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‘यारों... वी आर द बेस्ट’ कहने के लिये बच्चें की फिल्म है लेकिन, फिल्म देखने के बाद बच्चों के गार्जियन एक सबक लेते हैं-‘हमने तो सोचा भी नहीं था कि बच्चों की परवरिश में हम कहां कमी रख देते हैं?’ इसी थाॅट को अपर क्लास महंगे इंटरनेशनल स्कूल के बच्चों और अभिभावकों के बीच के मानसिक द्वंद को दर्शाती फिल्म है यारों’!
निर्माता उमेश मिश्रा और धर्मेश पंडित ने निर्देशक सुनील प्रेम व्यास के साथ एक ऐसा उत्तेजनापूर्ण सवाल उठाया है जिसमें सचमुच के स्कूल में पढ़ने वाले अभिनेता है और सिनेमा उद्योग के मंझे हुए कलाकार हैं- राज जुत्सी, दिपंनिता शर्मा, अनंग देसाई, ज्वाॅयसेन गुप्ता, सुप्रिया कार्णिक, सुलभा आर्या, विरेन्द्र सक्सेना, विजय कश्यप, ब्रिजेन्द काला, बिक्रम गोखले आदि। कांसेप्ट और स्टोरी आयडिया धर्मेश पंडित का है और नये जोनर का है। यह एक ऐसी फिल्म जिसे सरकार को चाहिए कि बच्चों को दिखाये- जो सचमुच राष्ट्र निर्माण के भावी प्रहरी हैं।
-शरद राय