‘खाकी में इंसान’ की शूटिंग के दौरान रेप सीन की अजब घटना सुनिए एक्टर रवि के.रामशबद की जुबानी

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By Mayapuri Desk
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‘खाकी में इंसान’ की शूटिंग के दौरान रेप सीन की अजब घटना सुनिए एक्टर रवि के.रामशबद की जुबानी

पिछले दिनों एक नवीनतम शो ’खाकी में इंसान’ की शूटिंग जयपुर में चल रही थी। इसे ओटीटी प्लैटफॉर्म अथवा टीवी पर प्रसारित किया जाएगा। इस शो में मुख्य विलन की भूमिका निभा रहे एक्टर रवि के. रामशबद ने शूटिंग को लेकर बेहद मजेदार घटनाएं शेयर की। वे बोले, “पिछले दो सप्ताह पहले जयपुर के बस्सी गाँव में ’खाकी में इंसान’ की शूटिंग चल रही थी। यहां शूटिंग से पहले मैं वाराणसी में एक क्राइम शो की शूटिंग खत्म करके यहां आया था। इस शो के निर्माता हैं निशांत जी और प्रशांत जी तथा निर्देशक राजीव जी। वैसे तो अब तक मैंने विभिन्न फिल्मों तथा ओटीटी सीरीज़ में तरह तरह की भूमिकाएं निभाई है लेकिन इस शो में मैं एक खूंखार विलन की भूमिका निभा रहा हूँ जो हमेशा गांव वालों को धमकाता, डराता रहता है और जमकर वसूली करता है। साथ ही सबको जबरन उसी को वोट देने के लिए दवाब डालता है और जो भी उसके खिलाफ आवाज़ उठाता है उसको मार पीटकर  चुप करा देता है।'

‘खाकी में इंसान’ की शूटिंग के दौरान रेप सीन की अजब घटना सुनिए एक्टर रवि के.रामशबद की जुबानी

रवि ने जयपुर में हुई इस शूटिंग को लेकर एक दिलचस्प किस्सा सुनाया, वे बोले, “उस दिन का सीन कुछ ऐसा था कि मैं गाँव वालों को धमका डरा कर मुझे ही वोट देने के लिए दवाब डालता हूँ तब गाँव के रहने वाले एक पति पत्नी मेरी बात ना मानने का फैसला कर लेते हैं। मेरे बहुत डराने धमकाने के बावजूद जब वो नहीं मानते तो मै उस पत्नी का रेप करके उस परिवार को सबक सिखाता हूँ, उसे बेइज़्ज़त कर देता हूँ ताकि गाँव में किसी की हिम्मत न हो मेरे खिलाफ जाने की। शूटिंग के दौरान मजेदार घटना ये हुई कि जब यह दृश्य शूट हो रहा था तो वहाँ शूटिंग देखने के लिए बहुत सारे गाँव वाले आए हुए थे। बहुत भीड़ थी, ज्यादातर महिलाएं और बच्चे। जैसे ही रेप सीन की शूटिंग होने लगी तो अचानक भीड़ में से एक औरत को गुस्सा आ गया। उसे लगा कि सचमुच एक औरत की इज़्ज़त लूटी जा रही है और सब लोग चुप है और उस हकीकत में हो रहे रेप को कैमरा में कैद कर रहे है। वो औरत जोर जोर से चींखने चिल्लाने लगी कि इस गाँव में ऐसी गन्दगी नहीं चलेगी। वो चींख चीख कर हम सबको गाँव से निकल जाने को कहने लगी। ऐसे में शूटिंग रोक देनी पड़ी। सबका दिमाग गर्म था। बहुत गर्मी पड़ रही थी। कड़ाके की धूप थी, बारिश का नामोनिशान नहीं था। सबको शूटिंग जल्दी खत्म करके आराम करना था। किसी तरह नींबू पानी पी पी कर शूटिंग की जा रही थी, ऐसे में उस औरत की वजह से बवाल मच गया था।  एक घँटे तक उसका चींखना चिल्लाना चलता रहा। गाँव के कुछ लोगों ने उसे समझाया कि ये सब नकली रेप है, पर्दे पर दिखाया जाएगा। फिर भी जब वो नहीं मानी तो उसे यह बता कर वहां से वापस उसके घर ले जाया गया कि ठीक है, अब नहीं होगी शूटिंग। उसके जाने के बाद फिर शूटिंग शुरू की गई। हालांकि इस तरह की छोटी मोटी रुकावटें आई लेकिन बाकी सब एक पिकनिक की तरह लगा। शूटिंग दोपहर बारह बजे से शाम सात बजे तक किया जाता था। बीच में प्रोडक्शन की तरफ से अच्छा सा लंच और शाम को ड्राइवर मुझे पिकअप करके उस बंगले में पहुंचा देते जहां ठहरने की बहुत अच्छी व्यवस्था की गई थी। अच्छा लोकेशन और अच्छी फैसिलिटीज़ थी वहां। शूटिंग के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल की सख्ती से पालन की गई थी। शूटिंग स्थल पर वैनिटी वैन न ले जा पाने के कारण थोड़ी दिक्कत तो हुई क्योंकि एक शॉट के बाद, कड़कती धूप में कहाँ बैठकर अगले दृश्य की तैयारी करें यह समस्या आ रही थी। तो हम सबको पेड़ के नीचे बैठना पड़ता था, पसीने से लथपथ। बाकी जयपुर में काम करके बहुत मज़ा आया। वहाँ के लोग बहुत सीधे है और हमारे टीम के लोग भी बहुत अच्छे हैं। वहां के लोकल लोगों ने बहुत प्यार से हम सबकी खातिरदारी की। बार बार ठंडा पानी, नींबू पानी, नारियल पानी ला ला कर पिलाते रहे कि किसी की तबियत ना बिगड़े, किसी को चक्कर ना आ जाये।”

