हमारे देश में एक पुरानी कहावत है- “सावन के अंधे को हमेषा सब कुछ हरा ही नजर आता है..” यही हाल बॉलीवुड का है। जब धन कमाने का मसला हो तो बॉलीवुड से जुड़े हर शक्स एक सुर में आलाप लगाते नजर आ जाते हैं। एक तरफ बॉलीवुड के कलाकार सोशल मीडिया को अपने प्रशंसकों के साथ संबंध जोड़ने का माध्यम मानते हैं,तो वहीं उन्होने इसे कमाई का जरिया भी बना रखा है।
जी हाँ! फिल्म कलाकार किसी भी कंपनी के किसी प्रोडक्ट का ब्रांड अंबेसेडर बनते समय अपने सोशल मीडिया,फेसबुक,ट्विटर, इंस्टाग्राम,यूट्टूब के फॉलोअर्स की संख्या दिखाकर अतिरिक्त धनराषि की मांग करने लगे हैं। बड़ी-बड़ी कंपनियां इन कलाकारों के सोशल मीडिया पर पचास लाख से दो करोड़ तक के फॉलोअर्स की संख्या के आगे नतमस्तक होते रहते हैं। यह कलाकार एक ट्वीट करने के लिए भी 10 लाख रूपए से लेकर एक करोड़ रूपए ले रहे हैं। जबकि इंस्टाग्राम पर कुछ भी पोस्ट करने के लिए 25 लाख से 5 करोड़ रूपए ले रहे हैं। क्या उनका यह कदम जायज है? क्या इससे वह अपने प्रशंसको का गलत फायदा नही उठा रहे हैं? इसी संदर्भ में हमने कुछ कलाकारों से बात की। आइए देखे कि यह कलाकार क्या कहते हैः
“सोशल मीडिया से पैसा कमाना गलत कैसे?”
तापसी पन्नू
‘नो मींस नो’ की पक्षधर और पितृसत्तात्मक सोच के खिलाफ तथा नारी सषक्तिकरण की बात करने वाली फिल्मों में काम कर शोहरत बटोर रही अदाकारा तापसी पन्नू कहती हैं- “मैं मानती हूँ कि इन दिनों हम कलाकारों के लिए सोशल मीडिया पैसे कमाने का एक माध्यम बन चुका है। यह अच्छा है या बुरा, यह मैं नहीं जानती।मगर पैसा कमाने का साधन तो बन गया है। देखिए, सोशल मीडिया से पैसे मैं भी कमा रही हॅू। मैं जिन ब्रांड को एंडोर्स करती हूं, उनके साथ मेरी जो डील होती है, वह इस आधार पर भी होती है कि मैं आपकी विज्ञापन फिल्म करुँगी, फोटो शूट भी करूंगी। इसी के साथ आपके प्रोडक्ट को लेकर सोशल मीडिया पर इतनी पोस्ट डालूंगी,यह सब हमारी डील के अंदर ही होता है।”
“कलाकार सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट करने के लिए पैसा लेता है”
राज कुमार राव
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता और ‘न्यूटन, ‘बरेली की बर्फी’, ‘मेड इन चाइना’ सहित कई बेहतरीन फिल्मों के कलाकार राज कुमार राव सोशल मीडिया से कमाई के मुद्दे पर कहते हैं- “यदि एक कलाकार सोशल मीडिया से अतिरिक्त कमाई कर रहा है,तो इसमें गलत कुछ नही।यह तो विज्ञापन फिल्म करने जैसा ही है। हर विज्ञापन फिल्म के लिए कलाकार पैसा लेता ही है, उसी तरह सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट करने के लिए पैसा लेता है, तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है। देखिए, सोशल मीडिया पर भी कलाकार की शोहरत के अनुरूप ही फोलोअर्स बनते हैं। फिर कौन अपनी शोहरत को नहीं भुनाना चाहता।प्रोडक्ट बनाने व बेचने वाली कंपनियां हम कलाकारों को अपने प्रोडक्ट के विज्ञापन में लेकर हमें पैसा इसलिए देती है,क्योंकि उन्होंने हमारी शोहरत से फायदा उठाना होता है। इसी तरह यदि हम अपने सोशल मीडिया के फोलोअर्स की संख्या के आधार पर किसी पोस्ट के लिए पैसे मंगाते हैं,तो इसमें गलत कुछ नही है। यहां मैं स्पष्ट करना चाहॅूंगा कि जब हमारी फिल्म रिलीज होती है,तो बाक्स आफिस पर हमारे सोशल मीडिया के फोलोअर्स की संख्या असर नही डालती। बॉक्स आफिस पर इस बात का असर पड़ता है कि फिल्म कैसी बनी है।
