लोगों में सोशल मीडिया का क्रेज बड़ी तेजी से बढ़ रहा है। फेसबुक और ट्वीटर के दीवानों में सिर्फ आम आदमी ही नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर फिल्मों से जुड़े लोग, सामाजिक कार्यकर्ता, बिजनेसमैन, राजनेता सभी का समावेष है। सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफार्म है,जिसका उपयोग सूचना के लिए किया जाना चाहिए। मगर इस मीडियम पर अराजकता फैल रही है। साइबर क्राइम पुलिस ने पिछले दिनों ट्वीटर का बहुत ही आपत्ति जनक तरीके से उपयोग करने पर कुछ लोगों की गिरफ्तारी भी की। इतना ही नहीं अब तो यह बात उभरकर आ रही है कि ट्वीटर की वजह से रिश्ते टूटने लगे हैं। तो वहीं एक षोध के अनुसार ट्वीटर की वजह से इंसान में बीमारी बढ रही हैं। इस पर अंषुमान झा एक फिल्म “मोना डार्लिंग” का निर्माण कर चुके हैं। सोशल मीडिया के चलते रिष्तोे के टूटने को लेकर कई लघु फिल्में भी बन चुकी हैं। पर बॉलीवुड के कलाकार इससे पूरी तरह सहमत नही है।
मगर अतीत में फेषबुक व ट्वीटर को लेकर कई फिल्मी हस्तियां खुलकर बातें करती रही हैं। मजेदार बात यह है कि इस सारे प्रकरण के लिए बिपाषा बसु, विद्या बालन और रानी मुखर्जी सहित कई अभिनेत्रिया फिल्म कलाकारों को ही दोष दे चुकी हैं। तो दूसरी तरफ एक अमरीकन पत्रिका द्वारा किए गए रिसर्च के अनुसार फेसबुक व ट्वीटर की वजह से रिश्ते टूट रहे हैं। इसे फिल्म अभिनेत्री और ओमन आफ सब्सटेंस के किरदार निभाने वाली अभिनेत्री विद्या बालन भी सही मानती हैं। श्रृद्धा कपूर का मानना है कि ट्वीटर पर रहकर रिष्तों को बरकरार नहीं रखा जा सकता। इसी परिप्रे्रक्ष्य में कई फिल्मी हस्तियां अपनी प्रतिक्रिया दे चुकी हैं..आइए , देखें किसने क्या कहा था...
ट्वीटर व फेसबुक की वजह से रिश्तों में बिखराव आ रहा है-विद्या बालन
नारी सषक्तिकरण की बात करने वाली अभिनेत्री विद्या बालन कहती हैं- “मैं फेसबुक या ट्वीटर दोनो सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर नही हॅू। मेरी राय में फेसबुक या ट्वीटर किसी रिश्ते को बनाने में भले ही षुरूआती मदद कर सकते हों, पर अंततः यह नुकसान ही पहुंचाते हैं। देखिए, रिष्ता दोस्ती का हो या कोई अन्य हो। यदि आप फेसबुक या ट्वीटर के माध्यम से अपने दोस्त या रिश्तेदार के ‘टच’ में रहना चाहते हैं,तो बात अलग हैंमगर आप अपने दोस्त या रिश्तेदार के साथ मिलकर या फोन के माध्यम से भी ‘टच’ में रह सकते हैं।पर यदि आप दोस्ती या किसी रिश्ते की वजह से एक दूसरे को जानना चाहते हैं, तो उसके लिए आपको एक दूसरे के साथ वक्त बिताना पड़ेगा। मैं यह बात सिर्फ प्यार के रिश्ते के लिए नहीं कह रही हूं। मेरा मानना है कि एक रिष्ता दो लोगों के बीच होता है, उसे आप फेसबुक या ट्वीटर पर जाहीर कर या उस रिश्ते के बारे में कुछ भी लिखकर पूरे विष्व को बताकर गलत करते हैं। अब यह रिष्ता पति पत्नी, पे्रमी पे्रमिका, दो बहनों, दो भाईयों, बहन भाई अथवा यह रिष्ता माता पिता के साथ हो, यानी कि रिष्ता सिर्फ दो लोगों के बीच होता है। पूरे विष्व के साथ हर किसी का रिष्ता एक जैसा नहीं होता है। रिष्ता हमेषा दो लोगों का निजी मसला होता है। पर हम इस बात को, एक दूसरे को भूलकर, पूरे विष्व में खोज रहे हैं। परिणामतः रिश्ते दो लोगों के बीच जो आत्मीयता होनी चाहिए,जो अपनापन होना चाहिए,वह गायब हो जाता है। सिर्फ एक बनावटी चरित्र उभरकर आता है।”
सारा दोष फिल्म कलाकारों का है-रानी मुखर्जी
रानी मुखर्जी खुद फेसबुक या ट्वीटर पर नहीं है। वह कहती हैं – “इसमें गलती उस कलाकार की है, जिसे गाली मिल रही है। यदि आप ट्वीटर पर लोगों को खुला निमंत्रण दे रहे हैं कि वह उनकी फिल्म को देखें। और यदि फिल्म अच्छी नही है, तो कलाकार का प्रषंसक गाली देगा। मैं सोशल मीडिया, फेसबुक या ट्वीटर पर नही हूं।”