बॉलीवुड वह जगह है जहां दीपावली और ईद की तरह की क्रिसमस का पर्व भी धूमधाम से मनाया जाता है। 25 दिसम्बर को ईसा मसीह का जन्म दिन होता है। इस दिन सभी ईसाई चर्च जाते हैं। चर्च, क्रिसमस-ट्री, क्रिसमस कार्ड, झालर, पेस्ट्री, केक और बच्चों के लिए उपहार! इस माहौल को और उत्साह वर्धक बना देते हैं सेन्टा क्लॉज! रात के समय एक दाढ़ीवाला बाबा आता है और अपनी बोरी से उपहार निकाल कर बच्चों को बांटता है। बदलते समय के अनुसार अब यह बाबा मॉल्स में मल्टीप्लैक्स थिएटरों की लॉबी में और शहर के पिकनिक स्पाटों पर भी दिख जाते हैं। सेन्टा क्लॉज की दाढ़ी के पीछे कई बार फिल्म स्टारों के चेहरे भी दिखाई पड़ जाते हैं।
अमिताभ बच्चन, बोमन ईरानी, प्रीति जिन्टा, आमिर खान, अनुपम खेर, सनी लियोनी और शाहरुख खान के छोटे पु़त्र अबराम को भी लोगों ने सेन्टा क्लॉज बने विगत कुछ वर्षों में देखा है। कभी प्रेमनाथ, शम्मी कपूर और ऋषि कपूर सेन्टा क्लॉज का गेटअप लेकर बच्चों में जाया करते थे। यह सेन्टा क्लॉज थे कौन? जिनको पर्दे पर भी दिखाया जाता है, जो गानों में भी आते हैं और क्रिसमस का पर्व आने पर नववर्ष की खुशी में और भी चार चाँद लगा देते हैं। प्रायः हमारे गैर क्रिश्चयन पाठक हमसे पूछा करते हैं। तो अपने पाठकों की जिज्ञासा के लिए हम बतायेंगे कि बाबा सेन्टा क्लॉज दयालुता के प्रतिरूप बाबा निकोलस के प्रतिरूप हैं। कभी किसी शहर में निकोलस नाम के एक अमीर थे। जो एक बार जाते हुए रास्ते में गरीबी में रो रहे एक बच्चे को भूख से बिलखता देख कर द्ववित हो गये। वह रात में चोरी से उस बच्चे के घर में खाने पीने का सामान और चांदी के सिक्के छोड़ गये थे। यह सामान वह जुराबों में भरकर ले गये थे क्योंकि उनके पास उस समय कोई थैला नहीं था। अपनी आइडेन्टीटी छुपाने के लिए वह बढ़ी दाढ़ी, चोगा पहनकर और सिर पर टोपी डालकर गये थे। उस गांव में यह करिश्मा फरिश्तायी माना गया था और गरीब तथा बदहाल लोग तब से उम्मीद करते हैं कि उनकी मदद के लिए फिर कोई सेन्टा क्लॉज आयेगा। अंग्रेजी फिल्मों के पर्दे पर यह कहानी कई बार बदलते रूप में आ चुकी है। हॉलीवुड स्टार टिम एलेन, कुर्त रसेल, बिली बॉब थ्रोन्टन, जॉन गॉडमैन, रिचर्ड एटनबरो, लेजली नेल्सन आदि सेन्टा क्लॉज का गेटअप लेकर बच्चों में गिफ्ट बांटने आते रहे हैं। बॉलीवुड के सितारे भी वैसा ही करते हैं। ‘जिंगलबेल...’गाने की तर्ज पर हिन्दी फिल्मों में कई गाने भी बने हैं जो संत निकोलस को ‘सेन्टकोलम’ से ‘सेन्टा क्लॉज’ बनाकर पेश करते आये हैं। इस त्योहार का सबसे खुशनुमा पहलू यह है कि यह अपने पीछे नया साल लेकर आता है।
हैप्पी क्रिसमस!!
- संपादक