“ब्रांड किसी भी कलाकार के सिर्फ फोलोअर्स की संख्या नहीं देखता।”
अतुल कस्बेकर
अतुल कस्बेकर की सेलेब्रिटी मैनेजमेंट कंपनी ‘ब्लिंग’ है,जो कि कलाकारो के बिजनेस का काम देखती है। वह कहते हैं- “आपका सवाल अच्छा है। मगर प्रोडक्ट वाली कंपनी केवल फॉलोअर्स की संख्या नहीं देखती, वह देखती है कि कितने लोग लाइक कर रहे हैं या टिप्पणी कर रहे हैं। मान लीजिए दो कलाकार हैं। एक के फॉलोअर्स एक करोड़ और दूसरे के पचास लाख हैं। पर देखा यह जाएगा कि एक पोस्ट पर कितने लोग रिएक्ट कर रहे हैं। अब तो लोग इंस्टाग्राम पर लाइक्स भी खरीद लेते हैं। लेकिन यदि आप किसी के इंस्टाग्राम एकाउंट के ‘इन साइड’ में जाएंगे, तो पता चलता है कि वास्तव में क्या हो रहा है। वहां पता चल जाता है कि कितने असली और नकली हैं। ऐसे में आपने देखा होगा कि कई कलाकारों के कई एकाउंट है। एक एकाउंट में तीन हजार तो दूसरे में सिर्फ चार पांच सौ ही प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। तो हर ब्रांड यह देखता है कि सोशल मीडिया पर कौन सा कलाकार कितने लोगों को ‘इंगेज’ कर रहा है।ब्रांड किसी भी कलाकार के सिर्फ फॉलोअर्स की संख्या नहीं देखता। ऐसा हर ब्रांड को करना चाहिए।”
“अब सोशल मीडिया वरदान है”
आकांक्षा सिंह
“बद्रीनाथ की दुल्हनिया” और “पहलवान” जैसी हिंदी फिल्मों के अलावा तेलगू व कन्नड़ फिल्मों में अभिनय कर चुकी आकांक्षा सिंह एक अभिनेत्री होने के साथ साथ अच्छी कवियत्री,गायक,संगीतकार व प्रषिक्षित फिजियो थेरेपिस्ट डाक्टर हैं। ‘सोशल मीडिया ’पर कमाई को सही ठहराते हुए आकांक्षा सिंह कहती हैं- “सोशल मीडिया तो आजकल लोगों तक पहुंचने का बहुत बड़ा जरिया है।पहले लोगो तक अपनी प्रतिभा को पहुंचे का कोई रास्ता नही था।पर आज आप वीडियो रिकॉर्ड कीजिए और उसे सोशल मीडिया पर डाल दीजिए, इतना ज्यादा वायरल हो जाएगा कि कब आप वेब सीरीज, फिल्म या टीवी सीरियल का आफर आ जाए, आप सोच नहीं सकते। आज सोशल मीडिया की बहुत अहम भूमिका हो गयी है। इस्टाग्राम और फेषबुक के फालोवर्स की संख्या देखकर फिल्म निर्देषक नए कलाकरों को अपनी फिल्म में काम करने का अवसर देते हैं। मुंबई में रहकर बॉलीवुड के लिए संघर्ष करने में सोशल मीडिया से हो रही कमाई ही कलाकार को मजबूत बनाए रखती है। नई पीढ़़ी के कई कलाकार तो सोशल मीडिया की देन हैं। ऐसे में हर किसी को हक है कि वह सोशल मीडिया को अपनी कमाई का जरिया बनाकर रखे।”
“सारा खेल डिमांड और सप्लाई का है”
विक्रम भट्ट
पिछले 27 वर्षों से फिल्म निर्देषन में व्यस्त व्रिकम भट्ट ने हाल ही में सोशल मीडिया की बुराई और हैकिंग को लेकर एक फिल्म ‘हैक्ड’ लेकर आए थे।सोशल मीडिया की कमाई की चर्चा करने पर वह कहते हैं- “ठीक है।मगर यह सारा खेल डिमांड और सप्लाई का है।तो वहीं इसके चलते सिनेमा को नुकसान हो रहा हैं।”
“सोशल मीडिया की ताकत को पहचानकर उसका सही ढंग से उपयोग करने की जरुरत”
प्रियांशु चटर्जी
