मायापुरी अंक 12.1974
फिल्म-जगत में अपशकुन का बहुत ध्यान रखा जाता है। एक हीरो ने बिल्ली के रास्ता काट जाने पर अपनी लम्बी-चौड़ी कार वापस लौटा कर साथ वाली तंग सड़क पर से गुजारी। हीरो ही नही, आम जनता भी बिल्ली के रास्ता काट जाने पर रास्ता बदल देते है। पिछले दिनों संगीतकार लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल ‘सेवक फिल्म के लिए एक गीत फिल्मा रहे थे बिल्ली रास्ता काट गई इस गीत की रिकॉर्डिंग में एक के बाद एक ऐसी अड़चने आने लगी मानो सचमुच ही गीत का रास्ता बिल्ली काट गई हो। एक चमचे ने संगीतकार जोड़ी को सलाह भी दी, इस गीत का मुखड़ा बदलवा लीजिए। मगर लक्ष्मीकांत ने वीरता से कहा मैं इन चीजों में विश्वास नही करता ! और अन्त में गीत की रिकॉर्डिंग होकर ही रही।