कुछ समय पहले बॉलीवुड की एक फिल्म आयी थी- ‘मेरी शादी में जरूर आना’। यह फिल्म दो करोड़ में बनी थी और दो हफ्ते में आठ करोड़ की कलैक्शन की थी! लोगों का मानना था कि वैवाहिक-विषय वाली इस फिल्म की कामयाबी के पीछे फिल्म का शीर्षक भी एक वजह थी- जिसमें हर किसी के लिए शादी का निमंत्रण था। रील से अलग रीयल लाइफ में बॉलीवुड में ठीक उल्टी घटनाएं घटनी शुरू हुई हैं। निजी-जिन्दगी की उनकी शादी में (अघोषित) निमंत्रण होता है- ‘मेरी शादी में मत आना!’ नहीं समझे न? पिछली चार एक्ट्रेस (सोनम कपूर, अनुष्का शर्मा, दीपिका पादुकोण और प्रियंका चोपड़ा) की शादी में बॉलीवुड के कई बड़े घराने एक दूसरे से पूछते नजर आये हैं- ‘शादी का निमंत्रण आया क्या?’ और जवाब नदारद। दरअसल किसी को निमंत्रित ही नहीं किया गया था, यहां तक कि प्रेस-मीडिया को भी! वजह हैरान करने वाली है।
भीड़ तो एक बहाना है। शूटिंग करते हैं वहां भी तो भीड़ होती है। इवेंट में जाते हैं। मॉल में इवेंट करते हैं। फिल्मों के प्रमोशन के लिए जाते हैं। ज्वैलरी, शोरूम और राजनीति के मंच पर भीड़ जुटाने के लिए खड़े होते हैं तब क्या होता है। तब क्यों सुरक्षा खतरे में नहीं पड़ जाती? दरअसल यह व्यवसाय है। सितारे दहेज के लेन देन से दूर रहते हैं मगर अपनी शादियों की फुटेज की वीडियो बेचकर करोड़ों कमा लेते हैं। यह दहेज की राशि कमाने का मॉडर्न रूप है। ऑन लाइन व्यवसाय है। सबसे पहले इसकी शुरूआत की थी अमिताभ बच्चन ने। वह अभिषेक-ऐश्वर्य राय की शादी में उन्होंने लोगों को शादी में शामिल न होने के लिए निमंत्रण भेजे थे। उस निमंत्रण पत्र में अनुरोध था कि हम निजी वजह से आपका स्वागत नहीं कर पाएंगे, आप दिल से नव जोड़े को आशीर्वाद दे दीजिए। दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और उनसे पहले अनुष्का शर्मा-विराट कोहली ने तो इसीलिए विवाह इटली में किया और रिसेप्शन सख्त-पहरे में। इसी हफ्ते प्रियंका चोपड़ा और निक की शादी की पहरेदारी सामने आयी है। सचमुच वक्त बदल गया है। कभी राजकपूर साहब ने अपनी बेटी रीमा की शादी के निमंत्रण के लिए विशेष गीत की रिकॉर्डिंग करवायी थी... अब वह सब बदल गया है। बॉलीवुड सचमुच बदल गया है।
- संपादक