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रीना कपूर और मोनिका चौहान कहते है, "मैं उम्मीद करती हूं के रंजू की बेटियां के किरदार लोगो को प्रेरित करे"

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By Mayapuri Desk
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रीना कपूर और मोनिका चौहान कहते है, "मैं उम्मीद करती हूं के रंजू की बेटियां के किरदार लोगो को प्रेरित करे"
मुंबई, 12 मार्च 2021: टेलिविज़न में महिलाओं की भूमिका पिछले एक दशक से बहुत बदल गई है। अब हम टीवी पर शक्तिशाली, प्रभावशाली महिलाओं और उनकी पथ-प्रदर्शक कहानियों का चित्रण देखते हैं।  हाल ही में, दंगल टीवी के शो रंजू की बेटियां, की मां और बेटी की जोड़ी – रीना कपूर और मोनिका चौहान ने मजबूत महिलाएं किरदार निभाने के बारे में अपने विचार साझा किए। वे अपने किरदार से महिलाओं को प्रेरित करना चाहते है। टेलीविजन में महिलाओं को भूमिका कैसे बदली है, इस बारे में भी वे बात करते हैं।
अपने विचार साझा करते हुए, रीना कहती हैं, 'टेलीविज़न एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ मुख्य किरदार में महिलाएँ दिखती हैं। इसका एक कारण यह है कि महिलाएँ टेलीविजन सबसे ज्यादा कंज्यूम करते है। हमारे भारतीय टीवी शो हमेशा महिला केंद्रित रहे हैं। मुझे खुशी है कि महिलाओं की भूमिकाएं 'सती सावित्री' होने से बदल गईं, अब हम महिलाओं को शक्तिशाली, महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाते देखते है। मेरे वर्तमान शो में, मेरे किरदार रंजू ने मुझे अपनी क्षमता का पता लगाने का मौका दिया और मैं इसके साथ खुद को आश्चर्यचकित कर रही हूं।'रीना कपूर और मोनिका चौहान कहते है, "मैं उम्मीद करती हूं के रंजू की बेटियां के किरदार लोगो को प्रेरित करे"
मोनिका कहती हैं, 'आज महिलाएं सिर्फ किसी की बेटी, मां, पत्नी या बहन का किरदार नहीं निभाती है, बल्कि वह एक इंडिपेंडेंट महिला है जिसका खुदका एक व्यक्तित्व है। उसकी अपनी एक पहचान है। मैं इस इंडस्ट्री में आने के लिए भाग्यशाली महसूस करती हूं जहां हम अधिक महिला केंद्रित शो देख सकते हैं।'
हम रीना और मोनिका के हर बात से सहमत हैं।
रंजू की बेटियां एक मां, रंजू की दिल को छू लेने वाली और एक पितृसत्तात्मक समाज में 4 बेटियों की परवरिश का उनका संघर्ष की कहानी है। देखे रंजु की बेटीया रात 9.30 बजे केवल दंगल टीवी पर।
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