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अरुण गोविल, दीपिका चिखलिया टोपीवाला और सुनील लाहरी ने भी इस एमएक्स ओरिजिनल सीरीज की तारीफ की
90 के दशक में रविवार की सुबह का मतलब होता था टेलीविजन पर परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर रामानंद सागर की ‘रामायण’ देखना। इस महागाथा से हर व्यक्ति का अपना अलग अनुभव जुड़ा हुआ है। इस कहानी से जुड़ी कई सारी यादें हैं। चाहे वह डांस ड्रामा के रूप में हो, रामलीला या फिर मायथोलॉजिकल शो/फिल्में हों, इस प्राचीन कथा से जुड़ा वह अनूठा रिश्ता याद आ जाता है।
युवा तथा बुजुर्ग दर्शकों को प्राचीन काल की यह कहानी दोबारा देखने को मिलेगी, कुणाली कोहली के निर्देशन में बनी आगामी एमएक्स ओरिजिल सीरीज ‘रामयुग’ में।
एक बड़े पैमाने पर भव्य विजुअल्स के साथ तैयार किये गये इस शो को पूरे देशभर से दर्शकों की काफी तारीफें मिल हैं। यहां तक कि ‘रामायण’ के ओरिजिनल कास्ट अरुण गोविल, दीपिका चिखलिया टोपीवाला और सुनील लाहरी को भी इस शो का एमएक्स प्लेयर पर आने का बेसब्री से इंतजार है।
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अरुण गोविल आगे कहते हैं, ‘’मुझे एमएक्स ओरिजिनल के ‘रामयुग’ का ट्रेलर वाकई बहुत पसंद आया। इसमें टेक्लोलॉजी का जबर्दस्त इस्तेमाल किया गया है। यह देखना काफी दिलचस्प है कि आज के दौर में सबसे पसंदीदा राम के किरदार को कुणाल कोहली के निर्देशन में किस तरह से प्रस्तुत किया गया है। मैं यह देखकर काफी खुश हूं कि किस तरह एक बार फिर परिवारों के साथ देखने का वह अनुभव दोबारा मिल रहा है, जैसा कि उस दौर में ओरिजिनल शो ने किया था।‘’
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दीपिका चिखलिया टोपीवाला कहती हैं, ‘’मुझे याद है कुछ सालों पहले मैं अपने एक दोस्त के साथ ‘रामायण’ के निर्माण को लेकर चर्चा कर रही थी। और आज के जमाने में ‘रामयुग’ के ट्रेलर को देखकर ऐसा लगता है कि उसे बेहतरीन रूप में साकार किया गया है। रामानंद सागर की ‘रामायण’ में सीता की शूटिंग के दौरान मैंने हिम्मत और धैर्य का पाठ सीखा था, लेकिन ‘रामयुग’ का ट्रेलर देखने के बाद मुझे अपने किरदार को दोबारा जीने की इच्छा जाग गयी है। मुझे एमएक्स प्लेयर के इस शो का बेसब्री से इंतजार है।
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सुनील लाहरी कहते हैं, ‘’अस्सी/नब्बे के दशक में किस्सागोई का मतलब होता था रविवार को पूरे परिवार के साथ टीवी के सामने जमघट लगा कर बैठना। ऐसा ही प्रभाव हमारे शो ‘रामायण’ ने डाला था। ‘रामायण’ के साथ काफी सारी भावनाएं जुड़ी हुई हैं, उस समय भी वह सच था और आज भी यह सच है। उस समय किसी ने भी नहीं सोचा था कि इतने बड़े पैमाने पर इस तरह का शो तैयार किया जा सकता है। लेकिन एमएक्स प्लेयर के ‘रामयुग’ के विजुअल में वह भव्यता नज़र आ रही है। मुझे ऐसा लगता है कि जब आज के जमाने में मायथोलॉजिकल कहानियां सुनाने की बात आती है तो हम एक महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहे हैं।‘’
एमएक्स ओरिजिनल सीरीज ‘रामयुग’ पहली मायथोलॉजिकल ऐसी वेब सीरीज डिजिटल स्क्रीन पर दस्तक देगी 6 मई से। इसके सारे एपिसोड फ्री में एमएक्स प्लेयर पर स्ट्रीम होंगे
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