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भारतीय मूल की ब्रिटिश फिल्मकार गुरिंदर चड्ढा ने भारत पाक बंटवारे के वक्त की एक प्रेम कहानी को अपनी नई फिल्म‘‘वायसराय हाउस’’में पेश किया है,जिसे भारत में 18 अगस्त को ‘‘पार्टीशन :1947’’के नाम से प्रदर्शित किया जाने वाला है। इसमें हुमा कुरैशी की मुख्य भूमिका है.हुमा कुरैशी की यह पहली इंटरनेशनल फिल्म है.इस फिल्म की चर्चा करते हुए हुमा कुरैशी कहती हैं-‘‘यह मेरे करियर की पहली अंग्रेजी भाषा की अंतरराष्ट्रीय फिल्म है.मैने इसमें लार्ड माउंटबेटन की मुस्लिम इंटरप्रिटेटर आलिया का किरदार निभाया है.जो कि वायसराय हाउस में ही कार्यरत हिंदू लड़के जीत से प्रेम करती है.भारत पाक विभाजन के बाद आलिया को तय करना है कि वह पाकिस्तान में अपने माता पिता के पास जाकर रहना चाहेगी या भारत में ही रहना चाहेगी.यह उसके अंदर का अंतर्द्वंद है.फिल्म में आलिया के पिता का किरदार स्व.ओम पुरी ने निभाया है.फिल्म की कहानी भारत पाक बंटवारे के इर्दगिर्द घूमती है,मगर यह बहुत ही ज्यादा इमोशनल और अति मानवीय कहानी है.राजनीतिक कारणां से यदि किसी को अपना वतन छोड़ना पड़े,तो यह बात दिल तोड़ देती है।