किसने किसके दिल पर तीर चलाया, किसने किसपर जादू किया रेखा और बादशाह शाहरुख खान की अजीब दास्तान
वो (रेखा) जब मुंबई आई तो अपनी बाल उम्र में थी जिसे हम आप टीन-एज भी कहते हैं। उसने लगातार ताने झेले, हयुमिलेट की गई, उन्हें ‘काली भैंस’ कहकर चिढ़ाया गया और उसपर पनौती होने का टैग लगा दिया गया। (ऐसा ही कुछ एक और स्ट्रगल करते ऐक्टर ‘अमिताभ बच्चन’ के लिए भी कहा जाता था), उनकी ज़िंदगी में इतनी Controversies पनपीं जो किसी और आर्टिस्ट के साथ हुई होतीं तो कोई बड़ी बात नहीं है कि वो बचा ही न होता। मौत तक को मात देकर, इन सबसे उभरकर, अपने समय की सबसे से खूबसूरत, मारवलस, मिस्टीरीअस और गोरजीयस एक्ट्रिस कहलाने वाली उस अभिनेत्री को रेखा के नाम से जाना गया। भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री से सम्मानित भी किया और वह राज्य सभा के लिए नॉमिटेड भी की गयीं। एक पल को ऐसा लग सकता है कि रेखा अब रेटायर हो गई हैं पर क्या कोई ऐसी महिला भला कभी रिटायर हो सकती है जिसको खुद भगवान इतना प्यार करते हों? ...... Ali Peter John
इस वक़्त रेखा अपनी उम्र के 66वें पड़ाव पर हैं लेकिन उनका जादू और उनकी खूबसूरती दिनों-दिन निखरती जा रही है। वो जहां भी जाती हैं उनका जादू उनके साथ चलता है, जो वो भी कहती हैं या करती हैं उसे दुनिया की पाँच पीढ़ियों के आदमी, औरत या बच्चे तक हैरान होकर सुनते हैं और उन्हें एक टक देखते रह जाते हैं।
वह रेखा के आने के कोई तीस साल बाद इंडस्ट्री में आया था और उसे भी तरह-तरह के स्ट्रगल तबतक झेलने पड़े जबतक कि वो इंडस्ट्री और पब्लिक द्वारा एक्सेप्ट नहीं कर लिया गया था और लोगों ने उसे बादशाह नहीं बना दिया। फिर उस बादशाह ने अपने चार्म, अपने जादू, अपनी क्लास और लाजवाब हुनर से दुनिया भर के दिलों में राज करना शुरु कर दिया जो आज तक कायम है।
क्या हो कि जब खुदा की बनाए ये दो स्पेशल कृतियाँ एक ही स्टेज पर साथ या जाएं? ये मैं आपको बताता हूँ..
यह एक नामी इज़्ज़तदार फिल्म मैगज़ीन का अवॉर्ड फंगक्शन था और शाहरुख खान इसे संचालित कर रहे थे। और प्रतिष्ठित ऑडियंस इस बात को बहुत अच्छे से जानती थी कि जब शाहरुख किसी शो को होस्ट कर रहे हों तो उसमें बादशाह टच आना ही आना है और शो पूरी तरह से मनोरंजक होना है। मज़े की बात, ऑडियंस की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए शाहरुख को किसी एक्स्ट्रा एफर्ट की ज़रूरत भी नहीं पड़ती। वो नेचुरली लोगों का दिल जीतने में माहिर हैं, फिर चाहें वो ऑर्गनाइज़र्स की स्क्रिप्ट के हिसाब से ही क्यों न चल रहे हों। शो यूं ही चल रहा था और शाहरुख हँसते- मुसकुराते ऑडियंस को बांधे हुए थे और इंटरटैन कर रहे थे।
और फिर अचानक शाहरुख ने रेखा को स्टेज पर बुलाया लिया और ऑडियंस की साँसे थम गयीं।
उनके आते ही ऑडियंस की आहें और ईवेंट का माहौल दोनों बिलकुल बदल गए। वहाँ एक अविश्वास पसरा था, लोगों को खुद की आँखों पर भरोसा नहीं हो रहा था, फिर तालियों का ऐसा शोर मचा जिसने इस पल को शाम का सबसे खूबसूरत पल बना दिया। ऑडियंस की अनकही उम्मीद पूरी हो रही थी, दो अलग-अलग युगों के दो जादूगर एक स्टेज पर एक साथ देखे जा रहे थे और मिलकर स्टेज पर आग लगाने को तैयार थे। ऑडियंस एक ऐसी शाम की साक्षी बनने जा रही थी जो उन्हें शायद ही कभी पहले देखने को मिली थी।
शाहरुख ने खूबसूरती की मूरत रेखा से बातचीत शुरु की। उन दोनों को देख ऐसा लग रहा था मानों वो किसी अलग ही दुनिया में खो गए हैं, एक ऐसी दुनिया जो उन्होंने सिर्फ अपने दोनों के लिए बनाई है और वो उसमें बहुत खुश हैं। अगर उनकी उम्र में इतना फासला न होता तो यकीनन मैंने सोचा होता या कम से कम इमैजिन तो ज़रूर किया होता कि ये दोनों कोई प्रेमी युगल हैं जिन्हें प्यार की वो भाषा आती है जो आँखों से बयां की जाती है।
