आम तौर पर जब किसी कलाकार की कोई फिल्म असफल होती है,तो वह अपनी फिल्म को असफल मानने की बजाय यह गिनाने बैठ जाता है कि उसकी फिल्म किस तरह से सफल है.मगर आयुष्मान खुराना मानते हैं कि उनकी फिल्म ‘‘मेरी प्यारी बिंदू’’को आपेक्षित सफलता नहीं मिली.मगर वह यह भी मानते हैं कि उनकी फिल्म‘‘बरेली की बर्फी’’ने बाक्स आफिस पर जबरदस्त सफलता बटोरी है.जबकि हकीकत यह है कि ‘बरेली की बर्फी’अभी भी बॉक्स ऑफिस पर सांसे गिन रही है।
बहरहाल,आयुष्मान कहते हैं-‘‘मेरी फिल्म ‘मेरी परी बिंदू’ एक हल्की फुल्की सैटल किस्म की फिल्म थी. दर्शक हंगामेदार फिल्म देखने के मकसद से सिनेमा घर के अंदर गया होगा, तो उसे निराशा हुई.कई लोगों को फिल्म का क्लायमेक्स पसंद नहीं आया.देखिए,फिल्म की सफलता का कोई फार्मूला नहीं है। इसलिए सफलता असफता आती रहेगी। दूसरी बात मुझे रिस्क लेने में आनंद आता है.मेरी कोई रिस्क कामयाब होगी,कोई नही.इसी तरह से मेरा करियर चलता रहेगा।’’