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क्या अमिताभ बच्चन पर कम्यूनल होने का आरोप जायज़ है ?

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By Mayapuri Desk
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क्या अमिताभ बच्चन पर कम्यूनल होने का आरोप जायज़ है ?

कौन बनेगा करोड़पति (KBC) के एक एपिसोड में, जो क्विज़ कार्यक्रम का शुक्रवार को प्रसारित किया गया 'कर्मवीर' एपिसोड था (kbc12 - 30 ऑक्टोबर2020) इसमें पूछे जाने वाले एक सवाल ने बिग बी को तनावग्रस्त बना दिया है। सवाल डॉ.अम्बेडकर से जुड़ा था लिहाजा इस सवाल पर व्यापक बहस छिड़ गई है और लोग बिग बी के सम्मान की धज्जियां उड़ाने में लग गये हैं। न तो अमिताभ बच्चन समझ पा रहे हैं कि वो क्यों नेगेटिव ट्रोल हो रहे हैं और न उनके आलोचक यह सच समझ पा रहे हैं कि जो सवाल बच्चन ने उसदिन के मेहमान कर्मवीर बेजवाडा विल्सन से पूछा था, उसके लिए बच्चन कैसे दोषी हैं? इसके लिए पाठकों को यह समझाना ज़रूरी है कि प्रोग्राम का स्ट्रक्चर क्या है। पर पहले पाठक यह जान लें कि सवाल क्या है :

गतदिनों 'कर्मवीर' एपिसोड में 'सफाई कर्मचारी- आंदोलन' के प्रणेता, फाउंडर वेजवाडा विल्सन मेहमान पार्टिसिपेंट थे, जिनको सपोर्ट देने के लिए साथ मे थे एक्टर, एंकर(क्राइम पेट्रोल) और राज बब्बर के दामाद अनूप सोनी।सवाल 25 लाख का था।

अमिताभ ने पूछा था : 25 दिसम्बर 1927 को डॉ. बी आर अम्बेडकर और उनके अनुनायियों ने किस धर्म ग्रंथ की प्रतियां जलाई थी ? जवाब के लिए ऑप्शन था-

(A) विष्णु पुराण (B) भगवत गीता (C) ऋग्वेद (D) मनुस्मृति

इसी सवाल पर लोग नाराज़ हो गए हैं कि 'किस धर्म' को ही क्यों इंगित किया बच्चन ने । उनपर कम्यूनल होने का आरोप मढ़ा जाना शुरू हो गया। इसबात को हवा दिया एक फिल्मवाले ने ही। फिल्मकार विवेक रंजन अग्निहोत्री ने लिखा- ' केबीसी को कम्युनिस्ट्स ने हाईजैक कर लिया है। मासूम बच्चे यह सीखें कि सांस्कृतिक युद्ध कैसे जीते जाते हैं। इसे कोडिंग कहा जाता है।' फिर तो ट्रोल होने का सिलसिला बढ़ता ही गया।एक ने लिखा सवाल यह होना चाहिए था कि किस धार्मिक समुदाय के लिए बाबा साहब अम्बेडकर और उनके अनुनायियों ने भारत विभाजन के दौरान पूरी जनसंख्या के ट्रांसफर की सिफारिश की थी-

(A)सिख (B) क्रिश्चियन्स (C) ज्यूँ (D) मुस्लिम्स

किसी ने लिखा वह (अमिताभ) पूरी तरह वायसड हैं। किसी का आरोप कि वो एक ही धर्म की किताबों के लिए कैसे बोल सकते हैं। किसी ने लिखा- वह 'किस धर्म' शब्द का प्रयोग करते हैं बाकी धर्मों का नाम लेने से डरते हैं कि कहीं तुम्हारा भी फ्रांस जैसा हाल कर देंगे।

एक ने लिखा: अमिताभ बच्चन इस सवाल के विकल्प में भगवत गीता और ऋग्वेद की जगह बाइबल और कुरान भी बता सकते थे। यानी- ट्रोलिंग भयंकर शुरू हो गई। बिग बी के लिए आलोचकों ने सारी मर्यादा तोड़कर के कमेंटबाजी किया है जिन सभी कोट को हम यहां नही बता पाएंगे। हमारा तापतर्य यह है कि पाठक जान सकें कि केबीसी का तानाबाना क्या है , कैसे प्रस्तुति होती है शो की, और अमिताभ बच्चन सिर्फ इस शो के प्रस्तुत करता होते हैं।

क्या अमिताभ बच्चन पर कम्यूनल होने का आरोप जायज़ है ?

