जिस तरह दुनिया भर में एटोमिक तनाव के बीच भारत ने पोखरन में अपना परमाणु परीक्षण किया था, कुछ वैसा ही माहौल इनदिनों भारत की फिल्म इंडस्ट्री बॉलीवुड में बना हुआ है. लोग इस इंडस्ट्री को समाप्त प्रायः तक कहने पर लग गए हैं. ऐसेमें करण जौहर की फिल्म कम्पनी धर्मा प्रोडक्शन बॉलीवुड के बड़े सितारों के साथ एक बेहद महंगे बजट की फिल्म “ब्रह्मास्त्र” लेकर दर्शकों के सामने है. “ब्रह्मास्त्र” दो कड़ी में पूरी होने वाली कहानी की फिल्म बताई जा रही है. दूसरी कड़ी बाद मे बनाकर रिलीज की जाएगी. 410 करोड़ की लागत से तैयार “ब्रह्मास्त्र” रिलीज के लिए थियेटरों में पहंुच गयी है. यानी- “ब्रह्मास्त्र” का यह पहला टेस्ट परीक्षण बॉलीवुड के पोखरन की भावी दशा और दिशा तय करेगा... कम से कम लोग ऐसा मान रहे हैं.
“ब्रह्मास्त्र” की होने जा रही अग्नि परीक्षा पर पूरे बॉलीवुड की नजर है. वजह साफ है हिंदी फिल्म स्टारों से नाराज हैं दर्शक. एक सीधा संदेश सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा है- “बायकॉट करो” लोगों के खफा होने की वजह साफ नहीं है पर लोग हैं कि गुस्साए हुए हैं. इस गुस्से की गाज आमिर खान पर गिर चुकी है. अक्षय कुमार, शाहरुख खान, सलमान खान, अजय देवगण, रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण, हृतिक रोशन... जैसे सभी बॉलीवुडिया सितारे बैन या बायकॉट के आह्वान में है. सभी पर राष्ट्रीय या धार्मिक-सामाजिक मुद्दों पर गैर जिम्मेदाराना बयानबाजी करने का आरोप है. देश की “संस्कृति बचाओ” सेना इस बार हिन्दी फिल्म और उनके सितारों को सबक सिखाने के लिए कृत संकल्प है. सीधे सादे दर्शक जो राजनीति नहीं समझते वे भी हिंदी सिनेमा और सितारों से रूसियाये हुए हैं क्योंकि उनका मनोरंजन आजकी मुम्बइया फिल्में पूरी नहीं कर पा रही हैं. कमजोर कथानक और वही घिसा पिटा फार्मूला और थके हुए चेहरे हैं. क्यों झेलें उन्हें जब सामने विकल्प लिए साउथ का सिनेमा खड़ा है, ओटीटी है और इंटरनेट के यू ट्यूब तथा दूसरे ऐप भरपूर सामग्री परोस रहे हैं. फेसबुक और व्हाट्सअप पर कॉमेडी जोक्स, चुटकुले, कार्टून और देश विदेश की खबरें मनोरंजन देने के लिए मुट्ठी में हैं तो क्यों जाएं हजारो रुपये के टिकट खरीद कर मल्टीप्लेक्स टॉकीजों में. सचमुच फिल्म देखने आदमी तब जाता है जब कुछ विशेष देखने की चाहत हो और यह चार्म हिंदी फिल्मों ने कहा दिया है. दूसरी तरफ उनको साउथ की फिल्मों का शानदार विकल्प मिल गया है. नया कंटेंट, अभिनय, मेकिंग और महंगा बजट खर्च करके बनाई गई फिल्में. सबके अपने अंदाज हैं. बाहुबली, पुष्पा, केजीएफ, आरआरआर, सबकी सब अलग अलग मूड की फिल्में हैं जो पूरे देश मे खूब चली हैं, क्लैक्शन की हैं और मनोरंजन परोस रही हैं.
यही वजह है रणबीर कपूर, आलिया भट्ट कपूर की इस फिल्म में जिसमे अमिताभ बच्चन और शाहरुख खान का एडेड आकर्षण भी है, उम्मीद की एक रोशनी दिखाते सिनेमाघरों में आई है.सही कहें तो यह “ब्रह्मास्त्र” की अग्नि परीक्षा है जो दर्शकों के सामने टेस्ट परीक्षण के लिए पहुच गयी है सिनेमा घरों में.