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स्टार प्लस के कलाकार रोशनी और खुशियों के त्योहार दिवाली को मनाने के लिए तैयार हैं

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स्टार प्लस के कलाकार रोशनी और खुशियों के त्योहार दिवाली को मनाने के लिए तैयार हैं

स्टार प्लस पर प्रसारित होने वाले दर्शकों के चहेते शो 'गुम है किसी के प्यार में' में विराट की भूमिका निभाने वाले अभिनेता नील भट्ट अपनी दिवाली को लेकर बताते हैं कि, 'हर साल की तरह इस बार भी मेरी दिवाली साधारण होने वाली है। कुछ अच्छा खाना होगा और खूब सारी मिठाइयां होंगी। मूल रूप से एक साथ एक अच्छा पारिवारिक समय बीतेगा। दिवाली के बारे में मेरी पसंदीदा स्मृति वह होगी जब मैंने बड़ौदा में अपने चचेरे भाइयों के साथ दिवाली मनाई थी। हम सब मिलकर एकसाथ खूब पटाखे फोड़ते हैं और अच्छा समय बिताते हैं। फिर बाद में अगली सुबह हम फटे हुए पटाखों को इकट्ठा करके उन पटाखों से काल्पनिक कहानियाँ बनाते थे जो बहुत मज़ेदार हुआ करता था। आमतौर पर मेरी दिवाली बहुत सरल और शांत होती है। इस वक़्त हमारे घर में चारों तरह रौशनी नज़र आ रही है और वातावरण बहुत जीवंत है। मेरे लिए दिवाली का मतलब हमेशा खुशी, दोस्त और परिवार वालों से मिलना होता है। साथ ही उनके साथ एक अच्छा समय बिताना होता है। मैं हर साल इसका इंतजार करता हूं। सबसे पहले मैं सभी को दिवाली की शुभकामनाएं देना चाहता हूं और मैं इस त्योहार को यथासंभव पर्यावरण के अनुकूल तरीके से मनाने का संदेश लोगों तक पहुंचाना चाहता हूं।'

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'गुम है किसी के प्यार में' शो में सम्राट की भूमिका निभाने वाले योगेंद्र सिंह जो सम्राट की भूमिका में बहुत प्रसिद्ध हैं जब उनसे उनकी दिवाली और उससे जुड़ी पुरानी यादों के बारे में बात की गई तो उन्होंने बताया कि 'मैं एकसाथ दो प्रोजेक्ट्स पर एकसाथ काम कर रहा हूँ। इसलिए मेरा शूटिंग शेड्यूल बहुत टाइट है। मुझे नहीं लगता कि बचपन की तरह मैं अपनी दिवाली को उतने धूमधाम से मना पाउँगा। इस साल मुझे जितना भी मौका मिलेगा मैं कोशिश करूँगा कि मैं अपने परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर दिए जलाए। अच्छा सा खाना खाएं और फुलझड़ियाँ जलाएं। उस दिन पूजा तो करना मेरे लिए बहुत जरूरी है जो मैं करता हूँ। अगर बच्चों की बात करूँ तो मैं अक्सर दिवाली में अपने नानी के यहाँ जाया करता था और मुझे मीठा बहुत पसंद है इसलिए मुझसे मिठाइयां छुपाकर रखी जाती थी एक बार उन्होंने मिठाई कबर्ड के ऊपर रख दी थी और मैंने जैसे तैसे मिठाई उतारकर जल्दी से अपने मुँह में डाल ली और मुझे चींटी उसपर लगी चींटी ने काट लिया और मैं खूब रोया और बाकी लोग हंस रहे थे। जहाँ तक दिवाली की बात है तो मैं अयोध्या (होमटाउन) का हूँ तो हम हमेशा रामायण में यह सुनते आए हैं कि श्री राम, रावण का वध करके 14 साल बाद अपना वनवास काटकर अयोध्या लौट थे, जिसके उपलक्ष में हम यह त्यौहार मनाते हैं। मैं अयोध्या का हूँ तो यह त्यौहार हमारे लिए बहुत मायने रखता है। मुझे यह बात जो समझ आती है कि इस दिन हम जो दिया जलाते हैं उसका मतलब ये होता है कि हमें अपने अंदर की सभी बुराइयों ख़तम कर देना चाहिए। मैं लोगों से अपील करूँगा कि कृपया जितना जरुरी हो उतने ही पटाखें जलाएं, वातावरण का पूरा ख्याल रखें, ऐसे पटाखे न फोड़े जिससे बड़े बुजुर्गों को तकलीफ हो, जानवरों को दिक्कत हों। सरकार द्वारा दी गई सभी गाइडलाइन्स का पालन करें और मेरी तरफ से सभी को दिवाली की ढेर सारी बधाइयां।'

