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एक बादशाह के ताज में इतने सारे हीरे !

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By Mayapuri Desk
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एक बादशाह के ताज में इतने सारे हीरे !

इतिहास के पन्नों में बेशुमार कहानियां और किस्से है बादशाहों के। कुछ बादशाह अपनी शक्ति से बनते हैं। कुछ बादशाह अपनी नीयत से बनते हैं। कुछ बादशाह अपनी बदनियत से बनते हैं। कुछ बादशाह अपनी क्रूरता से बनते हैं। कुछ बादशाह अपनी तकदीर से बनते हैं और कुछ ऐसे भी बादशाह हैं जो सिर्फ और सिर्फ अपने प्यार से और इंसानियत से बनते हैं। लेकिन हमने एक ऐसा भी बादशाह देखा है जो सिर्फ अपनी प्यार से लाखों करोड़ों के दिल पर राज कर रहा है दुनिया के हर कोने में। आपने जान ही लिया होगा कि हम किसकी बात कर रहे हैं। फिर भी हम आपको बता दें कि वो बादशाह एक ऐसा बादशाह है जो कई जमानों में एक बार और सिर्फ एक बार आता है और ऐसे तो उनका नाम ‘जहाँ खान’ होना चाहिए लेकिन दुनिया के रिवाजों के मुताबिक उनका नाम शाहरुख खान है, हमारे और तुम्हारे प्यारे और दुलारे दिलवाले बादशाह खान। आईये हम आपको बता दें कि शाहरुख खान क्यों एक इतना प्यारा और काबिल बादशाह कहलाता है ....

एक बादशाह के ताज में इतने सारे हीरे !

उस इंसान के बारे में क्या कहे जो एक मामूली मध्यम वर्गीय खानदान में पैदा हुआ और जिसके पिताजी एक ज्ञानी इंसान थे जो छः बड़ी भाषाएँ जानते थे और जिनके पास वकालत की बड़ी डिग्री थी और जिन्होंने कभी कोई ‘केस’ नहीं लड़ा क्योंकि वो कहते थे कि उन्हें झूठ बोलना नहीं आता था और जिनकी माँ सिर्फ एक माँ थी जिनको अपने बच्चे प्यारे थे, एक बेटी और एक बेटा। और इन दोनों की मृत्यु बहुत जल्द हो गई थी और अपनी बहन को लेकर वो भाई एक नई और कठिन जंग लड़ने निकला था और उसको कहीं एक सपना दौड़ा रहा था अपनी मंजिल की खोज में ?

उस इंसान के बारे में क्या कहें जिसने बहुत ही कम उम्र में अपने आपको ढूंढ निकाला था और निश्चय किया था कि वो अपने अंदर के कलाकार को निकालकर तराशेगा और जमाने के सामने ऐसे पेश करेगा कि जमाना देखता ही रह जायेगा और इस दिशा मे उसने चलना शुरू किया। उसे मालूम था कि उसकी राहों में कही अड़चनें आ सकती थी लेकिन उसे यकीन भी था और हिम्मत भी थी जंग जीतने की ?

उस इंसान के बारे में क्या कहें जिसने उम्र की शुरुआत में ही टेलीविजन पर ऐसा कुछ कर दिया कि दूर दूर तक उसके कमाल की रोशनी फैल गई और फैलती रही। और एक दिन वो रोशनी बम्बई की फिल्म इंडस्ट्री तक पहुंच गई और बड़े बड़े फिल्म मेकर्स जैसे हेमा मालिनी ,राकेश रोशन और राहुल रवैल जैसे नामी दिग्दर्शक की नजर में आई और फिर उसे कभी पीछे मुड़कर देखना नहीं पड़ा। शाहरुख खान अब एक ऐसा नाम हो गया जो लोगों के दिलों में छाने लगा,यहाँ तक कि लोग उसे तब भी चाहने लगे जब वो कठोर विलेन के रोल करता था?

उस इंसान का क्या कहें जिसने आगे बढ़ना कभी छोड़ा नहीं और आगे ही आगे बढ़ता रहा अपने हुनर के दम पर और दरियादिल होने के बल पर। उस इंसान का क्या कहें जो पहले छोटे छोटे फ्लैटों में रहता था और आखिर महलों का बादशाह हो गया जब उसने अपना खुद का महल बनाया जो आज के जमाने में कोई बादशाह बनाने का सोच भी नहीं सकता ?

उस इंसान का क्या कहे जिसने जो भी फिल्मों से कमाया ,वो फिल्मों में ही डालना चाहिए और इस ख्याल ने उसे पहले ड्रीम्स अनलिमिटेड के नाम कि प्रोडक्शन कंपनी स्थापित की अपनी सहकलाकार जूही चावला के साथ और फिर अपनी खुद की शानदार कंपनी रेड चिलीज की स्थापना की जो आज देश कि अव्वल नम्बर की फिल्म मेकिंग कंपनी है। उस इंसान का क्या कहे जो कुछ ही समय में एक साम्राज्य का सुल्तान बन गया जिसमें उसने अपने से ज्यादा उन कई लोगो का भला चाहा और फिर अपने और अपने परिवार के बारे में सोचा।

उस इंसान के बारे में क्या कहे जिसने हर बार समाज और देश के हित के बारे में सोचा जैसे कोविड-19 की काली साया डरा रही थी और इस दिलवाले बादशाह ने ना सिर्फ करोड़ो रूपये का सहयोग दिया बल्कि कोविड के मरीजों को अपने दफ्तर में जगह दी क्वारंटाइन के लिये और जिसने हजारो पीपीई किट बांटे और जिसने देश की सेवा तब-तब की जब देश संकट से गुजरा है और जिसने फिल्म इंडस्ट्री के लिये आवाज उठाई जब जब इंडस्ट्री बुरे वक्त के जाल में फंसी हुई थी।

उस इंसान के बारे मे क्या कहे जिसने सिर्फ अपने काम पर ,अपने परिवार पर और देशपर ध्यान दिया। उस इंसान के बारे में क्या कहे जिसने आज के दिन के बड़े खेल ,क्रिकेट की हौंसला अफजाई की और अपनी खुद की टीम बनाई, केकेआर जिसमें आजकल वो मग्न रहते हैं।

उस इंसान का क्या कहे जिनकी पिछली तीन बड़ी फिल्में नाकाम रहीं लेकिन फिर भी आज प्रोड्यूसर्स और जनता इंतजार में है कि बादशाह खान कब अगली फिल्म साईन करेंगे और जिसके लिये वो चाहे जितना पैसा लगाने के लिये तैयार है तो आपको बता दें 15 नवम्बर से यशराज की फिल्म ‘पठान’ की शूटिंग शुरू हो चुकी है। और उस इंसान का क्या कहे जिसकी मुट्ठी में दुनिया है ,लेकिन फिर भी उसके लिये उसका परिवार जिसमें उसकी पत्नी गौरी ,बच्चे सुहाना ,आर्यन और अबराम है वो उसके लिये सबसे अहम और पवित्र भी है ? और इसके आगे वो इंसान जो अब बादशाह हो गया है दिलों का,वो क्या क्या करेगा ये शायद उसको भी मालूम नही होगा क्योंकि वो जो भी करेगा वो उसका ऊपर वाला बादशाह तय करेगा ।

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