-शरद राय
क्या कभी सोचा आपने सितारे भी हमारी और आपकी तरह भरमजीवी होते हैं, वे भी टोने टोटके के शिकार होते हैं और अंधविश्वास उन्हें भी जकड़े रहता है। आइए, ऐसे ही कुछ सितारों की करतूतें देखें की वे कितने अंदर से डरपोक होते हैं-
अमिताभ बच्चन:
पर्दे का यह एंग्रीमैन निजी जीवन मे बहुत सोचकर जिंदगी जीता है।वह हर बात पर चौकन्ने रहते हैं।अमिताभ क्रिकेट के शौकीन हैं लेकिन जब इंडियन क्रिकेट टीम का मुकाबला किसी दूसरे देश की टीम से होता है तो वह कभी मैदान में बैठकर लाइव मैच नही देखते। उनके दिमाग मे यह बात बैठ गयी है कि अगर वह सामने से मैच देखेंगे तो इंडियन टीम हार जाएगी। अपने एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा भी था कि वे पाकिस्तान से इंडियन टीम के मुकाबले का सीधा प्रसारण शुरुवात में वह टीवी पर भी देखने से बचते हैं कि कहीं इंडियन टीम का फॉर्म न बिगड़ जाए।
दीपिका पादुकोण:
अपनी हर फिल्म की रिलीज से पूर्व संध्या पर दीपिका सिद्धिविनायक के दर्शन करने जाती हैं। मुम्बई में सिद्धि विनायक के दर्शन के लिए वैसे तो और भी सितारे जाया करते हैं। दीपिका रिगुलर दर्शनार्थी नही हैं पर अपनी हर फिल्म की रिलीज के समय वह मुम्बई में रहती हैं ताकि रिलीज के समय बप्पा का आशीर्वाद लेने जा सकें।
धीरज कुमार:
अभिनेता- निर्देशक और कई टीवी धारावाहिकों के निर्माता धीरज कुमार भगवान शिव में अगाध श्रद्धा रखते हैं।वह जब भी किसी से किसी काम की बात करते हैं अपने सिरहाने रखी भगवान शिव की प्रतिमा का स्पर्श करते हैं।किसी कलाकार को साइन करना हो या यहां तक की पीआरओ को पेमेंट करना होता है तब भी वे एक हाथ से शिव की प्रतिमा का स्पर्श करते हैं और दूसरे हाथ से डील करते हैं। धीरज कुमार कहते हैं 'हां, मैं शिव का अंध भक्त हूं।'
अक्षय कुमार:
अक्षय कुमार के मन मे यह भरम बना हुआ है कि फिल्म रिलीज के समय उनको देश छोड़कर विदेश चला जा चाहिए। होता भी यही है कि जब वे अपनी किसी फिल्म के रिलीज पर उपस्थित होते हैं, फिल्म नही चलती। जब विदेश में होते हैं फिल्म चल जाती है।
मिथुन चक्रोबर्ती:
मिथुन अपनी फिल्म के मुहूर्त पर कभी नही आते। उनको इस बात का अनुभव बार बार मिला है कि अगर वह मुहूर्त पर रहे तो फिल्म पूरी नही हो सकेगी। ऊटी में शूटिंग करके कामयाबी मिलने की बात भी उनको एक ज्योतिषी ने बताया था। वह ऊटी में सचमुच कामयाब हुए और वहां होटल के कारबार से भी जुड़कर बेहद कामयाब रहे। ऊटी से दूर मुम्बई में रहना शुरू करते ही वे फिर गिरावट के शिकार हुए हैं।
रेखा:
लोग इसबात पर कम ही ध्यान देते हैं कि अविवाहित रेखा हमेशा अपनी मांग में सिंदूर लगती हैं। यह सिलसिला सन 80 से चल रहा है जब पहलीबार ऋषी कपूर-नीतू सिंह की शादी में रेखा मांग भरकर आयी थी।लोग रेखा के मांग भरने का सम्बंध अमिताभ से किसी जमाने मे उनके प्यार से जोड़कर देखते हैं। लेकिन रेखा स्वयं सिंदूरी मांग को अपने लिए लकी मानती हैं। वह फ़िल्म साइन करने के समय, स्टेज पर जाने से पहले और किसी विदेश यात्रा से पूर्व अपनी मांग में सिंदूर भरना नहीं भूलती।