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अनुपमाशोमेंवनराजकीभूमिकामेंप्रसिद्दअभिनेतासुधांशुपांडेयबतातेहैंकि'हम अपनी दिवाली घर को लाइटों से सजाकर, पूजा घर को बहुत अच्छे से सजाकर लक्ष्मी पूजन करते हैं, हमारी पूजा का विधि विधान एकदम नार्थ इंडियन तरीके से में होता है, पूजा करके भोग चढ़ाना फिर प्रशाद खाना और अपनों के साथ एक अच्छा समय बीताना। हम पटाखें बिलकुल नहीं फोड़ते क्योंकि हमें वातावरण में प्रदुषण बढ़ाने का कारण नहीं बनना है और मेरे बच्चों को भी पटाखे फोड़ना नहीं पसंद है। हम सभी घर पर रहते हैं, अच्छा म्युज़िक सुनते हैं, अच्छा खाना खाते हैं और एकसाथ एन्जॉय करते हैं। अगर दिवाली को लेकर कोई बचपन की यादें मैं सांझा करूँ तो वो एक नहीं है क्योंकि मैं यूपी और उत्तराखंड में पलाबढ़ा हूँ तो हर दिवाली बहुत खूबसूरत हुआ करती थी। उस दौरान पर्यावरण को लेकर हम ज्यादा जानकार नहीं हुआ करते थे तो हम खूब पटाखे फोड़ते थे, दिए जलाते थे। हर दिवाली हमारे लिए यादगार रही है क्योंकि हम हमेशा पूरे परिवार से घिरे होते थे। दिवाली का प्रकाश हमें इस बात की सीख देता है हमें बुरी चीजों से दूर रहना है और हमेशा खुदमें एक पॉज़िटिव ऊर्जा को बनाए रखना है। मैं अपने फैन्स से यह अपील करना चाहूंगा कि कृपया पटाखे मत फोड़ें और वातावरण में प्रदुषण न बढ़ाएं और विश्व में ग्लोबल वार्मिंग को बढ़ावा न दें, एक जिम्मेदार नागरिक बनें और इस दिवाली खूब दिए जलाकर अपनी दिवाली मनाए।'

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स्टारप्लसकेनंबरवनशोअनुपमामेंअनुजकीभूमिकानिभानेवालेगौरवखन्नाबतातेहैं'अगर इस दिन हमें शूटिंग से छुट्टी मिलती है जो मुझे लग रहा है कि मिलेगी क्योंकि आजकल हम सभी दोनों शिफ्ट में शूट कर रहे हैं। दिवाली में हमारे घर पूजा होती है और मेरी पत्नी रंगोली बनाती हैं, शुभ मुहूर्त पर लक्ष्मी पूजा के बाद घर पर दोस्त आते हैं फिर हम सभी साथ बैठकर डिनर करते हैं, गेम्स खेलते हैं और बहुत मज़े करते हैं। मेरी दिवाली से जुड़ी पुरानी यादें मेरे बच्चों से जुड़ी हैं बचपन में मुझे पटाखों की आवाज़ से बहुत डर लगता था पर जैसे-जैसे मैं बड़ा हुआ मेरा डर पूरी तरह खत्म होफोड़ने की कोशिश  गया और मैं इसे एन्जॉय करने लगा। मुझे लगता है लोगों को पटाखे नहीं फोड़ने चाहिए क्योंकि इससे पर्यावरण और जानवरों को बहुत नुक्सान पहुँचता है। अगर आप सच में पटाखे फोड़ना चाहते हैं तो कुछ फुलझड़ी और अनार जलकार भी मना सकते हैं। दिवाली मेरा पसंदीदा त्यौहार है क्योंकि इसकी हर बात अच्छी है इस त्यौहार के दौरान का मौसम, पूजा, साज सजावट, अपनों से मिलना जुलना सब कुछ। मुझे लगता है दिवाली हमारे जीवन में बुराई पर अच्छाई के समान है हमें जीवन में आई सभी बुरी चीजों को भूलकर एक नई  शुरुआत की ओर बढ़ना चाहिए। मेरे फैन्स के लिए मेरा मैसेज होगा कि उनकी दिवाली खुशियों से भरी हो। उनके जीवन में हर एक चीज मिले जिसकी वे कामना करते हैं साथ ही मैं कहूंगा कि वे पटाखे कम से कम फोड़ने की कोशिश करें, जिससे प्रदुषण से बचाव हो सके।

