बेहतरीन है कि षुरू से आखिर तक फिल्म दर्षक को बांधे रहती है । फिल्म को और बढिया बनाने में सिनेमाटोग्राफर अरबिंद नारायण दोलाई का शानदार छायाकंन और कोलकाता,झारखंड,नेपाल तथा थाइलैंड जैसी खूबसूरत लाकेशनों का पूरा हाथ है । किरदारों के लुक पर काफी मेहनत की गई है उनकी पोशाकों पर खुलकर पैसा बहाया है। बेशक इस तेज तर्रार कहानी में गानों की गुंजाईश नही थी लिहाजा आइटम सांग तो हजम हो जाता है लेकिन इमरान और उसकी वाइफ पर फिल्माया गया बैकग्रांउड गाना व्याधान पैदा करता है । यहां ये कहना होगा कि एक साधारण सी कहानी को निर्देशक ने अच्छे निर्देशन के तहत एक बेहतरीन फिल्म के तौर बदल दिया ।
अभिनय
फिल्म में ज्यादातर बंगाली एक्टर हैं जिनमें संदीप मुखर्जी, सूत्तू के पिता की भूमिका निभाने वाला कलाकार, दीपन जोन बसक तथा लेडी पुलिस आफिसर का रोल निभाने वाली अदाकारा, इन सभी ने मंजा हुआ अभिनय किया है। सत्तू के रोल में अम्यभ सेठी भी ठीक ठाक काम कर गया । इनका गुलषन पांडे,समीक्षा गॉरस तथा गार्गी पटेल आदि कलाकारों ने अच्छा साथ दिया ।
क्यों देखें
हांलाकि इस तरह की फिल्म सभी दर्षकों की पसंद पर खरी साबित होती है लेकिन खासकर थ्रिलर फिल्मों के शौंकीन दर्शक फिल्म मिस न करें ।