किस फिल्म कलाकार के घर पर गणपति-स्थापना हुई है और किसके घर पर नहीं हुई है? यह विचार इस बार बॉलीवुड में छूमंतर होकर रह गया है। क्योंकि जिस किसी से हमने बात की है, गणपति-उत्सव के इस पखवारे में, सबने यही कहा है - ‘मिलते हैं बप्पा के जाने के बाद!’ यानी- दस दिनों के गणेशोत्सव में क्या हिन्दू, क्या मुसलमान...सिख, सिन्धी, पारसी, मराठी, गुजराती, भइया, बिहारी... जिस किसी नाम से याद कीजिए- बॉलीवुडिया है तो उसके घर पर ‘गणपति’ हैं। और, उस घर में एक उम्मीद है- ‘बप्पा सब ठीक कर देंगे।’ बॉलीवुड में मंदी की मार झेल रहा हर फिल्मवाला अब बप्पा से उम्मीद रखता है।
ऐसा नहीं है कि बॉलीवुड में गणपति के प्रति निष्ठा पहली बार दिख रही है। फिल्मवालों को ‘बप्पा’ में अथाह भावनात्मक रिश्ता दिखता है वैसे ही जैसे सामान्य जीवन में लोगों में होता है। अमिताभ बच्चन, नाना पाटेकर, माधुरी दीक्षित, कपूर परिवार (जिनके गणपति हमेशा चर्चा का विषय बनते रहे हैं), उर्मिला मातोंडकर, सलमान खान, विवेक ओबेरॉय, शाहरुख खान और अब कैटरीना कैफ, सारा अली तथा जाहन्वी कपूर तक गणपति की प्रथम पूजा में शामिल होने वालियों में हो गई हैं। ‘प्रथम दिन पहले पूजा फिर काम’ यह संदेश है अक्षय कुमार का, जो अब सभी मानने लगे हैं। सोशल मीडिया और संदेशों के लिए ट्विटर पर लिखे सितारों के शब्द बताते हैं कि कितनी आस्था है गणपति बप्पा में ! माधुरी दीक्षित मानती हैं कि गणपति के दौरान वह मुंबई में रहें या अमेरिका में- पति और बच्चों के साथ पूरे दस दिन पूजा में रहती हैं। शिल्पा शेट्टी कहती हैं- ‘मेरे घर गुन्नू (गणेश) आते हैं तो मैं निहाल हो जाती हूं और जब जाते (विसर्जित) हैं तब खूब रोती हूं।’ यह मनोभाव है फिल्मवालों का, जिसके लिए नाना पाटेकर कहते हैं- ‘मैं पूरे दस दिन ‘बप्पा मोरिया’ की धुन में रहता हूं। वही सब ठीक करते हैं, किये हैं।’ जिस तरह गणपति उत्सव की शुरूआत करने के लिए महामहिम बाल गंगाधर तिलक ने मुंबई में फिल्मवालों का सहारा लिया था और यह पूजा एक जन आंदोलन बन गया था, वैसे ही नेट युग में फिल्म वाले उम्मीद लगाये बैठे हैं कि बप्पा फिल्म उद्योग को जरूर प्रसन्न चित्त करेंगे। ‘मायापुरी’ के पाठकों पर सितारों के सुपर सितारे अपनी कृपा बनाये रखें, इसी कामना के साथ...!