अभिनेता प्रियांषु चटर्जी कहते हैं-‘‘देखिए,एक तरफ सोशल मीडिया ही नए कलाकारों को स्टार बना रहा है,ऐसे में स्थापित व लोकप्रिय कलाकारों को सोशल मीडिया से पैसे कमाने का पूरा हक बनता है। मैं यहाँ एक वाकिया बताना चाहूंगा। लगभग दो वर्ष पहले मैं फिल्म ‘श्रीदेवी बंगलो’के फस्ट लुक पोस्टर लांच पर गया था,तब तक फिल्म की शूटिंग शुरू नहीं हुई थी। वहां पर हीरोइन के रूप में प्रिया प्रकाष वरियर थी। मैं परिचित नहीं था। मैंने किसी से उसके बारे में पूछा, तो लोगों ने कहा आप नहीं जानते,यह सोशल मीडिया संसेषन है। तब पता चला कि उसका एक आंख मारने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर इतना पॉपुलर हुआ कि लोगों ने उसे बुलाकर फिल्में दे दी। फिर मुझे बताया गया कि प्रिया प्रकाष वरियर सोशल मीडिया से इतनी कमाई कर रही है, उस रकम को सुनकर मेरे होष उड़ गए।मुझे तो अभिनय करके भी इतनी कमाई हर माह नही होती। अब फिल्म ‘श्रीदेवी बंगला’का बॉक्स ऑफिस पर क्या असर होगा, मैं नहीं जानता। अब देखिए, 19 साल की लड़की को उसके 30 सेकंड के वीडियो ने कितना बड़ा स्टार बना दिया। तो जरुरत है सोशल मीडिया की ताकत को पहचानकर उसका सही ढंग से उपयोग करने की।”
“सोशल मीडिया से धन कमाना मेरे बस की बात नहीं”
विक्रांत मैसे
अभिनेता विक्रांत मैसे कहते हैं- “मुझे पता है कि कुछ लोग सोशल मीडिया से अच्छा धन कमा रहे हैं। मगर मेरे लिए यह संभव नही है। मैं निजी जीवन में अंतमुर्खी स्वभाव का हूं। इसलिए मैं बहुत ज्यादा सोशल मीडिया पर सक्रिय नहीं हूँ। मैं इंस्टाग्राम पर सक्रिय हॅूं। यह प्लेटफार्म मेरे स्वभाव के करीब है। ट्वीटर तो जंगली लगता है। मैं इंस्टाग्राम पर भी सिर्फ अपनी तस्वीरे डालता रहता हूं। अफसोस की बात यह है कि इन दिनों उन कलाकारों को काम दिया जा रहा है, जो कि सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा फालोअर्स होने का दावा करते हैं। मुझे सोशल मीडिया की लोकप्रियता के आधार पर किसी कलाकार के साथ काम नहीं करना है। मैने खुद देखा है कि कुछ प्रतिभाषाली कलाकारों को फिल्मकार ने महज इसलिए काम देने से मना कर दिया,क्योंकि सोशल मीडिया पर उसके फालोअर्स कम हैं। सोशल मीडिया पर जो धन कमा रहे हैं, वह भी सोशल मीडिया के अपने फालोअर्स की संख्याबल पर। यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। जो कि लंबे समय तकनही रह सकती। मेरी राय में कलाकार की प्रतिभा कैमरे के सामने जज की जानी चाहिए, न कि सोशल मीडिया के फालोअर्स की संख्या के आधार पर।’
“मैं सोशल मीडिया के फालोवर्स की बदौलत अपने यूट्यूब चैनल से पैसा काम रहा हॅूं”
दिलजीत दोसांझ
फिल्म “गुड न्यूज” फेम गायक व अभिनेता दिलजीत दोसंझ कहते हैं- “यदि आपकी शोहरत या आपने अपनी मेहनत से जो अपना मुकाम बनाया है, उसके चलते सोशल मीडिया पर आपकी एक ट्वीट/ पोस्ट से किसी प्रोडक्ट को बनाने वाला कोई करोड़ों रूपए कमा लेता है। तो फिर उस पोस्ट के बदले कलाकार को कुछ रकम लेना गलत कैसे हो गया। मैं तो ऐसा बहुत कम कर पाता हॅूं। मगर सोशल मीडिया की पापुलारिटी के ही चलते हमारा यूट्यूब हमें पैसा कमा कर दे रहा है। हम यूट्यूब चैनल पर अपनी पसंद के ही गाने देते हैं। कई बार अपने चैनल पर रिलीज करने के बाद किसी संगीत कंपनी से उस गाने की मांग आती है, तो हम उसे बेच भी देते हैं।”
“सोशल मीडिया से हर कोई पैसे कमा रहा है”
भूमि पेडणेकर
बहुत कम समय में बॉलीवुड में अपनी एक जगह बना लेने वाली अदाकारा भूमि पेडणेकर कहती हैं- “जी हां! मुझे लगता है कि हर कोई पैसा कमा रहा है, तो इसमें गलत क्या है? तमाम हस्तियां अपनी शोहरत के चलते इंस्टाग्राम पर अपनी फोटो डालकर पैसे कमाती हैं। हम विज्ञापन फिल्में करते हैं या किसी प्रोडक्ट को इंडोर्स करते है और उसे सोशल मीडिया पर प्रमोट करने के भी पैसे मिलते हैं।”