-मायापुरी प्रतिनिधि
दस साल पहले, हिंदी प्रमुख जीईसी चैनल स्टार प्लस पर ‘साथ निभाना साथिया’ शो की शुरुआत हुई थी, जिसमें गोपी (देवोलीना भट्टाचार्य द्वारा अभिनीत किरदार), कोकिलाबेन (रूपल पटेल) अपने डेली सोप से एक घरेलू नाम बन गई और इन्होने कुल सात सालों तक दर्शकों का दिल जीता, जो जुलाई साल 2017 में समाप्त हो गया। अब यह शो एक बार फिर ऑनलाइन वीडियो सॉन्ग के जरिए खबरों में आया था। ऐसे में अब मेकर्स ने इस शो का सीक्वल 2 लाने का फैसला किया है। साथ निभाना साथिया के सीक्वल पर रूपल पटेल यानि की कोकिलाबेन से हुई खास बातचीत के कुछ प्रमुख अंशः
‘साथ निभाना साथिया’ ने आपको इतना लाइमलाइट दिया है तो एक बार फिर इसके सीक्वल के जरिए वापस आ कर आपको कैसा लग रहा है?
‘साथ निभाना साथिया’ शो ने जो यश, कीर्ति, नाम और बिल्कुल धन भी जो मुझे दिया और स्टार प्लस और रश्मि जी ने मिलकर जो इतना सुन्दर शो बनाया है। सच कहूं तो मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि साथ निभाया साथिया टू वापस आएगा। मैं इस वक्त खुद को क्लाउड नाइन में महसूस कर रही हूँ। मेरा स्टार प्लस के साथ बहुत अच्छा रैपो रहा है। साथिया सीजन टू हो और कोकिला मोदी न हों यह तो हो ही नहीं सकता है। मैं वाकई मैं बहुत खुश हूँ।
‘साथ निभाना साथिया’ से लेकर ये रिश्ते हैं प्यार के तक आपने सास वाले किरदार को कैसे कैरिफाॅवर्ड किया?
मुझे स्टार प्लस के साथ काम करना बहुत अच्छा लगता है क्योंकि मैं हमेशा यहाँ एक कम्फर्ट जोन में रही हूँ। साथिया के खतम होने के बाद मैंने दोबारा डेली सोप नहीं करने का फैसला किया था पर राजन सर जैसे वंडरफुल व्यक्ति के साथ काम करना बहुत उम्दा है। मैंने उनकी तरह डाउन टू अर्थ प्रोड्यूसर अपने पूरे करियर में नहीं देखा। राजन शाही सर से मिलने जब मैं पहली मीटिंग में गई थी तो यह मानकर गई थी कि मुझे इस शो के लिए बड़ी विनम्रता से माफी मांगकर मना करना है, लेकिन उनका बात करने का तरीका, उनकी हम्बलनेस और जब उन्होंने मुझे अपने किरदार के बारे में बताया तो मैं खुद उनसे ना नहीं कह पाई और मैं हाँ कहकर चली आई।
अब जब मैंने काम शुरू किया तो राजन जी और मेरे डायरेक्टर आशीष और गरिमा जी ने मुझे बहुत मदद की है। क्योंकि कोकिला का के किरदार से यह किरदार बहुत अलग था। जहाँ एक पढ़ी लिखी बिजनेस सँभालने वाली महिला है जो बहुत स्ट्रांग है और बहुत कम शब्दों में अपनी बार रखती है और किरदार का पावर और कमांड यह सब पाने में मेरी तीनो ने मदद की और फिर मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी होती है कि मैं नैशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से ग्रेजुएट हूँ जो एशिया का जाना माना संस्थान है। मैं रूपल एक मिट्टी का पात्र और खुदको बहुत जीरो लेवल पर रखती हूँ जब मैं किसी दुसरे किरदार को धारण करती हूँ ताकि मैं उस किरदार को बहुत अच्छी तरह से निभा सकूँ। मीनाक्षी राजवंश को लोगों ने दिल में बिठाया और कोकिला मोदी को सभी ने सर आँखों पर बिठाया। मैं राजन सर और रश्मि मैम दोनों का धन्यवाद करती हूँ और मैं स्टार प्लस का भी धन्यवाद करना चाहूंगी।
ये रिश्ते हैं प्यार के और साथ निभाना साथिया इन दोनों शोज को आप एक साथ कैसे मैनेज करेंगी?
