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‘शुभ लाभ- आपके घर में’ के रोहित, यानि मिथिल जैन:
“नवरात्रि से जुड़ी मेरी बचपन की यादों में यह है कि मैं नौ दिनों तक गरबा और डांडिया खेलता था और देवी दुर्गा के सभी नौ रूपों की पूजा करता था। मेरा मानना है कि नवरात्रि का यह शुभ अवसर पूरी धूमधाम और आनंद के साथ आता है और इसे बड़े उत्साह से मनाया जाता है। मैं गरबा खेलते हुए ही बड़ा हुआ हूँ और इस त्यौहार का पूरा मजा लेता हूँ। गरबा खेलने की सबसे बेहतरीन याद तब की है, जब मैं गोरेगाँव में था और फाल्गुनी पाठक ने परफॉर्म किया था। इस साल मैं यह त्यौहार घर पर अपने परिवार के साथ मनाऊंगा। ‘शुभ लाभ- आपके घर में’ के सेट पर नवरात्रि मनाकर मैं बहुत खुश हूँ और यह आगामी ट्रैक हमारे शो का मनोरंजन बढ़ा देगा।‘’
‘शुभ लाभ- आपके घर में’ के वैभव, यानि आशय मिश्रा:
“मेरे लिये नवरात्रि का मतलब हमेशा आरतियाँ गाने, गरबा सॉन्ग पर नाचने और अपने भाई-बहनों के साथ लंबे समय तक कॉम्पीटिशन करने से रहा है। नवनात्रि के दौरान मैं ज्यादा चार्ज्ड रहता हूँ, क्योंकि मुझे डांसिंग पसंद है और लोकगीतों पर नाचने के लिये तो मैं हमेशा तैयार रहता हूँ। मेरे कई दोस्त हैं, जो मेरी तरह उत्साहित हैं और वे मेरे डांडिया नाइट पार्टनर्स हैं। मैंने एक गरबा प्रतियोगिता जीती थी और वह बहुत रैंडम थी, क्योंकि उसके लिये कोई रिहर्सल नहीं हुई थी और मेरा वीडियो एक लोकल चैनल ने कवर किया था। घर पर मेरे पेरेंट्स मुझे अपने टीवी स्क्रीन पर देखकर चौंके और फिर खुश हो गये थे। इस साल मेरी कामना है कि देवी दुर्गा आप सभी को अपना भरपूर आशीर्वाद और प्यार दें। इस शुभ त्यौहार पर मैं सभी की समृद्धि और अच्छी हेल्थ की कामना करता हूँ। तो त्यौहार मनाइये, नाचिये, लेकिन सुरक्षित भी रहिये!’’
‘वागले की दुनिया- नई पीढ़ी नये किस्से’ के अथर्व, यानि शीहान कपाही:
“नवरात्रि से जुड़ी मेरी यादें हैं दिन में स्कूल में त्यौहार मनाना और रात में अपने सोसायटी के दोस्तों के साथ स्वादिष्ट फूड लेकर मस्ती करना। मैं फाल्गुनी पाठक की डांडिया नाइट में जाता था और पूरे दिल से उसका आनंद लेता था। मेरी प्रार्थना है कि मेरे सभी फैंस और दर्शक खुशियाँ पाएं, हमारे शो ‘वागले की दुनिया’ को देखते रहें और हमें प्यार देते रहें। हम अपने शो में भी नवरात्रि मना रहे हैं और उसके सीक्वेंसेस की शूटिंग धमाकेदार थी।”
‘मैडम सर’ की करिश्मा सिंह, यानि युक्ति कपूर:
“नवरात्रि का अवसर बहुत खास होता है, क्योंकि मैं अपने पेरेंट्स को इस त्यौहार में सचमुच आस्था रखते, इसे उत्साह से मनाते और नौ दिनों तक उपवास रखते देखकर बड़ी हुई हूँ। मैं बचपन से मेरे पेरेंट्स को माँ दुर्गा की पूजा करते देख रही हूँ और मैं भी नवरात्रि के पहले और अंतिम दिन उपवास रखा करती थी। मेरी सबसे अच्छी याद है नौकन्या पूजन के लिये लोगों के घर जाना, तोहफे पाना और पैसे इकट्ठे करना। मैं नौ दिनों तक रीतियों का पालन करती हूँ, हर दिन पूजा करती हूँ और गरबा और डांडिया खेलती हूँ। अपने कॉलेज के दिनों के दौरान जब मैं जयपुर में थी, तब अपने दोस्तों और परिवार के साथ डांडिया खेला करती थी। और इस साल चूंकि मेरी माँ मुंबई में मेरे पास हैं, तो हमने पूजा की खास तैयारी की है और हम दोनों ही नौ दिनों तक उपवास रखेंगे।”
