पूरा देश बाढ़ की चपेट में है। गुजरात से असम तक बरसात ने कोहराम मचा रखा है। इस टिपटिप में सबसे ज्यादा नुकसान जिस व्यापार का हो रहा है? वो है सिनेमा का व्यवसाय! एक सर्वे के मुताबिक पिछले हफ्ते जहां बाढ़ का प्रकोप है, सिनेमाघर पूरी तरह बंद रहे हैं और वहां के थिएटरों की सारी की सारी फिल्में जमानत जब्त की हालत में रही हैं।
बारिश का एक दूसरा सबल पक्ष भी है। जो बरसात फिल्मों का बाजार बंद करा रही है, वही बरसात फिल्मकारों की प्रिय विषय वस्तु भी रही है। बहुधा बरसात के फिल्माए गये रोमांटिक दृश्य निर्माता की जेब गरम करने का साधन भी बनते रहे हैं। आइये, कुछ गानों पर नजर दौड़ाते हैं जिनके भीगे बदन दृश्यों ने दर्शकों को कामुकता से भरने का सदैव कारक बना है।
‘प्यार हुआ इकरार हुआ...’ (श्री 420 : राजकपूर-नरगिस)
‘रिमझिम के तराने लेकर आई बरसात..’ (‘काला बाजार’ : देव आनन्द-वहीदा रहमान)
‘बरसात में हम से मिले तुम...’ (‘बरसात’ : निम्मी)
‘उमड़ घुमड़ कर आई रे घटा...’ ( दो आँखें बारह हाथ)
‘जिंदगी भर नहीं भूलेगी वो बरसात की रात (बरसात की रात)
‘इक लड़की भीगी भागी सी...’ (‘चलती का नाम गाड़ी’ किशोर कुमार-मधुबाला)
‘भीगी भीगी रातों में...’ (‘अजनबी’ : राजेश खन्ना- जीनत)
‘रिमझिम गिरे सावन...’ (‘मंजिल’ : अमिताभ - मौसमी)
‘लगी आज सावन की झड़ी है’... (‘चांदनी’ : विनोद खन्ना-श्री देवी)
‘टिप टिप बरसा पानी...’ (‘मोहरा’ : रवीना टंडन-अक्षय कुमार)
‘मोहब्बत बरसा देना तूं...’ (‘थ्री डी क्रिएचर’ : बिपाशा-इमरान)
‘काटे नहीं कटते दिन ये रात...’ (‘मि.इंडिया’ श्री देवी)
‘छतरी ना खोल बरसात में...’ (‘गोपी किशन’ : सुनील शेट्टी, शिल्पा शिरोडकर)
‘बारिश में शोला भड़कने लगा...’ (‘गुलाम’ : आमिर-रानी)
‘बरसो रे...’ (‘गुरू’ : ऐश्वर्या राय)
‘गरजत बरसत सावन आयो रे...’ (‘बरसात की रात’)
‘ओ सजना...बरखा बहार आयी...’ (‘परख’)
‘बोले रे पपीहरा...’ (‘गुड्डी’ : जया बच्चन-धर्मेन्द्र)
‘सावन के झूले...’ (‘जुर्माना’ )
‘बादल यूं गरजता है...’ (बेताब’ : सनी देओल, अमृता सिंह)
‘रिमझिम-रिमझिम...’ (‘1942 लवस्टोरी’ : मनीषा-अनिल)
‘गीला गीला पानी...’ (‘सत्या’ : मनोज वाजपेयी)
‘घनन घनन...’ (‘लगान’ : आमिर खान)
‘यह साजिश है बूंदों की...’ (‘फना’ : आमिर -काजोल)
‘सावन में लग गई आग...’ (‘वुड स्टॉक विला’ : मीका सिंह-राखी सावंत)
बॉलीवुड-फिल्मों में ऐसे सैकड़ों गाने हैं जिनको पर्दे पर नायक-नायिका पूरी मादकता उडेलकर जिस्म का प्रदर्शन कराते हैं और दर्शक उन्हें देखकर घायल हो जाता है और सोचता है वह भी अपने प्रेमी के साथ बारिश का लुत्फ उठाए! वैसे, बरसात पर्दे पर ‘बाढ़’ का स्वरूप लेकर भी उपस्थित होती रही है। ‘राजा हरिश्चंद्र’, ‘मदर इंडिया’, ‘कौन’, ‘घायल रिर्टन’, ‘शमिताभ’ और भी तमाम फिल्मों में पानी-बहाव का वीभत्स रूप भी हम देखते हैं। हॉलीवुड में तो बरसात से तबाही पर तमाम फिल्में बनी हैं। हां, बॉलीवुड ने हमेशा बरसात को रोमांटिक रूप में देखा है। इस समय भी जब देश के तमाम प्रदेश बाढ़ की चपेट में हैं बॉलीवुड रोमांटिक गीत गुनगुना रहा है- ‘लगी आज सावन की फिर वो झड़ी है...!’
- संपादक