मैं सच कहूं तो जब मुझे साथिया टू के लिए जब अप्रोच किया गया तो मैं एक्साइटेड होने के साथ बहुत घबराई हुई थी वह इसलिए क्योंकि मैं बहुत पंक्चुवल हूँ। मैं एक समय पर एक ही काम करती हूँ और मुझे रात में नींद भी नहीं आ रही थी, लेकिन मुझे राजन सर, रश्मि शर्मा प्रोडक्शन और स्टार प्लस इन सभी ने मुझे आश्वस्त किया कि आप घबराइए नहीं हम सभी आपके साथ हैं और आप कर लेंगी। रही बात एक साथ दो किरदार निभाने की तो एक तरफ मीनाक्षी और दूसरी तरफ कोकिला का किरदार निभाना यह मेरे लिए भी एक चुनौतीपूर्ण काम होगा। मैंने भी एक एक्टर के तौर पर यह प्रण लिया है कि मैं इन दोनों किरदारों को अच्छे से निभाऊंगी और मुझे हार नहीं माननी चाहिए बाकी मैं दर्शकों पर छोड़ती हूँ की उन्हें यह किरदार कैसा लग रहा है।
साथिया शो के इतने लम्बे चलने यानी 6 साल तक चलने का कारण क्या रहा? आपको क्या लगता उस किरदार में ऐसा क्या था जो शो को इतना आगे तक ले गया?
मेरा मानना है स्टार प्लस इसका कारण था जो हमेशा अपने दर्शकों को सबसे बेस्ट कॉन्टेंट सर्व करता है। जो हमेशा से नंबर वन रहा है। इसके शोज हमेशा नए कॉन्सेप्ट यानी रिश्ता वही सोच नई के साथ आते हैं। इसलिए कहा जाता है न अगर नींव मजबूत हो तो दीवारे भी टिकती हैं। दूसरी बात यह है यह शो एक सिंपल और लवेबल शो रहा जो रिलेशनशिप पर बेस्ड था। इस शो के सारे किरदार ऐसे थे, जिससे दर्शकों खुदको जोड़ पाएं। हर घर में पापा- मम्मी, दादा- दादी, चाचा- चाची यह सभी होते हैं तो यह एक खूबसूरत जॉइंट फैमिली की कहानी थी जहाँ घर में एक औरत को कम पढ़ी-लिखी साथ ही घर की मुखिया है और कैसे वह पूरे परिवार को एक धागे में पिरोकर रखती है। तो यह बहुत ही सिंपल और रिलेशनशिप्स पर बने इस शो को सबने आइडेंटिफाई किया और उन्हें यह शो बहुत पसंद आया।
आपको क्या लगता कोकिला बेन के किरदार में ऐसा क्या था जो इस शो को इतना आगे ले आया?
रही बात कि लोगों ने कोकिला बेन को क्यों आइडेंटिफाई किया तो वो इसलिए कि आपने हमेशा सास या तो नेगेटिव या तो पॉजिटिव देखी होगी। पर कोकिलाबेन जो बिल्कुल स्ट्रिक्ट और अपनी दोनों बहुओं में बिल्कुल असमानताएं नहीं रखने वाली और जो सही है उसे सही और जो गलत है उसे सही करने वाली सास थी जो आपको कम ही देखने को मिलेंगी । तो कहीं न कहीं ऐसी सास लोगों को इतनी पसंद आई तो आज भी जब मैं बाहर जब निकलती हूँ तो यंगस्टर्स आज भी जब मुझसे कहते हैं कि हमें आप जैसी सास चाहिए तो मुझे लगता है कि मुझे मेरा रिवार्ड मिल गया।
कोकिला और रूपल में क्या समानताएं हैं?
कोकिला और रूपल में समानताएं यह हैं कि कोकिला हमेशा सही को सही और गलत को गलत कहने वाली हैं और मैं भी बिलकुल ऐसी ही हूँ और कोकिला जल्दी किसी से रिश्ते जल्दी नहीं बनाती वहीं मैं भी स्वभाव में रिजर्व्ड हूँ और जल्दी किसीसे घुलती मिलती नहीं और किसी भी रिश्ते को बनाने से पहले अपना समय लेती हूँ। कोकिला घर और बाहर वालों को बिल्कुल अलग रखती है और मैं भी शूट यानी अपने कर्मस्थल पर काम कर रहे सभी लोगों जैसे तकनीशियन, क्रू मेम्बर्स, मेरे सह कलाकार सभी का सम्मान करती हूँ और उनके साथ बहुत अच्छा प्रोफेशनल रेपो बनाकर रखती हूँ, लेकिन जब मैं घर आती हूँ तो मैं यह सब भूलकर सिर्फ एक माँ, एक पत्नी और एक बेटी बन जाती हूँ।
साथिया सीजन 1 और साथिया सीजन 2 की कोकिला में क्या अंतर दर्शकों को देखने को मिलेगा?
यह सवाल मैं अपने दर्शकों से पूछना चाहूंगी कि वह इस सीजन में