‘खाकी में इंसान’ की शूटिंग के दौरान रेप सीन की अजब घटना सुनिए एक्टर रवि के.रामशबद की जुबानी

जब मैंने रवि से पूछा कि एक आउटसाइडर होकर भी उसने बॉलीवुड, टीवी तथा ओटीटी में जगह कैसे बना ली तो उसने अपनी कहानी सुनाते हुए कहा, “बचपन से ही मुझे अभिनय का बहुत शौक था, स्कूल में स्टेज परफॉर्मेंस किया करता था, तभी मेरे मन में इच्छा जगी थी कि मुझे बतौर एक्टर बॉलीवुड में जाना ही है।” सच कहूँ तो जब से होश संभाला तब से मैं पॉपुलर और विश्वनीय तथा बॉलीवुड की सबसे पुरानी हिंदी फिल्म पत्रिका मायापुरी पढ़ा करता था। उसमें बॉलीवुड के बारे में एक एक जेनुइन खबरें, बड़े-छोटे स्टार्स के इंटरव्यू, बॉलीवुड में एंट्री के उनके अनुभव, लेख और सितारों के एड्रेस पढ़कर बॉलीवुड में जाने  की तैयारी करता था। मायापुरी ने ही मुझे बॉलीवुड का सही रास्ता दिखाया। इसलिए आज भी मायापुरी मेरी पसंदीदा पत्रिका है। मेरी ही नहीं बॉलीवुड के सारे स्टार्स की फेवरेट पत्रिका है।’’ कॉलेज में पढ़ाई पूरी होने के बाद 2014 में मुंबई आया और बॉलीवुड इंडस्ट्री में संघर्ष का सिलसिला जारी हुआ। इस इंडस्ट्री में ना ही मेरा कोई गॉडफादर था और ना ही कोई पहचान, पर कहते हैं ना, ’’किसी चीज को शिद्दत से चाहो तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने में लग जाती है। ’’ संघर्ष करते-करते मुझे अच्छे औऱ अलग-अलग तरह की फिल्मों में किरदार मिलने लगे। मैंने हर तरह के कैरेक्टर की है और पुलिस तथा विलेन के रोल ज्यादा की है। मैं अकबरपुर में हूं, मध्यमवर्ग परिवार से और मुझे मेरे परिवार का पूरा समर्थन मिला। तभी आज मैं इस मुकाम पर पहुंच पाया हूँ। बॉलीवुड में एक बात अच्छी है कि यहां कुछ अच्छे लोग भी है जिन्होंने मुझे गाइड किया, सही रास्ता दिखाया। मैंने कई हिंदी फिल्में, वेब सीरीज, सीरियल, विज्ञापन, और दक्षिण भारतीय फिल्मों में काम किया है।

‘खाकी में इंसान’ की शूटिंग के दौरान रेप सीन की अजब घटना सुनिए एक्टर रवि के.रामशबद की जुबानी

रवि ने बताया कि जल्द ही वो कई बॉलीवुड प्रोजेक्ट्स तथा ओटीटी प्रोजेक्ट्स के साथ साथ कई दक्षिण भारतीय फिल्मों की शूटिंग में व्यस्त होने वाले हैं जो शुरू होते ही वे शूटिंग रिपोर्ट देंगे।

‘खाकी में इंसान’ की शूटिंग के दौरान रेप सीन की अजब घटना सुनिए एक्टर रवि के.रामशबद की जुबानी

रवि के रामशबद ने वेब सीरीज़, ’बॉम्बे बी बेगम’, ’अभय 2’, सीरियल्स, इश्क का रंग सफेद’ (कलर्स), ’होशियार’, ’मौका ए वारदात’ तथा फ़िल्म ’हैक्ड’, ’मैनु एक लड़की चाहिए’, विज्ञापन, बजाज एलियन्स ऐड, इजी स्लिम टी, टाटा वेब एड वगैरह में अपनी पहचान बनाई। खाली समय में वे जमकर जिम करते हैं औऱ यात्राएं करना पसंद करते हैं।

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