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रेटिंग : 2 स्टार
कहानी :
बॉबी यानि कंगना रनोट बचपन में अपने माता पिता की आक्समिक मौत के बाद एक्यूट साइकोसिस नामक बीमारी का शिकार हो जाती है। बड़ी होने पर उसकी बीमारी भी बड़ी हो जाती है लिहाजा वो अत्याधिक गुस्से, हलूसनेसन, इल्यूजन तथा मूड स्वींग का शिकार हो उल्टी सीधी हरकतें करती रहती है। पेशे से वो एक डबिंग आर्टिस्ट है उसका एक कथित ब्वॉयफ्रेंड हुसैन दलाल है जो उसे साउथ फिल्मों की फिल्मों की डबिंग का काम दिलवाता रहता है लेकिन उसे वो कभी सीरयसली नहीं लेती। अपनी बीमारी की वजह से वो फिल्मों के किरदारों में स्वयं घुसते हुए उनके जैसी हरकतें करना शुरू कर देती है। एक बार गुस्से में मारपीट की वजह से उसे तीन महीने के लिये असाइलम तक जाना पड़ता है। ताया के कहने पर उसके यहां एक किरायेदार केशव यानि राजकुमार यादव अपनी पत्नी रीमा यानि अमायरा दस्तूर के साथ रहने आता है। यहां बॉबी केशव की तरफ आकर्षित हो जाती है और लगतार दोनों मियॉ बीवी पर नजर रखती है। एक दिन अचानक रीमा की जलने से मौत हो जाती है, तो केस ऑफिसर सतीश कौशिक तथा ब्रिजेन्द्र काला के समक्ष बॉबी, केशव पर हत्या का इल्जाम लगाती है लेकिन सुबूत न मिलने पर केस बंद कर दिया जाता है। कुछ अरसे बाद बॉबी अपनी कजन सिस्टर अमृतापुरी के पास लंदन चली जाती है, वहां वो उस वक्त हैरान हो उठती है जब उसे पता चलता है कि उसकी बहन का पति केशव ही है। इसके बाद उसे लगने लगता है, कि केशव उसकी बहन की हत्या भी कर देगा। इन सारी उलझनों के साथ कहानी अपने क्लाईमेंक्स तक पहुंचती है।
अवलोकन :
फिल्म का पहला भाग ठीक ठाक रहा लेकिन दूसरे भाग में कहानी गिच पिच होती चली जाती है। हालांकि इस तरह की कहानी पर कम ही फिल्में बनती हैं। इस सायकोलॉजिक सस्पेंस थ्रिलर में मानसिक रोगी कंगना के इर्द गिद्र बुनी गई कहानी कभी बोझिल तो कभी दिलचस्प हो जाती है क्लाईमेंक्स तो बहुत ही अटपटा है, जिस पर मुश्किल से यकीन हो पाता है। फिल्म के गानों में लाइटों का प्रयोग अच्छा लगता है।
अभिनय :
कंगना ने एक बेहद जटिल भूमिका को बहुत ही असरदार अभिव्यक्ति दी है, वहीं राजकुमार यादव भी हमेशा की तरह अच्छा काम कर गये। हुसैन दलाल दर्शकों को हंसाने में कामयाब रहा है। इनका साथ देने वाले कलाकारों में अमृतापुरी, अमायरा दस्तूर, हुसैन दलाल तथा स्पेशल रोल में जिमी शेरगिल प्रभावी रहे।
क्यों देखें :
कंगना और राजकुमार के दर्शनीय अभिनय के लिये फिल्म देखी जा सकती है ।