Manoj Maurya मनोज मौर्य की फिल्म ‘द आइसकेक’ राजधानी दिल्ली से स्पीति तक 12 बाइक सवारों की साहसिक यात्रा पर आधारित है. पेंटर से फिल्म निर्माता एवं निर्देशक बने मनोज मौर्य ने अपनी पहली हिंदी फीचर फिल्म ‘द आइसकेक’ The Icecake’ के साथ बाइक राइडिंग की प्रचलित हो रही साहसिक संस्कृति को मुख्यधारा के सिनेमा में लाने का प्रयास किया है. 10 सितंबर, 2022 को दिल्ली के आईआईएमसी ऑडिटोरियम में बाइक राइडर्स और राइडर्स ब्रदरहुड ग्रुप के लिए फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई थी.
यह फिल्म दिल्ली से हिमालय की स्पीति घाटी तक की 12 वास्तविक लाइफ राइडर्स की साहसिक यात्रा का उल्लेख करती है. हालांकि, इस यात्रा की शुरुबआत एक साहसिक सवारी के रूप में होती है, लेकिन जल्द ही झगड़े, विश्वासघात और रिश्तों में कटुता में बदल जाती है. इसके साथ ही अस्तित्व के लिए संघर्ष के साथ यह यात्रा आखिरकार एक आत्मिक खोज में बदल जाती है.
‘द आइसकेक’ The Icecake’ से पहले मनोज Manoj Maurya ने एक जर्मन फीचर फिल्म ‘द कॉन्सर्ट मास्टर’ का लेखन और निर्देशन भी किया है, जो एक सिम्फनी ऑर्केस्ट्रा में एक डिस्लेक्सिक वायलिन वादक के संघर्ष पर आधारित है. यह पूछने पर कि उन्होंने अपनी फिल्म की शूटिंग के लिए जर्मनी को ही क्यों चुना, मनोज ने कहा, ‘मेरी फिल्म को ऑर्केस्ट्रा संगीत के संतुलन और औपचारिक अनुशासन के सिद्धांतों की जरूरत थी और इसके लिए जर्मनी से बेहतर देश कोई नहीं हो सकता था. इसकी वजह यह है कि पश्चिमी शास्त्रीय संगीत, पारंपरिक गायन और ऑर्केस्ट्रा के क्षेत्र में जर्मनी की पहचान विश्व स्तर पर है.’
संजय अनमोल सिन्हा द्वारा सह-निर्मित, रोहित शर्मा द्वारा संगीत और मनोज मौर्य द्वारा निर्देशित ‘द आइसकेक’ को म्यूज मूवीज ने पेश किया है.