2018 में प्रदर्शित जॉन अब्राहम और मनोज बाजपेयी के अभिनय से सजी मिलाप झवेरी निर्देषित फिल्म “सत्यमेव जयते” में देश को कंगाल कर रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ बात की गयी हैं। फिल्म में एक आम इंसान भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए भ्रष्ट पुलिस अफसरों को भी मौत के घाट उतारता है। अब इसका सिक्वअल भी बन रहा हैं
“मैने अब तक ईमानदारी से जिंदगी जिया हैं”
जॉन अब्राहम
जॉन अब्राहम कहते हैं-‘‘यह फिल्म पूरी तरह से कमर्षियल फिल्म है।पर अपरोक्ष रूप से यह फिल्म लोगों के दिलों में देश के उज्ज्वल भविष्य को लेकर क्या किया जाना चाहिए,उसकी भी बात करती है। भाषणबाजी से देशभक्ति का जज्बा पैदा नही होता।वर्तमान समय में भ्रष् टाचार व औरतों को लेकर जो माहौल है, उसे समझने के लिए ‘सत्यमेव जयते’ में मेरे वीर जैसे किरदार की इस देश को बहुत जरुरत है। पूरे विश्व व हर समाज में भ्रष्टाचार है,पर फिल्म में मेरा किरदार कमर्षियल अंदाज में भ्रष्टाचार मिटाता है। मैं देशभक्त हूँ। मैं चाहे जितनी अपने देश की आलोचना कर लूं,पर कोई दूसरा मेरे देश की आलोचना करे,तो यह मुझसे बर्दाष्त नही। मेरी फिल्म में एक दृष्य है,जहां हर किसी को भारत देश के प्रति मेरा प्रेम नजर आएगा। मैं निजी जिंदगी में भी ऐसा ही देश भक्त हूं। मैंने पूरी जिंदगी में काले धन का सौदा नही किया है।
जॉन अब्राहम आगे कहते हैं- “फिल्म ‘परमाणु’ हो या ‘सत्यमेव जयते’ इनमें देशभक्ति तो बायप्रोडक्ट है। मेरा मकसद अच्छी, साफसुथरी और महत्वपूर्ण कहानी लोगों को सुनाना है। हमारी फिल्म में हम भारत का तिरंगा झंडा लेकर दौड़ते हुए देशभक्ति की बात नहीं करते हैं।हम तो एक ऐसी कहानी सुना रहे हैं, जिससे लोगों के अंदर देशभक्ति जागृत होती है। मैं बेवजह देशभक्ति के नाम पर किसी तरह की भाषण बाजी में यकीन ही नहीं करता।”
“फिल्म ‘सत्यमेव जयते’ मास इंटरटेनर वाली फिल्म है”
मनेाज बाजपेयी
फिल्म “सत्यमेव जयते” को लेकर मनोज बाजपेयी कहते हैं- “यह एक ऐसी मास इंटरटेनर वाली फिल्म है, जिसमें मुख्य मुद्दा भ्रष्टाचार है। इसमें मैंने एक पुलिस अफसर का किरदार निभाया है, जो कि अपराधी को लेकर बहुत सख्त है। तो दूसरी तरफ जॉन अब्राहम एक आम इंसान के किरदार में हैं और इन दोनों के टकराव के बीच मुख्य मुद्दा भ्रष्टाचार है। अब आप यह कतई मत सोचिए कि मैंने इसमें भ्रष्ट पुलिस अफसर का किरदार निभाया हैं। ‘सत्यमेव जयते’ में मैं ईमानदार पुलिस अफसर बना हूं, जो कि एक अच्छी पारिवारिक पृष्ठभूमि से आता है। जॉन अब्राहम भी एक अच्छे बैकग्राउंड से आते हैं।पर इन दोनों के बीच टकराव की कहानी है।”