भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हाल में की गई घोषणा, जिसमें उन्होंने भारत की एक्ट ईस्ट नीति की कुंजी के रूप में वियतनाम को महत्वपूर्ण साथी देश बताया है, वियतनाम के लोग भी भारत के साथ अपनी दोस्ती एवं पूर्व के रिश्तों को प्रगाढ़ बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. यही वजह है कि इस बार वियतनाम में भी भारत की खुश्बू बिखरेगी, जिसके सुगंध से वहां के लोग मंत्रमुग्ध हो जाएंगे, क्योंकि पहली बार वहां के शहरों हो ची मिन्ह और न्हा ट्रांग में 'नमस्ते वियतनाम उत्सव' का आयोजन होने जा रहा है. 12 से 21 अगस्त तक आयोजित होने वाले इस 'नमस्ते वियतनाम उत्सव' में भारत के पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता राहुल के नेतृत्व में भारतीय फिल्म उद्योग का एक बड़ा प्रतिनिधिमंडल शिरकत करने जा रहा है. इस प्रतिनिधिमंडल में फिल्मकार उमेश शुक्ला, राहुल रवैल, कुमार मंगत, श्रीनारायण सिंह, मिखिल मुसाले, राजेश मापुस्कर, चंद्रकांत सिंह, किरण कुमार कोनेरू, नितिन तेज आहूजा के साथ अभिनेता रणधीर कपूर, राइमा सेन, बालिका वधू स्टार अविका गौर, सोमा लैशराम, हिमाक्षी कलिता, सुलख्याना बरुआ, फिल्म और लाइफस्टाइल पत्रकार कोमल नाहटा और रुचिका मेहता सहित आदि शामिल होंगे. इतना ही नहीं, ये सारी शख्सियत फेस्टिवल में रेड कार्पेट पर वॉक भी करेंगे. महोत्सव के उद्घाटन के मौके पर भारत के सबसे बड़े शोमैन राज कपूर पर आधारित पुस्तक 'राज कपूर: द मास्टर एट वर्क' का विमोचन भी किया जाएगा.
यह महोत्सव भारतीय स्वतंत्रता के 75 वर्ष 'आजादी का अमृत महोत्सव' के साथ-साथ भारत और वियतनाम के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 50वीं वर्षगांठ के उत्सव का हिस्सा होगा जिसका आयोजन भारतीय दूतावास, भारत के महावाणिज्य दूतावास द्वारा किया जा रहा है. भारतीय राजदूत एच.ई. प्रणय वर्मा और भारत के महावाणिज्यदूत डॉ. मदन मोहन सेठी इस प्रतिष्ठित 10 दिवसीय मेगा फेस्टिवल की मेजबानी करेंगे, जिसे कैप्टन राहुल बाली द्वारा क्यूरेट किया गया है, जो दुनियाभर में भारत के फिल्मोत्सवों का सफलतापूर्वक आयोजन कर रहे हैं.
इस मेगा फेस्टिवल में संस्कृति, व्यापार, निवेश, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और पर्यटन से संबंधित कार्यक्रमों, कार्यशालाओं और बैठकों से संबंधित गतिविधियां होंगी. विभिन्न क्षेत्रों में व्यापार के अवसरों का पता लगाने के लिए कोरोना महामारी के बाद दोनों देशों के उद्यमियों को फिर से आपस में जोड़ने के अलावा प्रस्तावित कार्यक्रम भारत की विविध संस्कृति के बारे में जागरूकता पैदा करेंगे. यह उत्सव संस्कृति और वाणिज्य का संगम होगा. इस मेगा फेस्टिवल के जरिये पर्यटन, व्यापार, कला, संस्कृति, संगीत और फिल्मों को बढ़ावा देने के लिए दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों के लिए संवाद को बढ़ावा देने के लिए दोनों देशों के बीच एक महान नेटवर्किंग मंच बनने की उम्मीद भी है.