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जैकी श्रॉफ ने कहा, "जिंदगी में रोते रहने का नहीं, अपना मेरुदंड सीधा रखने का भिड़ू"

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By Mayapuri Desk
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जैकी श्रॉफ ने कहा, "जिंदगी में रोते रहने का नहीं, अपना मेरुदंड सीधा रखने का भिड़ू"

जैकी श्रॉफ के 'भिड़ू' वाले स्टाइल का  एक वीडियो लतीश भाई के सौजन्य से मिला तो मुझे वह वक्त याद आ गया जब जैकी अपने इसी स्टाइल से मायापुरी में इंटरव्यू के दौरान जिंदगी की फिलॉसफी पर बातें किया करते थे। दस वर्ष का अंतराल जैकी में कहीं नहीं दिख रहा था। वे उसी स्टाइल से कहते जा रहे थे, 'जिंदगी में हमेशा रोते नहीं रहने का भिड़ू,  सबको सबकुछ नहीं मिलता भाय, क्या समझे? आने जाने का सिलसिला चलता रहता है, मेरे घर में ही देख लीजिए, तीन चले गए, तीन आए, मेरे डैडी, मम्मी बड़े भाई ऊपर चले गए, उनके बदले तीन आ गए, मेरी औरत,  बेटी कृष्णा, बेटा टाइगर। कल को मैं भी चला जाऊंगा, मेरी जगह कोई और आ जायेगा। इसमें प्रॉब्लम क्या है बाप? ये आना जाना तो चलता रहेगा, अच्छे अच्छे निकल गए, इसमें रोते रहने का नहीं। जिंदगी में हाय हाय मचाने का नहीं। सुलेना मजुमदार अरोरा

जैकी श्रॉफ ने कहा, "जिंदगी में रोते रहने का नहीं, अपना मेरुदंड सीधा रखने का भिड़ू"

हाय, मेरा ये मर गया, हाय मुझे ये नहीं मिला, हाय मेरा काम छूट गया, हाय मेरी उम्र बढ़ती जा रही है। अरे हटा यार, आजु बाजू देख, तो पता चलेगा कि दुनिया में कितना गम है, मेरा गम कितना कम है। सबको अपने माता पिता भाई बहन से प्यार होता है, मुझे भी लगता है, अरे इन सबको छोड़ कर जाना पड़ेगा, उनका मेरे बाद क्या होगा,  इस टेंशन में क्या मिलेगा? अपना अपना गम सबको है, लेकिन रोते रहने का नहीं बाबा,  अपनी एनर्जी बढ़ाने का, ऐसा कुछ करते रहने का कि आप जो भी करे उसे लोग एप्रिशिएट करे। अपना मेरुदंड सीधा रख, बाकी टेंशन मत ले। काय का डिप्रेशन, काय का टेंशन, हाय सायकोलोजिकली वीक हो गया मैं, अब गोली खाते रहना है, अरे हटा यार, जिंदगी जीने के लिए है। जो भी काम मिले डिसिप्लिन से करते जाना और मेरुदंड सीधा रखने का।  मेरुदंड मतलब समझता हैं ना? रीड की हड्डी, काम करते रहने का।जैकी श्रॉफ ने कहा, "जिंदगी में रोते रहने का नहीं, अपना मेरुदंड सीधा रखने का भिड़ू"

अपना रीढ की  हड्डी को झुकने देने का नहीं, सीधा खड़ा रखने का। जो जिसके लिए पैदा हुआ वो होगा। हाय हाय करके रोने का नहीं  मैंने भी जिंदगी में कितना अलग अलग काम किया। कभी ट्रैवल एजेंट बना, कभी शेफ बनने की कोशिश की, कभी  बटन के छेद बनाए, कभी एयर पर्सर बनने की कोशिश की पर  बन गया एक्टर, जो मैंने मांगा नहीं था लेकिन फ़िल्म जगत में काम मिलने लगा तो पूरी डिसिप्लिन से काम किया, काम की इज़्ज़त की, टाइम पे पहुंचा, काम से मतलब रखा, किसी की बुराई नहीं की और  कान खोलकर बड़ों की सुना।'  जैकी वाकई यारों का यार है।

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