प्यार हुआ इकरार हुआ है, प्यार से फिर क्यों डरता है दिल....आज भी अपने प्यार का इज़हार करने के लिए युवा, राज कपूर का सहारा लेते हैं. राज कपूर (Raj kapoor) जिन्होंने लोगों को प्यार के असल मायने सिखाए, अपने गानों से जिंदगी जीना सिखाया उनका आज जन्मदिन है.
आज वह हमारे बीच नहीं है लेकिन उनके निभाए किरदार और गाने अभी भी जिंदा हैं. हमारे दिलों में, यादों में और उनके गानों में.
Raj Kapoor के जन्मदिन के मौके पर हम उनसे जुड़ी कुछ अनकही बातें जानते है.
राज कपूर (Raj kapoor) का असली नाम रणबीर है. जी हां उनका असली नाम रणबीर है. उनका पोता और वह ही नाम शेयर कर रहे हैं. वास्तव में, राज तीनों भाइयों का मिडिल नाम था: रणबीर, शशि और शम्मी।
उन्होंने अपने करियर की शुरुआत फिल्म विषकन्या के सेट पर एक क्लैपर ब्वॉय (Clapper Boy) के रूप में की थी.
फिल्म बॉबी में जिस सीन में ऋषि कपूर पहली बार डिंपल कपाड़िया से मिलते हैं. वह सीन राज कपूर की जिंदगी से प्रेरित था, जब उनकी मुलाकात पहली बार एक्ट्रेस नरगिस से हुई थी.
राज कपूर (Raj kapoor) 24 साल की उम्र में सबसे कम उम्र के निर्देशक बन गए थे. वह उससे पहले एक संगीत निर्देशक बनना चाहते थे.
राज कपूर के बहुत करीबी दोस्त हृषिकेश मुखर्जी जब बीमार थे तो राज कपूर के बुरे सपने आते थे. उनकी फिल्म आनंद इन बुरे सपनों से प्रेरित थी.
उनकी सबसे महत्वाकांक्षी फिल्म मेरा नाम जोकर ने व्यावसायिक सफलता हासिल नहीं की, जिससे उनका दिल टूट गया और वह आर्थिक रूप से अस्थिर हो गए. इस फिल्म को राज कपुर ने निर्देशित किया, निर्मित किया और अभिनय किया था. इसे पूरा करने में 6 साल लग गए.
जिस दिन उन्हें नई दिल्ली में दादासाहेब फाल्के पुरस्कार मिलने वाला था, उन्हें सीने में तेज दर्द हुआ और उन्हें एस्कॉर्ट दिल्ली ले जाया गया था.
राज कपूर की आखिरी फिल्म, हिना, जो उनके निधन (1988) के कारण अधूरी रह गई, बाद में रणधीर कपूर ने पूरी की और इस फिल्म को एक बड़ी सफलता मिली.