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पंड्यास्टोरशोमेंशिवाकीभूमिकानिभानेवालेकंवरढिल्लनअपनीबातकरतेहुएबतातेहैं'हर साल की तरह में इस साल भी अपने परिवार और दोस्तों के साथ दिवाली मनाऊंगा, घर की सफाई में माँ की मदद करूँगा, अपने और घर के सभी लोगों के लिए नए कपड़े और गिफ्ट्स खरीदूंगा मैं पटाखे बिलकुल नहीं फोड़ता और बहुत सिंपल तरीके से परिवार और दोस्तों के साथ एक खुशहाल भरी दिवाली मनाता हूँ। दिवाली की एक वो ख़ास चीज जो मुझे आज भी याद है वो ये है कि बचपन में मेरा पूरा परिवार पंजाब जाता था और हम अपनी बुवा जी के घर बहुत शानदार तरीके से दिवाली मनाया करते थे। दीवाली के दौरान चारों तरफ खुशियां, लाइट्स, पॉज़िटिव एनर्जी यह सबकुछ देखने को मिलता है, जिसे देख बहुत अच्छा लगता है। यह त्योहार हमारे जीवन में बहुत सारी खुशियां और पॉजीटिविटी लेकर आता है। मेरे फैन्स के लिए मेरा मैसेज होगा कि आप खुद पटाखा बन जाएँ पर पटाखा न फोड़ें ( हँसते हुए) पर हाँ! मैं कहूंगा कि पटाखा न फोड़े और पर्यावरण का नुक्सान होने से बचाएं और अपने परिवार के साथ खुशियोंभरी दिवाली मनाएं।“

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स्टारप्लसकेविद्रोहीशोमेंराधामणिकीभूमिकानिभानेवालीअभिनेत्रीसुलगनापाणिग्रहीबतातीहैंकि, 'इस साल मेरी माँ मेरे घर आ रही हैं तो हम बहुत ज्यादा उत्साहित हैं। शादी के बाद यह मेरी पहली दिवाली है। तो घर का एक- एक कोना अच्छे से साफ़ करना और चीजें ठीक से करना। यह सब कुछ करना मुझे बहुत पसंद है क्योंकि मैं इसमें बेस्ट हूँ। फिर इसके बाद बहुत से लाइट्स से घर को सजाऊंगी और मुझे उम्मीद है कि इस बार मैं अपने हाथों से अच्छा सा खाना बनाकर अपने दोस्त और परिवार वालों को परोसूंगी। मेरे लिए दिवाली एक बहुत ही खूबसूरत त्यौहार हैं क्योंकि इस दौरान घर के साथ साथ रस्ते भी सजे हुए होते थे और यह सब देखकर बहुत मज़ा आता था। यह आपको एक पॉज़िटिव एनर्जी देता है। बचपन में हमने बहुत सारे पटाखे जलाएं हैं पर अब नहीं जलाते हैं। मुझे आज भी याद है कि कितने अलग- अलग तरह के पटाखे आया करते थे जिन्हें फोड़ते हुए बड़ा डर भी लगता था पर मज़ा भी आया करता था।

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स्टारप्लसकेशो 'चीकूकीमम्मीदूरकीमेंनूपुरकीभूमिकानिभानेवालीअभिनेत्रीपरिधिशर्माबतातीहैं, 'मुंबई में अपने परिवार के साथ यह मेरी पहली दिवाली है और मैं इसे लेकर बहुत ज्यादा उत्साहित हूँ। मेरी बचपन की यादों में यही है कि दिवाली के वक्त मम्मी बचपन में बहुत कुछ बनाती थी जैसे शकरपारे, नमकीन पारे, बेसन के लड्डू, चकली, अनरसा और वे एक थाली यह सब कुछ सजाकर में तकरीबन 15 प्लेट्स बनाती थीं जो मैं और मेरा भाई सभी पड़ोसियों के घर ले जाकर देते थे और उनके घर से भी आया करते थे जो मैं बहुत एन्जॉय करती थी। हमारे भारत में व्यंजन से एकदूसरे को जोड़ने की जो बहुत पुरानी प्रथा रही है वह बहुत खूबसूरत है। इसलिए एक दुसरे को अपना स्वाद चखाकर हम जो जुड़ाव अपनापन महसूस करते थे वह बहुत सुन्दर है।'

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