पद्मश्री गायिका उषा उत्थुप का नाम यूं तो किसी परिचय का मोहताज नहीं है, लेकिन संगीत जगत में वे अपनी अनोखी आवाज़ के लिए पहचानी जाती हैं। 17 भारतीय भाषाओं और 8 विदेशी लैंग्वेज में गाना गा चुकी पद्मश्री ऊषा उत्थुप को बुक पढ़ने का भी बेहद शौक है, कई नेशनल और इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म पर परफॉर्म कर चुकी ऊषा उत्थुप, अब तक कई किताबें पढ़ चुकी हैं पर उन्हें “द ग्लोबल देसी“ नामक बुक बेहद दिलचस्प लगी। अपनी पसंदीदा लेखक संदीप भुटोरिया की किताब पढ़कर उषा उनकी किताब की विशेषता और उनके लेखन से काफी प्रभावित हुयी हैं। उषा ने इस पुस्तक की प्रस्तावना भी लिखी हैं।
बॉलीवुड की पॉप क्वीन उषा उत्थुप कहती हैं, “द ग्लोबल देसी (संदीप भूटोरिया द्वारा लिखा हुआ)’ पुस्तक मेरे दिल के काफी करीब है क्योंकि ये मेरे मन को छू गयी और साथ ही यह लेखनी हमारे संस्कृति को, मानव जाति के लिए सबसे शानदार संस्कृति में से एक बनाता हैं और दुनिया की सबसे बेहतरीन पेशकश को दर्शाती हैं।”
जब हमने भुटोरिया से इस पुस्तक को लिखने के बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा, “मुझे यात्रा करना बेहद पसंद हैं, स्पेशियली नयी संस्कृति को डिस्कवर करना और नयी संस्कृति की खोज करना, क्योंकि मुझे अलग अलग लोगों से बात करना पसंद हैं। मैं जहाँ भी घूमने जाता हूँ, वहां- वहां अपने दिल में भारत को साथ लिए चलता हूं।”