रेखा की वो सूरत मेरे दिल-ओ-दिमाग में हलचल पैदा करने के लिए काफी थी। रेखा एक साड़ी पहने हुई थी जिसे देख लगता था कि शायद ये बनी ही सिर्फ और सिर्फ रेखा के लिए है और वो साड़ी भी शायद खुद पर गर्व कर रही होगी कि वो एक ऐसी औरत का हिस्सा बनी है जैसी सदियों में कोई एक होती है। उनके कानों में झुमके थे जो लगता था मानों रेखा की हर बात पर, हर ईमोशन्स पर झूम रहे हों। और फिर मोगरे के नाज़ुक फूलों से बना रेखा का गजरा था और रेखा ऐसी लग रही थी मानों खुद ऊपर वाले ने अपने सबसे पसंदीदा शख्स सजाधजाकर को इस धरती पर भेजा है।
शाहरुख बार-बार रेखा को रेखा जी कह रहे थे मानों अगर वो उनको रेखा जी न कहें तो उन्हें सज़ा मिल जायेगी (2010 के एक ऐसे ही ईवेंट में उन्होंने रेखा के साथ स्टेज शेयर करते वक़्त उन्हें ‘रेखा’ कह दिया था तो रेखा ने उन्हें टोककर कोरेक्ट किया था ‘रेखा जी कहो’) शाहरुख ने एक पॉपुलर गाने “रश्क-ए-क़मर” का जिक्र छेड़ा और बताया कि वो आजकल इसे बहुत सुन रहे हैं लेकिन उसी पल रेखा ने उन्हें करेक्ट करते हुए कहा कि ये गाना ऑरिजिनली तब आ गया था जब वो पैदा भी नहीं हुए थे और नया गाना सिर्फ उसका रीमिक्स है। उस वक़्त शाहरुख के चेहरे पर ऐसी मुस्कान आई मानों वो स्कूल के बच्चे हों, फिर शाहरुख ने रेखा से उस गाने पर डांस करने के लिए कहा..
और फिर क्या? रेखा उस गाने के मूड और ईमोशन्स के हिसाब से डांस करने लगीं। शाहरुख उनके साथ नाचने लगे और रेखा के हर एक मूव को फॉलो करने की कोशिश करने लगे, वो एक बार फिर ऐसे स्टूडेंट लग रहे थे जो बस अपने गुरु को देख-देखकर सीखना चाहता है। हाई पॉइंट तब आया जब गाने के मूव के हिसाब से रेखा शाहरुख की बाहों में आ गई और शाहरुख के साथ ही झूमने लगीं, फिर एक बार ऐसा लगा जैसे कोई दो बेपनाह प्यार करने वाले एक दूसरे की बाहों में कितने सुकून से हैं। एक और हाइलाइट रही जब रेखा अपनी चूड़ियों की खनखन लिए और अपने गजरे की खुशबू के साथ डांस स्टेप को फॉलो करती पीछे की तरफ मुड़ी और फिर देख ऐसा लगा कि मानों ये दोनों एक दूसरे के प्यार में दीवानगी की हद तक मशगूल हैं। ऑडियंस जिनमें बेहतरीन डान्सर हेमा मालिनी, हेलेन, ऐश्वर्या राय बच्चन, करिश्मा कपूर, टाइगर श्रॉफ, दीपिका पादुकोण और काजोल मौजूद थे; बाकियों के साथ-साथ इन लोगों के भी हैरानी से मुंह खुले रह गए थे और हाथ तालियाँ बजाने से खुद को रोकने में असमर्थ थे। इनके जोश और उत्साह का ठिकाना ना था। फिर जब इस ग्रेसफुल मुहब्बत भरे आलम के अंत का समय हुआ तो शाहरुख ने कहा “मुझे यहीं रहने दीजिए प्लीज”
उस पल को देख ये समझना वाकई बहुत मुश्किल था कि क्या शाहरुख उस स्वर्ग में ठहरे रहने की बात कर रहे हैं जो उन्हें रेखा की बाहों में मिल रहा था या रेखा की बाहें ही शाहरुख के लिए जन्नत थी।
फिर इस माइन्ड बलोइनग परफॉरमेंस के बाद रेखा ने शाहरुख को शुक्रिया कहा और बोलीं “आप शाहरुख खान हैं, माशाअल्लाह” और ये कहते हुए उनकी आखों में जो चमक थी वो यकीनन उस लुक से मेल खाती थी जैसी उनके उस लवर के लिए कभी आया करती थी, जिसे रेखा अपना भगवान, अपना सबकुछ मानती थीं।
मैंने रेखा को बहुत से अलग अलग पीढ़ियों के actors की तारीफ करते उनकी हौसलाअफ़ज़ाई करते देखा है लेकिन अगर कोई पूछे कि क्या कभी सीधे दिल से निकलती कोई बात उनको कहते सुना है तो मैं कहूँगा कि वो वही बात थी जो उन्होंने उस शाम बादशाह के लिए कही थी
यहाँ बहुत से लोग रेखा को ‘गॉडेस ऑफ लव’ या ‘अल्टमिट एंचएन्टरेस’ कहते हैं लेकिन मैंने उनको इन सारे अवतारों में देखा है और मैं बहुत अच्छे से जानता हूँ कि रेखा क्या हैं और क्या कुछ करने का माद्दा रखती है, और मैं ये बात यकीन से कह सकता हूँ कि अभी ऐसे बहुत से अवतार बाकी हैं जो समय समय देखे जायेंगे।
और मैं जब भी रेखा का जादू देखता हूँ, मैं मन ही मन में गाने लगता हूँ “आज फिर जीने की तमन्ना है..” जो इरादतन रेखा के नाम की इकलौती फिल्म है जो अब तब तक रिलीज न हो सकी है।