इसके लिए हमे जानना होगा केबीसी की कहानी संक्षेप में-

केबीसी अंग्रेजीधारावाहिक ' who wants to be a millioniors?' का हिंदी एडाप्टेशन है, जिसका पहला एपिसोड 3 जुलाई 2000 को स्टार प्लस पर प्रक्षेपित हुआ था। यह सवालों का कार्यक्रम ख़ूब पसंद किया गया जिसके कारण चैनल- स्टार प्लस पॉपुलर हुआ और अमिताभ बच्चन को इस शो ने खूब पैसा दिया। अमिताभ उससे पहले बहुत घाटे में थे।

वह फ़िल्म कम्पनी, म्यूजिक कम्पनी और मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता कराकर काफी घाटे में आचुके थे। इस वजह से अमिताभ का इस कार्यक्रम से भावनात्मक लगाव भी है। इस सीजन को तो वह कोरोना जैसी भयंकर बीमारी से लड़कर निकलने के वावजूद भी प्रस्तुत कर रहे हैं, इसबात को इसी से समझा जा सकता है। हालांकि तीन एपिसोड के बाद ( 2000 से2007 तक) चैनल का कांट्रेक्ट स्टार के हेड रूपर्ट मर्डोक नही बढ़ाया तब इसका प्रसारण अधिकार सोनी टीवी ने लेलिया और एपिसोड 4 के प्रस्तुतकर्ता शाहरुख खान बना दिए गए थे। शो को शाहरुख बांध नही पाए। फिर बिग बी को ही सोनी टीवी पर लाया गया। और तबसे अमिताभ इस शो के संचालक हैं।

अब हम बात करते हैं सवालों के कंस्ट्रक्शन की। याद होगा दूरदर्शन पर बहुत पहले एक सवालों का कार्यक्रम 'क्वीज टाइम'आया करता था, जिसके प्रस्तुत करता थे सिद्धार्थ बासु। सिद्धार्थ बासु और उनकी पत्रकार पत्नी अनिता कौल बासु ( जो इंडिया टुडे केलिए काम करती थी) ने अपनी कम्पनी बनाया था सिनर्जी कम्युनिकेशन। यह लोग एक प्रोग्राम बनाए थे- 'कौन बनेगा लखपति?'। उसी प्रोग्राम का बृहद रूप है 'केबीसी' ( कौन बनेगा करोड़ पति)।यही कम्पनी सिनर्जी कम्युनिकेशन प्राइवेट लिमिटेड बनी और फिर और बृहद रूप में ( दूसरों की भागीदारी के साथ) 'बिग सिनर्जी' है जो आज के केबीसी की प्रोड्यूसर है।सिद्धार्थ बासु केबीसी के नॉलेज पार्टनर हैं।

क्या अमिताभ बच्चन पर कम्यूनल होने का आरोप जायज़ है ?

DigiTOK(tree of k owledge digital ) कम्पनी है , जिसके वह क्रिएटिव कन्सलटेंट हैं। एक पूरी टीम काम करती है जो 'कौन बनेगा करोड़पति' के लिए सवाल तैयार करती है। बतादें की सिद्धार्थ बासु वह शख्सियत हैं जिनका नाम भारत मे क्वीज कार्यक्रमों के फादर के रूप में जाना जाता है। इंडिया गॉट टेलेंट, आपकी कचहरी, सच का सामना, दस का दम (प्रस्तुतकर्ता सलमान खान), झलक दिखला जा, न्यूज़वीज़ ( राजदीप सरदेसाई प्रस्तुत हाई स्कूल के छात्रों के लिए) जैसे शोज के साथ बासु का नाम जुड़ा है। केबीसी में पूछे जानेवाले सवालों का भी फॉर्मेट निर्धारित है। जैसे- मुहावरों को पूरा करना, सामान्य ज्ञान,न्यूज़ और इवेंट, संस्कृति,इतिहास और साहित्य, टेक्नोलॉजी, वर्ल्ड लाइफ ऑडियो- विजुअल्स आदि।

तापतर्य यह कि अमिताभ बच्चन बनी हुई थाली आपके सामने पेश करते हैं। खाने में नमक कम है या मसाला ज्यादा है, यह देखने का काम उनका है जो रेसिपी पर काम करते हैं।बच्चन साहब शो का चेहरा हैं। इसलिए बच्चन को निगेटिव- ट्रोल करनेवालों या उनको कम्यूनल घोषित करने वालों को सच समझना चाहिए। गलती खाना बनाने वाले करें और तोड़ी जाए खाने की टेबल या गाली मिले वेटर को, यह कहाँ का इंसाफ है भाई !!

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