‘मैडम सर’ की संतोष शर्मा, यानि भाविका शर्मा:
“मेरे लिये नवरात्रि हमेशा से हर साल गरबा और डांडिया खेलने का एक बेहतरीन मौका रही है। मैं इस त्यौहार को लेकर हमेशा से उत्साहित रही हूँ, क्योंकि इसमें मुझे अपने दोस्तों और परिवार के साथ गरबा खेलने का मौका मिलता था। मुझे त्यौहारों के लिये तैयार होना पसंद है और चूंकि नवरात्रि का हर दिन अलग रंग वाला होता है, तो मुझे हर दिन नया रंग पहनना पसंद है, यह हमेशा से मेरे लिये बहुत खास रहा है। इस साल मैं किसी डांडिया नाइट में नहीं जाऊंगी, क्योंकि हमें अब भी सचेत रहना है और मैं शूटिंग पर रहूंगी। मैं माँ दुर्गा की पूजा कर घर में ही यह त्यौहार मनाऊंगी। मुझे गरबा और डांडिया बहुत पसंद है और इस त्यौहार से जुड़ी मेरी खास याद है उन गरबा नाइट्स में जाना, जहाँ फेमस सिंगर परफॉर्म करते थे। मुझे डांसरों के अच्छे ग्रुप और मेरे दोस्तों के साथ डांस करना भी अच्छा लगता है।‘’
‘जि़द्दी दिल- माने ना’ के स्पेशल एजेंट फैज़ी, यानि आदित्य देशमुख:
‘’मैं अपने सभी फैंस और दर्शकों को नवरात्रि की ढेर सारी शुभकामनाएं देता हूँ। नवरात्रि के नौ दिन सभी की जिन्दगी में बहुत खास होते हैं और हम उसे पूरे उत्साह से मनाना पसंद करते हैं। मैं बचपन में इन नौ दिनों में हर दिन अलग कपड़े पहना करता था और यह मेरी सबसे अच्छी यादों में से एक है। मैं अपने दोस्तों से भी एक जैसे रंग के कपड़े पहनने के लिये कहता था, जब भी हम डांडिया नाइट्स के लिये जाते थे। मेरे घर पर हम पूरे नौ दिन माँ दुर्गा से प्रार्थना करते हैं और वह एहसास हमेशा से बहुत सकारात्मक और उम्दा रहा है। इस साल हम घर पर ही गरबा नाइट आयोजित कर त्यौहार मनाएंगे।”
‘ज़िद्दी दिल- माने ना’ के करन शेरगिल, यानि शालीन मल्होत्रा:
“मैं दिल्ली में जन्मा और पला-बढ़ा हूँ और वहाँ कई संस्कृतियों का संगम है। तो नवरात्रि में मुझे हमेशा हलवा, पूरी और छोले जैसी चीजों का इंतजार रहता था, जो आठवें दिन बनती हैं। जब मैं बड़ा हुआ, तब गरबा खेलना चाहता था, और मैं यहाँ मुंबई की गरबा और डांडिया नाइट्स में आता था। बेहतरीन को-ऑर्डिनेशन और उत्साह के साथ सभी को नाचते देखने का एहसास बहुत अच्छा लगता है। मैं फाल्गुनी पाठक की डांडिया नाइट्स में भी गया हूँ और वे रॉक कॉन्सर्ट से कम नहीं होती थीं। गरबा और डांडिया में बहुत आनंद आता है और खुशी मिलती है। मैं अपने फैंस के लिये खुशियों से भरी नवरात्रि की कामना करता हूँ। मुझे ‘ज़िद्दी दिल’ में मेरे किरदार के लिये बहुत प्यार मिला है और इसके लिये मैं उनका आभारी हूँ। मैं उनसे आग्रह करता हूँ कि वे इस कठिन समय में सुरक्षित रहें और मास्क पहनना, हाथों को सैनिटाइज करना जारी रखें और सुरक्षित रहें!’’
‘ज़िद्दी दिल- माने ना’ की कोयल, यानि सिम्पल कौल:
“बचपन के दौरान हम नवरात्रि में पूरी रात जागते थे, क्योंकि पास ही में एक मंदिर था, जहाँ उत्सव अपने चरम पर होता था। मैंने उन यादों को हमेशा संजोकर रखा है और यह मेरे लिये बहुत खास है। मैं नौ दिन मंदिर जाती हूँ और माँ दुर्गा का आशीर्वाद लेती हूँ। मैं अपने सभी फैंस के लिये आनंद से भरे उत्सव की कामना करती हूँ और उनसे आग्रह करती हूँ कि वे पूरे प्यार और उत्साह से इसे मनाएं, लेकिन साथ ही अपने आस-पास के माहौल का भी ध्यान रखें।”