किसी भी कलाकार के लिए 50 फिल्मों में अभिनय करने और 50 किरदार निभाने की यात्रा एक बड़ी उपलब्धि ही होती है! इस उपलब्धि को भोजपुरी सिनेमा के चर्चित अभिनेता यश कुमार ने महज सात वर्ष के अंदर हासिल कर ली है।
जी हाँ! यश कुमार ने 2013 में अपने अभिनय करियर की षुरूआत की थी! तब से अब तक वह ‘दिलदार सांवरिया’, ’राजाजी आई लव यू’, ’दरिया दिल’, ‘दिल लागल दुपट्टा वाली से’, ’बलम रसिया’, ’सपेरा’, ’हीरो गमछावाला’ जैसी सुपर हिट पचास फिल्मों में अलग-अलग किरदार निभा चुके हैं! यश कुमार ने अपनी हर फिल्म के माध्यम से भोजपुरी भाशा दर्शकों के बीच अपनी सफल और उत्कृष्ट कलाकार के तौर पर पहचान बनाने में सफल रहे हैं! यही वजह है कि, आज वह किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं! अब उनके नाम से बॉक्स ऑफिस पर भोजपुरी फिल्में अच्छी कमायी कर रही हैं।
अपने करियर की पहली फिल्म से ही यश कुमार ने दर्शकों के दिल और दिमाग पर अपनी अभिनय क्षमता की ऐसी छाप छोड़ी कि दर्षक उनकी फिल्मों का बेसब्री से इंतजार करने लगे। यश कुमार के करियर की सबसे बड़ी खूबी यही है कि उनकी हर फिल्म को सभी वर्ग के दर्शकों ने पसंद किया। यश की फिल्में हमेशा कथा प्रधान रही।
इसी वजह से यश कुमार का हौसला बढ़ता गया! फिर उन्होने एक से बढ़कर एक बेहतरीन फिल्में की, जिनमें ‘लागी तोहसे लगन’, ’ इच्छाधारी’, ‘रंगदारी टैक्स’, ’एक्शन राजा’, ’ एक रजाई तीन लुगाई’, ’ इंडिया वर्सेज पाकिस्तान’, ’कसम पैदा करने वाले की’, ’ लुटेरे’, ’ रुद्रा’, ’ मेंहदी लगा के रखना 2’, ‘नागराज’, ’ डॉन’, ‘बिटिया छठी माई के’, ‘परवरिश’, ‘छोटकी ठकुराईन’, ’तू 16 बरस की मैं 17 बरस का’, ’इच्छाधारी नाग’, ‘वचन’, ‘प्यार हमारा अमर रहेगा, कसम पैदा करने वाले की 2, लालटेन प्रमुख रही। इतना ही नही, यश कुमार ने शंकर, मोहब्बत की जंग, हिरोइन नम्बर 1, दामाद जी किराये पर हैं, मुन्ना मिसिर बीमा एजेंट, कुदरत, बेटी नम्बर 1, थोड़ा गुस्सा थोड़ा प्यार, पारो, चंदन परिणय गुंजा, नसीहत, किंग, देहाती बाबू, राखी, राखिह लाज हमार, पति पत्नी और भूतनी, घरवाली बाहरवाली 2, दंडनायक, बिटिया छठी माई के 2, लाडो, कहानी, भूल भुलैया जैसी फिल्में की और दर्षकों का दिल जीत लिया।
यश कुमार ने आज भले अपनी 50 फिल्मों की यात्रा पूरी कर ली, लेकिन उनके अंदर आज भी अभिनय की भूख नजर आती है। इसी के चलते वह दिन रात अपने अभिनय को निखारते हुए लगातार काम कर रहे हैं और भोजपुरी में एक से बढ़कर एक क्लास फिल्मों का निर्माण भी कर रहे हैं। इनमें कुछ फिल्में ऐसी हैं, जिनका अभी तक पोस्टर भी रिलीज नही हुआ है।
मगर यश कुमार में घमंड नही है। वह अपनी इस विशेष उपलब्धि का श्रेय भोजपुरी भाशा दर्शकों और अपने शुभ चिंतकों को देते हैं।